Realizing the self! | Sakar Murli Churnings 20-02-2020

Realizing the self! | Sakar Murli Churnings 20-02-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

जबकि स्वयं भगवान् ने हमें पढ़ाकर आत्मा-परमात्मा-देवता-समय-चक्र-ड्रामा की सम्पूर्ण-सत्य समझ दे दी है (सेल्फ realization कराकर देवता बना रहे, वैकुण्ठ-विष्णुपुरी के मालिक)… तो दौड़ी लगाकर, हमारे पतित-पावन सद्गति-दाता सुप्रिम बाप-टीचर-सतगुरू को याद कर (तमोप्रधान देह-दुनिया से जरा भी लगाव नहीं).. बहुत खुशी में रह, बाबा के मददगार-सच्ची salvation आर्मी बन सबको शान्ति का रास्ता-salvation देते रहे

चिन्तन

जबकि आत्मा में ही सम्पूर्ण-देवताई संस्कार समाए हुए है, तो सेल्फ realization करने… बार-बार एकान्त में जाकर अपने से बातें कर (वा बाबा से कनेक्शन जोड़), अपनी आन्तरिक दिव्यता-शान्ति-प्रेम-आनंद का अनुभव कर, श्रेष्ठ दिव्यगुण-सम्पन्न स्थिति-चेहरे-चलन द्वारा सबका भी कल्याण करते, सतयुग बनाते रहे… ओम् शान्ति!


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