Sakar Murli Churnings 22-02-2019
बाबा ने हमें सारे सृष्टि चक्र का ज्ञान दे दिया है, मुख्य बात अभी हम संगमयुग पर है, बाबा बागवान आए हैं हमें कांटों से फूल पुरुषोत्तम बनाने… तो योग पर पूरा ध्यान देना है, नष्टोमोहा बन सेवा में gallop करना है, अनेकों का कल्याण अर्थात सच्ची कमाई करनी और करानी हैै (बैज पर समझाना, गंगा स्नान पर, मन्दिरों में जाना आदि)…
सार
तो चलिए आज सारा दिन… इसी स्मृति में रहे “मैं रूहे गुलाब हूँ”, और ज्ञान के जल और योग की धूप से सम्पन्न बन गुणों की खुशबु फैलाते रहें… सर्व को आप समान बनाते, सतयुग बनाते रहे… ओम् शान्ति!