Sparkling the soul! | Sakar Murli Churnings 14-08-2019

Sparkling the soul! | Sakar Murli Churnings 14-08-2019

सार

1. बाबा ने हमें स्वदर्शन चक्रधारी बनाया है… कैसे सतोप्रधान आए थे, अब आत्मा हीरा-ज्योति डल हुई, इसलिए संगम पर फिर निराकार ज्ञान-सूर्य शिवबाबा राजयोग का ज्ञान पढ़ाते, और हम उन्हें याद करते (जो विकर्म विनाश, कर्मेंद्रीयां वश करता), जिससे आत्मा में लाइट आती-चमकीली बनती… यही दीपमाला है अर्थात नई दुनिया की स्थापना होती (हम सतयुग-शिवालय में मालिक बन जाते)

2. सबको भी सुनाना है (भिन्न-भिन्न टॉपिक्स से), हम कितने ऊंच थे, अब बाबा फिर से ऎसा श्रेष्ठ हमें बनाने आए है… सभी बहुत खुश होंगे (जो आने वाले होंगे, बाकी ड्रामा)

चिन्तन

तो चलिए आज सारा दिन… जबकि बाबा आए है हम आत्माओं की चमक बढ़ाने, तो सदा उसके wonderful ज्ञान-घृत की गहराई में जाते, महाज्योति बाबा को बहुत प्यार से याद करते, सर्व खजानों की लाइट से भरपूर-सम्पन्न बनते-बनाते, सच्ची दीपमाला सतयुग बनाते रहे… ओम् शान्ति!


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