Sparkling the Star within! | Sakar Murli Churnings 27-12-2019

Sparkling the Star within! | Sakar Murli Churnings 27-12-2019

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

1. इस संगम-ब्रह्मा मुख द्वारा… स्वयं ऊँच-ते-ऊँच रूहानी बाप-टीचर-सतगुरू परमात्मा-भगवान् शिवबाबा… हम बच्चें (अशरीरी आत्मा-बिन्दी-सितारों) को… ज्ञान-योग समझाकर-पारसबुद्धि बनाकर, नई-पावन-दैवी दुनिया सतयुग-स्वर्ग-वैकुण्ठ के वर्से-सद्गति में ले जाते (देवता-रूप में, सदा सुखी-धनवान)… वाया शान्तिधाम-घर (हम सारे चक्र को जानते)

2. तो नई दुनिया, और वहां ले जाने वाले बाबा को याद जरूर करना है… जिस ताकत से ही पावन-पवित्र बन, बैटरी-चार्ज होती (भल माया आए, तब कहेंगे मुरब्बी-बच्चा)… बाकी सब का अपना-अपना पार्ट है, हमें पुरुषार्थ कर माला में आना है (अपने भाई-आत्माओं को भी समझाना)

चिन्तन

जबकि भगवान् आए है हम सितारों को डल से प्रकाशवान बनाने… तो सदा ज्ञान सूर्य-चन्द्रमा से combined रह, सदा दिव्यता-शान्ति-प्रेम-आनंद के प्रकाश से सम्पन्न बन, सारे विश्व को प्रकाशित करते, स्वर्णिम-दुनिया सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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