The spiritual nature cure! | Sakar Murli Churnings 11-02-2020

The spiritual nature cure! | Sakar Murli Churnings 11-02-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

जबकि भगवान् आए हैं हमे पावन-पूज्य-गुणवान देवता बनाकर सतयुगी-वर्सा देने… तो सदा स्वयं को निराकार-अविनाशी आत्मा समझ देही-अभिमानी बन, अपने समर्थ पतित-पावन बाबा की आशिक-माशुक समान कर्म में भी याद करते पावन-खुश-कर्मातीत बन ऊँच पद पाए (जो कल्प-कल्प की श्रेष्ठ नूँध बन जाएंगी)… बाबा के मददगार बन सबको रास्ता दिखाते रहे (सेंटर खोल सके तो बहुत अच्छा)

चिन्तन

जबकि बाबा हमारी आधाकल्प की बीमारी को बहुत सहज नैचुरल-अलौकिक रीति ठीक कर रहे (राजयोग द्वारा)… तो सदा अपने संकल्प-स्वभाव को भी सिम्पल रख, सदा ज्ञान-चिन्तन वा योग के विभिन्न-अभ्यासों द्वारा दिव्यता-शान्ति प्रेम-आनंद से सम्पन्न बनते-बनाते… श्रेष्ठ उदाहरण द्वारा सबको आप-समान बनाते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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