The single opinion! | एकमत | Sakar Murli Churnings 02-10-2019
मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है
सार
इस संगम पर हम सब ब्रह्मा-तन में आए हुए ज्ञान-सागर स्प्रीचुअल बाप-टीचर-सतगुरू रूद्र-शिवबाबा की एक मत पर चलते… की अपने को आत्मा-रॉकेट समझ पतित-पावन बाबा को याद करने से सब माया-पाप-भूत भाग जाते, हम गुणवान पुण्य-आत्मा बनते, नई-सतोप्रधान दुनिया अमरलोक-शिवालय में (वाया मुक्ति-निर्वाण-स्वीट silence)… हमें सारे चक्र का सम्पूर्ण ज्ञान है
चिन्तन
जबकि हमको एक सर्वश्रेष्ठ ईश्वरीय मत मिली है, तो उसे सम्पूर्ण रीति धारण कर… अर्थात सब कार्य करते, सदा ज्ञान-चिन्तन वा बाबा से प्यार भरे योग-अभ्यास से सम्पन्न ईश्वरीय दिनचर्या को धारण कर… सदा शान्ति-प्रेम-आनंद से भरपूर, सर्व प्राप्ति सम्पन्न बनते-बनाते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!
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