The victorious warrior! | Sakar Murli Churnings 25-04-2019
1. इस संगमयुग पर हम सर्वशक्तिमान बाप से योग द्वारा मायाजीत बन विश्व का मालिक बनते… हम फुलो का बगीचा, सतयुग दैवी राजधानी स्थापन करते हैं, अपने ही तन-मन-धन द्वारा
2. बाबा ने हमें ही सत्य ज्ञान दिया है, तो स्वदर्शन चक्रधारी बन बाबा की यादों में रहना है… औरों को भी समझाते रहना है योग्य टीचर बन, समय बहुत थोड़ा है, सेवा तो बहुत है… मुख्य है याद, चलते-फिरते भी
3. सदा रूहानी नशे में रहना है, हम पद्मापद्म भाग्यशाली है, स्वयं भगवान् हमें पढ़ाते… जितना अभी करेंगे उसका सौगुणा मिलता, तो फ्राकदिली से सेवा करते रहना है, मैं-पन से मुक्त हो
सार
तो चलिए आज सारा दिन… मैं शिव-शक्ति हूँ, सदा इसी स्मृति में रह सर्वशक्तिमान बाबा से योग लगाए सदा शान्ति, प्रेम, आनंद से भरपूर रहे… औरों का भी कल्याण करते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!