Sakar Murli Churnings 29-03-2019
सभी को शरीर छोड़ने का बहुत डर रहता, इसलिए ज्ञान सागर बाप आकार हमें देह से ममत्व छुड़ाए सम्पूर्ण पावन हिसाब-किताब-मुक्त कराए भय से मुक्त करते, फिर सतयुग में कोई डर नहीं रहता… लेकिन माया याद में रहने नहीं देती, और सभी याद दिलाती, इसलिए अपना चार्ट रख रोज़ उन्नति को पाते रहना है
सार
तो चलिए आज सारा दिन… यही ख्याल रहे, कि जैसे भरतू हो आए थे, ऎसे ही भरतू हो वापिस जाना है… इसलिए सदा बाबा की यादों में रह सर्व खज़ानौं से सम्पन्न, व्यर्थ से मुक्त रहना है… तो स्वतः औरों को भी खजाने बांटते रहेंगे, सतयुग बनाते चलेंगे… ओम् शान्ति!