Getting absorbed in God’s love | Sakar Murli Churnings 10-04-2019
1. इस पुरुषोतम संगमयुग पर स्वयं पतित-पावन सुखकर्ता अमरनाथ बाप ब्रह्मा-तन में आकर हमें सृष्टि के आदि-मध्य-अंत का ज्ञान वा राजयोग सीखाकर पावन अमरपूरी का मालिक बनाते
2. तो पूरा निश्चय चाहिए मैं आत्मा हूँ, और स्वयं निराकार परमात्मा मुझे पढ़ाते हैं, इसी स्मृति से ज्ञान घृत से भरपूर हो सदा मायाजीत रहना है… माया-झमेले तो अन्त तक आएंगे, हमें अपनेे योग पर attention देना है
सार
तो चलिए आज सारा दिन… सच्चा रूहानी परवाना बन परमात्म प्यार में सम्पूर्ण समा जाएं… और इस प्रेम मनसरोवर से निकली हुई परी बन सबको शुभ-भावना वरदानों से भरपूर कर, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!