सार
जबकि यही वह सर्वोत्तम-पुरुषोत्तम समय है जबक हमारा साजन-ब्राइडग्रूम हमें स्वर्ग-अमरलोक का मालिक बनाते… तो सदा इन सत्य बातों को धारण कर, अपने को निराकार-अविनाशी-पार्टधारी आत्मा समझ (देह से भी नष्टोमोहा), पतित-पावन बाबा की याद द्वारा सतोप्रधान बन ऊँच पद पाए… रूहानी पण्डा बन सब को रास्ता दिखाते रहे
Answers from Sakar Murli 24-04-2020
1. संगमयुग की इतनी महिमा क्यों है?
° क्योंकि संगम पर हम स्वर्गवासी बनने का पुरूषार्थ करते है|
2. बाप अभी तुमको _____ सुनाकर पुरूषोत्तम बनाते हैं।
° सच
3. सच्चाई, सफाई को धारण करने के लिए क्या करना है?
° अपने स्वभाव को सरल बनाओ।
4. हमारे और बाबा के कौन से सम्बन्ध आज की मुरली में है? (6)
° साजन-सजनियां, ब्राइड्स-ब्राइडग्रूम, आशिक-माशूक, भगवान-भक्तियां
° बाप और बच्चे
° गाइड और रूहानी पण्डे
5. पावन बनने की युक्ति क्या है?
° पतित-पावन बाप की याद
6. प्रदर्शनी में तो _____ रीति समझाने वाले चाहिए|
° रिफाइन
7. हम _____ आये थे फिर अब _____ होकर वापस जाना है।
° अशरीरी, अशरीरी
8. फोलो फादर करने से क्या प्राप्तियां होती? (6)
° हम अभुल, एकरस और तीव्र पुरूषार्थी बनते
° समय और शक्ति दोनों बचकर, जमा होते
° मुश्किल सहज बनता, लास्ट पुरूषार्थ में सफलता मिलती (लास्ट स्टेज समीप आता)
9. साधू-सन्त आदि कभी तुमको _____ नहीं बनाते है। _____ होने के कारण सतयुगी देवताओं को मोहजीत का टाइटिल मिला हुआ है|
° देही-अभिमानी, देही-अभिमानी
10. कोई पूछे, यह ड्रामा कब से शुरू हुआ?… तो क्या उत्तर है?
° यह तो अनादि ड्रामा है। इसका आदि अन्त नहीं होता। पुराना सो नया, नया सो पुराना होता है।