A refreshing fan! | Sakar Murli Churnings 24-05-2019
1. जितना स्वदर्शन चक्र का पंखा चलाते (जो एक सेकण्ड में चलता), तो रिफ्रेश होते और भविष्य चक्रवर्ती राजा, विष्णुवंशी-सूर्यवंशी बनते… सबको समझाना है, यही इस Spiritual यूनिवर्सिटी का एम-ऑब्जेक्ट है, पहले भी हम देवता थे
2. वृक्षपति बीजरूप बाबा (जो हमारा बाप, टीचर, सतगुरु है) नें हमें सारे चक्र का ज्ञान दिया है कि कैसे हम ही पूज्य-श्रेष्ठ-पारस थे और वर्सा भी देते, तो उनको तो बहुत याद करना है, विकारों-दुःख को छोड़… तो बाबा भी हमको याद करते, यही संगम का श्रेष्ठ भाग्य है… सतयुग में हमारी आयु भी लंबी होंगी
3. एक बाबा ही सत है जो सम्पूर्ण निर्विकारी, सतोप्रधान, ऑलमाइटी, विश्व का मालिक बनाते और कल्प बाद मिले हैं, तो उसके प्यार में डूबे रहना है, कलियुग को भूल… सूर्यवंशी-चन्द्रवंशी राज्य मस्ट रिपीट, यही हमारा एम ऑब्जेक्ट है, जो पाते श्रीमत-याद द्वारा… तो भारत भी फिर धनवान-गुणवान महिमा-योग्य बन जाएंगा.. हम भक्ति को भी समझ गए है, भगवान् आए ही है भक्ति का फल देने
सार
तो चलिए आज सारा दिन… जबकि हमें सर्वश्रेष्ठ स्वदर्शन चक्र का पंखा मिल गया है, तो उसे सदा स्विच ऑन रख बिल्कुल शीतल-शान्ति का अनुभव करते रहे… औरों को भी श्रेष्ठ वाइब्रेशन से सहयोग मिलते, सतयुग बन जाएंगा… ओम् शान्ति!
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