The spiritual gallows! | Sakar Murli Churnings 15-10-2019

The spiritual gallows! | Sakar Murli Churnings 15-10-2019

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

सिर्फ एक ही बार, एक ही नॉलेजफुल-क्रिएटर-बीज़रूप बाप-टीचर-सतगुरु हमें direction देते, कि… अपने को आत्मा समझ बाबा को लव से याद करो (जो हमारी ऐक्टिविटी-देवी स्वभाव-सर्विस से दिख जाता, हम इच्छाओं से परे रहते)… जिससे ऊँच पद मिलता, स्वर्ग-जीवनमुक्ति के वर्से में (वाया घर-मुक्ति)… सिर्फ देवता धर्म वाले ही यह पुरूषार्थ करेंगे, हम सारे ड्रामा को जानते, इसलिए साक्षी हो श्रेष्ठ पार्ट बजाना है

चिन्तन

जबकि हमें याद की सर्वश्रेष्ठ मीठी फांसी मिली है (जिससे माया-पुराने संस्कार समाप्त हो जाते)… तो सदा बुद्धि को ऊपर लटका के, बाबा से सर्व गुण-शक्तियों का शक्तिशाली अनुभव करते… सर्व-प्राप्ति-सम्पन्न दिव्यगुण-सम्पन्न बनते-बनाते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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A wonderful appointment diary! | (75th) Avyakt Murli Revision 05-11-70

A wonderful appointment diary! | (75th) Avyakt Murli Revision 05-11-70

1. अपनी लाइट-might को परख, सम्पूर्ण साक्षात्-रूप वा साक्षात्कार-मूर्त बनना है… जैसे कि हमारा फोटो सदा निकल रहा, जिस चित्र-चरित्र का बाद में गायन-पूजन होगा… हम सदा स्टेज पर है, सब हमें देख रहे

2. delay इस danger… याद में मुख्य विघ्न-complaint (व्यर्थ संकल्पों) को मिटाने… अपनी दिन की appointment-डायरी फिक्स रखना है (4 बातों का… मिलन (ruhruhan), वर्णन (सर्विस), लगन-मगन)… तब जल्दी सम्पूर्ण बनेंगे

सार

तो चलिए आज सारा दिन… याद को पक्का करने, सदा अपने मन की appointment-डायरी फिक्स रख… सदा अपने को स्टेज पर उपस्थित समझ (हमारा फोटो निकल रहा), साक्षात्कार-मूर्त सम्पूर्ण बनते-बनाते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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God’s wonderful plan! | Sakar Murli Churnings 14-10-2019

God’s wonderful plan! | Sakar Murli Churnings 14-10-2019

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

1. इस संगम पर स्वयं बाप-टीचर-सतगुरु परमात्मा-शिव आए हैं हमें इस पुरानी तमोप्रधान दुनिया से डबल-शिवालय (शान्तिधाम-सुखधाम) ले चलने, 21 जन्म सुख का वर्सा… हमें आत्मा के सारे 84 चक्र का ज्ञान है, सम्पूर्ण निश्चय है

2. तो श्रीमत पर अपने को आत्मा समझ (आत्मा ही सबकुछ करती, अनुभव-संस्कार-आदि) पतित-पावन सर्वशक्तिमान की याद द्बारा पाप-कट सतोप्रधान-ताकतवर जरूर बनना है, जो 21 जन्म चलेगा… सबकी सेवा कर प्राण-दान जरूर देना है

चिन्तन

जबकि बाबा अपना सर्वश्रेष्ठ विश्व-परिवर्तन का प्लान लेकर आए हैं, तो अपनी भी दिनचर्या को उसी अनुसार श्रेष्ठ ज्ञान-योग-धारणामूर्त बनाकर… अपने चेहरे-चलन-दृष्टि-वाणी द्वारा श्रेष्ठ सतयुगी भविष्य का साक्षात्कार कराते, सब को बाबा से जुड़ाते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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The power of coolness! | शीतलता की शक्ति | Avyakt Murli Churnings 13-10-2019

The power of coolness! | शीतलता की शक्ति | Avyakt Murli Churnings 13-10-2019

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

1. आज ज्ञान सूर्य-चंद्रमा हम लक्की-लवली सितारों को तारामण्डल की सैर करा रहे:

  • हमें ज्ञान-सूर्य से… सत्यता की लाइट-माइट मिलती, जिससे शक्ति-सम्पन्न नशे में रहते
  • ज्ञान-चंद्रमा से शीतलता मिलती… चाहे कैसे भी आए, वह भी बाबा-बाबा करने लगे… तब ही शक्तिशालीयोग्य-योगी बन सकते, सत्यता को धारण करने लिए

2. इसलिए अपने संकल्प-बोल-सम्पर्क को शीतल-धीरे-कन्ट्रोल में रखना है, तो औरों को भी शीतलता का सहयोग-सुख-आनंद दे सकेंगे… आगे तो बहुत आएँग, क्योंकि बहुत प्रकार की आग होगी… इसके लिए हमें शीतलता से सम्पन्न, सर्व प्रकार की आग के परे रहना है:

  • विनाश की आग से बचने चाहिए… निर्भयता, जिससे सभी:
    • भय से खुशी में आएंगे
    • विनाश के बदले स्थापना देखेंगे (मुक्ति-जीवनमुक्ति)
    • हाई गए से वाह गए
    • चिल्लाने के बदले साथ चलेंगे
  • विकारों की आग से बचने… अपने अनादि-वंश (बाबा के बच्चे, सम्पूर्ण-सतोप्रधान आत्मा) और आदि-वंश (देवता, 16 कला सम्पन्न, सम्पूर्ण निर्विकारी) याद रखना है
  • देह-सम्बन्थ-पदार्थ की आकर्षण से बचने… बाबा को अपना संसार बनाना, तो सब असार लगेगा
  • पश्चाताप की आग से बचने… सर्व प्राप्ति स्वरुप बनना है, हर प्राप्ति चेक कर सम्पन्न बनना है

सेवाधारीयों से

1. बाबा के हम फ्रेंड्स भी है, और उनमें लवलीन भी है, जिस संग-रंग के कारण सहज बाप-समान मायाजीत बनते… हमारे हर संकल्प-बोल-सम्पर्क से हम-बाप दोनों दिखते, एसे पावरफुल दर्पण है… सब को बाबा से जुड़ाने वाले, तब ही वह शक्तिशाली बनेंगे

2. अमृतवेले से ही दिलखुश-मिठाई खानी-खिलानी है, दिलशिकश्त-रोने-शिकायत से परे… हम तो परिवर्तन करने वाले है, सब की विशेषताएं ही देखनेे-वर्णन करने वाले… सदा स्वय-सर्व से संतुष्टता का सर्टिफिकेट लेने वाले

3. पवित्रता-एकता की सत्ता का शक्तिशाली अनुभव सबको कराना है… सदा अपने को विश्व-स्टेज पर समझना है, सब हमें फोलो करते, और हम बाप को फॉलो करते

चिन्तन

तो चलिए आज सारा दिन… सदा ज्ञान-सूर्य से शक्ति और ज्ञान-चन्द्रमा से शीतलता का अनुभव करते… सदा बाबा में लवलीन रह, हर संकल्प-बोल-कर्म द्बारा सब को बाबा से जुड़ातेे… सब को शीतलता की राहत प्रदान करते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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Taking Baba’s drishti! | Sakar Murli Churnings 12-10-2019

Taking Baba’s drishti! | Sakar Murli Churnings 12-10-2019

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

1. इस संगम पर बाबा आकर, सबको शान्तिधाम-सुखधाम (नई दुनिया-स्वर्ग-हेवन-paradise) का वर्सा देते अर्थात निहाल करते… हमें सारे झाड-चक्र-ड्रामा का ज्ञान है, बहुत खुशी में रहना है…

2. ऊँच पद पाने ज्ञान-योग को अच्छे से उठाना है… अपने को अविनाशी आत्मा समझना है (जो शरीर द्वारा पार्ट बजाती), बाबा को याद करते रहना है (जिसकी अनेक युक्तियां है… वह बाप-टीचर-सतगुरु है, संगम के समय को याद रखना, आदि)… माया से बचने अपनी चेकिंग करते रहना है

चिन्तन

जब भी बाबा का चित्र देखे… सदा समझे शिवबाबा मुझे दृष्टि दे रहे, और बाबा की दृष्टि लेते… उनका बहुत शुद्ध-आत्मिक-शक्तिशाली प्यार-प्रकंपन मेहसूस करते, बहुत गहरी-मीठी शान्ति-प्रेम-आनंद से सम्पन्न अवस्था का अनुभव कर… सबको अपनी दृष्टि-शुभ भावनाओं द्वारा बांटते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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Realizing our immense fortune! | Sakar Murli Churnings 11-10-2019

Realizing our immense fortune! | Sakar Murli Churnings 11-10-2019

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

1. इस संगम पर स्वयं बेहद का बाप हमें पढ़ाते, हम सारे विश्व को पलटाकर, नये विश्व (स्वर्ग-अमरलोक-कृष्णपूरी) का मालिक बनते… इस स्मृति से बहुत खुशी-नशा-शक्ति रहती, बुद्धि refine बन, पवित्र चलन बनती… सबकी सेवा करते रहते

2. अपने को आत्मा समझना है, परमात्मा का बच्चा… परम-मुक्ति-शान्तिधाम निवासी, जो यहां आकर पार्ट बजाती… पहले-पहले पारसबुद्धि सर्वगुण सम्पन्न देवता लक्ष्मी नारायण थे, बहुत सुखी… फिर रावण-भक्ति का पार्ट चला, अब फिर पावन बनना है, पतित-पावन बाबा की याद द्बारा

चिन्तन

जबकि बाबा रोज हम पर अविनाशी ज्ञान रत्नों की वर्षा करते… तो उसमें से कोई एक भी पॉइंट को उठाकर, सारा दिन उसी पर ज्ञान-चिन्तन योग-अभ्यास करते उसका स्वरूप बन जाए… तो हमारी स्थिति भी श्रेष्ठ शान्ति-प्रेम-आनंद से भरपूर रहती, और हम तेज़ उन्नति 📈 करते-कराते, सतयुग बनाते रहते… ओम् शान्ति!


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The power of Spirituality! | Sakar Murli Churnings 10-10-2019

The power of Spirituality! | Sakar Murli Churnings 10-10-2019

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

1. इस संगम पर स्प्रीचुअल युनिवर्सिटी में स्वयं स्प्रीचुअल बाप-टीचर हमें स्प्रीचुअल नॉलेज-राजयोग सिखाते… जिससे नई स्प्रीचुअल दुनिया स्वर्ग-वैकुण्ठ स्थापन होती, जिसमें हम पवित्र-सुख-शान्ति सम्पन्न विश्व के मालिक होंगे… सदा तन्दुरूस्त, लम्बी आयु, 16 कला सम्पूर्ण, सर्वगुण-सम्पन्न पवित्र-सतोप्रधानधनवान होंगे… वहां जाएंगे वाया मुक्ति-शान्तिधाम, हमें सारे चक्र-ड्रामा का ज्ञान है, तो सबको सुनाकर कल्याण करना है

2. तो इस दी बेस्ट स्टूडेंट लाइफ में… सदा श्रीमत पर चल, माया-विकारों से बचे रह, बाबा को याद कर पाप भस्म कर, फिर से अपनी ईश्वरीय-दैवी इज्जत प्राप्त कर ले

चिन्तन

जबकि बाबा नें हमें सारे आध्यात्मिकता के राज़ समझा दिये हैं… तो सदा अपने को स्पिरिट (आत्मा) समझ सुप्रीम स्पिरिट (बाबा) को याद कर शान्ति-प्रेम-खुशी-आनंद की स्प्रीचुअल एनर्जी से सम्पन्न बन… सबको आप-समान खुशी से भरपूर करते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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Becoming satopradhan! | Sakar Murli Churnings 09-10-2019

Becoming satopradhan! | Sakar Murli Churnings 09-10-2019

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

इस संगम-स्कूल में भाग्यशाली-रथ द्वारा… स्वयं ऊँचे ते ऊँचा सर्वशक्तिमान पतित-पावन बाप हमें पढ़ाते-श्रीमत देते… कैसे हम आत्माओं ने 84 का पार्ट बजाया… अब अपने को शरीर से detach कर, बाबा की याद द्बारा फिर से शक्तिशाली-पावन-सतोप्रधान सर्वगुण-सम्पन्न देवता विश्व का मालिक बनना है, नई दुनिया-स्वर्ग-सचखणड में

चिन्तन

जबकि बाबा हमें फुल-चार्ज सतोप्रधान बनाने आए है… तो डिस्चार्ज करने वाली व्यर्थ बातों से परे रह, सदा अपने को आत्मा समझ बाबा की याद द्बारा पवित्रता-शान्ति-प्रेम-आनंद की दिव्य-शक्ति से अपनी बैटरी चार्ज करते… और अपनी शुभ-भावनाओं द्वारा यह श्रेष्ठ प्रकंपन सब के साथ बांटते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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Lifting the Govardhan Mountain! | Sakar Murli Churnings 08-10-2019

Lifting the Govardhan Mountain! | Sakar Murli Churnings 08-10-2019

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

1. इस कयामत के समय पर… स्वयं सर्व का सद्गति-दाता ज्ञान-सागर बेहद का बाप-सतगुरु शिवबाबा हमें समझाते…

2. अपने को आत्मा समझ पतित-पावन बाबा को याद करने से खुशी-दिव्यगुण बढ़ते, और अंत में महावीर-शक्तिशाली-कर्मातीत बन जाते… इसमे टाइम लगता, इसलिए सच्चाई से अपना चार्ट चेक करते रहना है… योग में ही सच्ची कमाई-कल्याण है, बाकी ज्ञान तो सहज है (चित्रों से भी समझा सकते)

3. सब की सेवा भी करते रहना है, इसमें भी जौहर याद का चाहिए… फिर हम नई दुनिया-सुखधाम-स्वर्ग में आ जाएंगे (वाया शान्तिधाम-निर्वाणधाम); हमें सारे चक्र का ज्ञान है (स्वदर्शन चक्रधारी रहना है)

चिन्तन

तो चलिए आज सारा दिन… सदा गोप-गोपियां समान, बाबा के प्यार में डूबे रह… सर्व प्राप्तियों से सम्पन्न सदा हर्षित बनते-बनाते… अपनी सहयोग की उँगली देकर, साथ मिलकर इस कलियुगी पर्वत को उठाते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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Becoming victorious! | Sakar Murli Churnings 07-10-2019

Becoming victorious! | Sakar Murli Churnings 07-10-2019

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

1. इस संगम पर पुराने तन-मुख द्बारा… स्वयं ज्ञान-सूर्य सतगुरु बाबा हमें पढ़ाकर… ब्राह्मण रूहानी-योद्धा बनाते

2. सबकुछ भूल, सिर्फ अपने को आत्मा समझ मोस्ट-बिलवेड बाबा को याद करने से रावण पर जीत पाते… और पवित्र-सुख-शान्ति-सम्पत्ति सम्पन्न नई दुनिया-स्वर्ग-अमरलोक-कृष्णपुरी-वैकुण्ठ के मालिक बनते… पुण्यआत्मा-देवता लक्ष्मी-नारायण के रूप में

3. साथ में पवित्र बनना है (बुरी चीज़े देखनी-बोलनी करनी भी नहीं), दिव्यगुण-खुशी सम्पन्न फूल बनना है… सब की सेवा-कल्याण करना है… बाकी समय थोड़ा है

चिन्तन

जबकि बाबा हमें विजयी बनाने आए हैं… तो सदा स्वयं को कल्प-कल्प का विजयी-रत्न समझ, ड्रामा के हर सीन के पीछे कल्याण को जान… अपनी उन्नती वा शक्तिशाली स्थिति बनाने सिर्फ ज्ञान-चिन्तन वा योग-अभ्यास द्बारा सर्व-प्राप्ति-सम्पन्न शान्ति-खुशी-प्रेम-आनंद से भरपूर बन… अपनी शक्तियों को धारणा-मूर्त ईश्वरीय-दिनचर्या बनाने में लगाते, सब का कल्याण करते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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