Coming in the rosary of victory | Sakar Murli Churnings 23-02-2019
1. हमें सम्पूर्ण ज्ञान मिला है, कैसे सबको मुक्ति में जाकर फिर जीवनमुक्ति में आना है, तो ऊंच पद जरूर प्राप्त करना है… इसके लिए और सब बातों से बुद्धि हटाएं सिर्फ एक सर्वशक्तिमान पतित-पावन बाप को याद करना है, तो पावन-सम्पूर्ण-सतोप्रधान बन जाएँगे (सभी मालाओं में आगे रहेंगे)… दिव्यगुण भी चाहिए, अपना पोतामेल जरूर रखना है, रूहानी व्यापारी होने के नाते… सेवा भी अवश्यय करनी है
2. सतयुग में सदा बहारी मौसम, सोने के बर्तन, सबकुछ स्वच्छ-सुगन्धित होगा… फिर भी जो सतयुग में होगा, वह तब देखेंगे, अभी हमें याद कर सतोप्रधान बनना है, बस!
सार
तो चलिए आज सारा दिन… जबकि बाबा ने अब भी हमारे लिए विजय माला की कुछ सीट खाली रखी है… तो ज्ञान-योग के तीव्र पुरूषार्थ की ऎसी श्रेष्ठ दौड़ी लगाए की हम मायाजीत बन माला का श्रेष्ठ मणका बन जाएँ… औरों को भी विजयी बनाते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!