Sakar Murli Churnings 11-03-2019
सदा यही स्मृति में रखना, कि हम परमात्म बाप की रूहानी यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे हैं, तो बहुत खुशी रहेंगी और दैवीगुण भी धारण करने है (क्रोध आदि छोड़ देना है)… इसके लिए बाबा को याद करना है, तो लक्ष्मी नारायण समान बन जाएँगे… सर्विस करते रहना है (बैज व चित्रों द्वारा, म्यूज़ियम आदि में), ज्ञान की उछल अवश्य आनी चाहिए
सार
तो चलिए आज सारा दिन… जबकि स्वयं भगवान् ने हमें चुनकर अपना बनाया है, तो ज्ञान योग धारणा सेवा में सर्वश्रेष्ठ दौड़ी लगाए… नम्बर वन बनने के लिए योगबल द्वारा व्यर्थ को समर्थ में परिवर्तन करते रहें… औरों को भी समर्थ बनाते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!