Sakar Murli Churnings 31-01-2019
1. देही-अभीमानी बनने का पूरा-पूरा अभ्यास करना है (भल माया कितना भी हिलाने की कोशिश करे)… तो बुरे संकल्प समाप्त हो जाएँगे, खुशी रहेंगी, तीर लगेगा… साथ में बाबा (साहेब) को बहुत प्यार से याद करना है, तो कट उतर जाएंगी… इसी सहज राजयोग से विश्व का मालिक बनते हैं
2. लक्ष्मी-नारायण के चित्र के सामने बैठना जरूर है, बहुत खुशी-खुशी से… सबको बहुत निर्माणता, धीरज, प्रेम से समझाना है
सार
तो चलिए आज सारा दिन… अपनी सत्य स्मृति और बाबा-वर्सा की यादों में बहुत बहुत खुशी में रहे, सबको खुशी बांटते रहे, खुशियों की दुनिया सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!