The enchanting Murli! | Sakar Murli Churnings 25-05-2019
1. बाबा मधुबन में ब्रह्मा-तन में आकर मुरली सुनाते, जिससे हमें सत्य ज्ञान मिलता, पुज्य बनते
2. मुख्य है योग अग्नि वा याद की यात्रा, जिससे पिछले विकर्म विनाश होते, इस जन्म का भी बाबा को सबकुछ बताने से हल्का करना है… बाबा बेहद में सबको देखते, करंट देते, जितना हम भी याद करेंगे, उतना सहयोग मिलता-पावन बनते… सारे विश्व को भी हमारे योग का सहयोग मिलता, फिर हम ही विश्व का मालिक बनते, इसी नशे में रहना है
3. बैज़ सदा लगा रहे (जिसमें बहुत सहज समझनी है… बेहद का बाबा, कल्याणकारी हमें स्वर्ग का वर्सा देते, यह संगमयुग चल रहा)… सुनकर फिर सुनाना-पढ़ाना भी है, ऎसा लायक बनना है कि मुरली भी सुना सके, सेन्टर भी चला सकें
सार
तो चलिए आज सारा दिन… जबकि हम रोज शिवबाबा की ज्ञान मुरली की मधुर तान सुनते, तो सदा उसीके चिन्तन में अतिन्द्रीय सुख-खुशी में नाचते रहे… सबको भी ज्ञान-गुण-शक्तियों का महादान-वरदान देते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!
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