The True Understanding | सत्य समझ | Sakar Murli Churnings 22-04-2019
1. इस पुरुषोतम संगमयुग पर हमें सत्य समझ मिली है, कि हमें कौन पढ़ाते, उनकी ही मत से हम श्रेष्ठ देवता बनते… तो सदा उस सत के संग द्वारा, सतयुगी फूल बनते रहना है… यह बेहद की पढ़ाई, विश्व का मालिक बनाने वाली है
2. माया तो आती रहेंगी याद रोकने, हमें श्रेष्ठ पुरूषार्थ करते रहना है… सदा स्मृति रहे, कि यह अंतिम जन्म है (विनाश सामने खड़ा है), शान्तिधाम जाना है (तो पावन जरूर बनना है), और सुखधाम जाना है (दिव्यगुण धारण करने है)
3. यह वही गीता एपिसोड है, जबकि भगवान् आकर हमें मायाजीत सो जगतजीत बनाते… तो उनकी श्रीमत पर सच्चा योगी अवश्य बनना है
सार
तो चलिए आज सारा दिन… जबकि हमें स्वयं-बाबा-समय की सत्य पहचान मिल गई है… तो माया के भी नोलेजफूल बन, सदा भिन्न-भिन्न युक्तियों द्वारा योगयुक्त रह अपने योग के चार्ट को बढ़ाते जाएं… तो स्वतः हम सदा खुश रह, सबको श्रेष्ठ-सुखी बनाते, सतयुग बनाते रहेंगे… ओम् शान्ति!