Becoming victorious over the ghosts within! | Sakar Murli Churnings 20-06-2019
अन्तर्मुखी हो चुपचाप अपने को आत्मा समझ बाबा को याद करना है, Silence में घर-ऑफिस में कार्य करना है… क्रोध (जो खुद-सर्व को जलात, घर के मटके सुखाता, भारत को कंगाल किया है), लड़ना, मारामारी, दुःख देना (और सभी विकार) भूत है, जो बाबा का नाम बदनाम करते, इसको छोड़ने है… इसके लिए दिल कहीं नहीँ लगानी है, सबकुछ भूल अपने को आत्मा समझना है, बाबा को याद कर सम्पूर्ण पवित्र बनना है
सार
तो चलिए आज सारा दिन… जबकि भूतनाथ बाबा आए है आधाकल्प के 5 बड़े भूतों को भगाने, तो सदा ज्ञान-योग की वास-धूप जलाए रख सम्पूर्ण फ़रिश्ता-परी बन, सबको शान्ति-प्रेम-खुशियां बांटते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!
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