Signs of soul- conscious souls! | Sakar Murli Churnings 24-03-2020

Signs of soul- conscious souls! | Sakar Murli Churnings 24-03-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

देही-अभिमानी बहुत लव से बाबा को याद कर, शीतल-सुखदाई-धारणा मूर्त मीठी चलन वाले खुशी-अतिन्द्रीय सुख से सम्पन्न होंगे (उन्हें नशा होगा भगवान् हमे पढ़ाते, श्रीमत पर चलेंगे)… रूहानी सर्विस पर तत्पर रहेंगे (चाहे चिन्तन कर भाषण करना-ब्रह्मा भोजन-सेंटर ज़माना-चित्र बनाना आदि).. वही बाबा के दिल पर चढ़ ऊँच पद पाएंगे (स्वर्ग की बादशाही में, देवता-रूप में)


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Being most lovely! | Sakar Murli Churnings 23-03-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

Being most lovely! | Sakar Murli Churnings 23-03-2020

जबकि स्वयं सद्गति-दाता भगवान् हमें adopt कर ज्ञान-वर्षा कर एक सत्य मत देते, तो अभी मोस्ट-लवली बन सबका कल्याण करने लिए… अपने को निराकार-आत्मा समझ निराकार पतित-पावन मोस्ट-लवली सुख शान्ति सागर परमात्मा को याद कर सतोप्रधान-दिव्यगुण सम्पन्न-क्षीरखण्ड बन, स्वर्ग में ऊँच पद पाए


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Being the Master of our Creations! | Avyakt Murli Churnings 22-03-2020

Being the Master of our Creations! | Avyakt Murli Churnings 22-03-2020

1. हम मास्टर-रचता को:

  • अपनी पहली रचना, देह के मालिक बनना है (आकर्षित-वशीभूत नहीं), तब ही विश्व के मालिक बनेंगे… देह के सम्बंध में न्यारा-प्यारा, और संस्कार में निर्मान-निर्माण
  • सबके स्नेह-सम्पर्क में आशीर्वाद-शुभ भावना कमाना… सबको अपनापन-दाता मेहसूस हो (शान्ति-प्रेम सुख-आनंद उमंग-उत्साह हिम्मत-सहयोग के)

2. (मधुबन-निवासीयों से)… जबकि हम कमाने-खाने की मेहनत (वा सामना-समाना-बगुलों) से परे है, आराम है (बाबा से ही पढ़ना, और यज्ञ-सेवा)… तो बाप-समान स्टेज बनाना, सदा सन्तुष्ट रहना-करना (औरों को भी मेहसूस हो), न disturb होना-करना (औरों को न देख स्वयं को देखना)

पार्टियों / प्रश्न-उत्तर

  • संगठन की शक्ति किला है (जिसके लिए सदा regard देना-लेना)
  • सुनने-करने की समानता से सम्पंन-सम्पूर्ण बनने के example देने में पहले हम
  • गुणमुर्त बन, ज्ञान-गुण-शक्तियों के महादानी बन, हर सम्पर्क में देना (उनको नहीं देखना)
  • अमानत – – > अनासक्त – – > रूहानियत
  • हम भय-चिंता से मुक्त बेफिक्र-शुभ चिन्तक-सुख में है
  • अकाले-मृत्यु की सीजन में अकाल-मूर्त बन सबको शुभ-चिन्तक बन सुख-शान्ति देना

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The spiritual amulet (ताबीज) of remembrance, to go beyond all sorrow! | Sakar Murli Churnings 21-03-2020

The spiritual amulet (ताबीज) of remembrance, to go beyond all sorrow! | Sakar Murli Churnings 21-03-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

जबकि स्वयं भगवान् हमें राजयोग-अग्नि द्वारा पावन-सतोप्रधान-सुखदाई बनाकर सुखधाम में सुख-चैन दिलाते 21 जन्म… तो सदा अशरीरी बन अपने मीठे पतित-पावन सुख-शान्ति दाता बाबा की याद करते, अपने रूप-बसंत चलन द्वारा सबकी सच्ची सेवा करते रहे… प्रदर्शनी-आदि में भी सेवा करते रहें (वे भी याद द्वारा पावन-सतोप्रधान बनने लगे)


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A spotless character! | Sakar Murli Churnings 20-03-2020

A spotless character! | Sakar Murli Churnings 20-03-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

जबकि सुप्रीम-रूहानी बाप हमे पवित्र बनाकर स्वर्ग-सुखधाम-कृष्णपुरी का मालिक-देवता बनाते… तो सदा अपने रिकार्ड-चलन को श्रेष्ठ-पावन रखने, अपने को छोटी-बिंदी आत्मा समझ बिंदी-बाप को खुशी से मामेकम् याद करते रहे (चलते-फिरते भी, बाकी सब बातों से परे रह)… रहमदिल बन अविनाशी ज्ञान-रत्नों का दान करते, ऊँच पद पाएं


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Understanding everyone’s part! | Sakar Murli Churnings 19-03-2020

Understanding everyone’s part! | Sakar Murli Churnings 19-03-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

जबकि हम निराकार-रूहानी बच्चों को निराकार-रूहानी बाप adopt कर-पढ़ाकर हेल्थ-वेल्थ-हैप्पीनेस का सतयुगी-वर्सा दिला रहे… तो सदा अपने को छोटी-सी अकाल-मूर्त अविनाशी-पार्टधारी आत्मा समझ, पतित-पावन बाबा को मामेकम् याद कर पावन-श्रेष्ठाचारी-खुश बन जाए… पैगम्बर बन सबका कल्याण करते रहे (पूरे 84 जन्म-भक्ति वाले जट समझ जाएंगे, इशारे से)


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Combating the Corona virus through the power of silence! | Baba Milan Murli Churnings 18-03-2020 | Rev. 18-02-2008

Combating the Corona virus through the power of silence! | शान्ति की शक्ति द्वारा हलचल पर विजयी | Baba Milan Murli Churnings 18-03-2020 | Rev. 18-02-2008

1. बाबा अपने आशाओं के दीपक-विश्व परिवर्तक बच्चों को देख रहे (हम-बाबा का एक-दो से अति-पदमगुणा प्यार है, जो पूरा संगमयुग रहेंगा), सबके दिल में कुछ करने का उमंग है … आज धर्म-राज्य-साइंस सभी सत्ताएं हलचल में है (प्रकृति कंट्रोल में नहीं), अब परिवर्तन हम परमात्म-पालना की अधिकारी सहयोगी-साथी-शान्ति-देव आत्माएं ही कर सकेंगी… इसलिए साइलेन्स की शक्ति से सम्पन्न बनना है, शक्तिशाली-साइलेन्स के प्रयोग द्वारा शान्ति के वाइब्रेशन फैलाने… (बाबा-मम्मा-बड़ी दादी ने कैसे गुप्त पुरुषार्थ किया, सेवा-जिम्मेदारी होते भी… तब ही सेवा-वाणी में भी सफलता होती, सारे कल्प की प्रालब्ध भी बनती… ऐसे फॉलो करना)

2. इस शान्ति की शक्ति से ही आने वाले नाजुक समय में बाबा की टचिंग कैच कर सकेंगे (ऐसा बहुतकाल का अभ्यास चाहिए, मन-बुद्धि की लाइन क्लीन-क्लीयर, निगेटिव से परे)… इसलिए सेवाओं में बीच-बीच में भी शान्ति की शक्ति को चेक कर सम्पन्न करना है… थक जाओ तो बाबा के पास परमधाम-टॉप पर (वा संगम-टॉप पर), फिर सेवा फिर ऊपर… तब ही शान्ति सबको दे सकेंगे (सब अपने इष्ट-गुरू को याद कर रहे, साइंस कब-क्यों में है… गोल्डन-मॉर्निंग का इंतजार कर रहे, जिसको लाने के हम निमित्त है)

3. जैसे बाबा (नाजुक समय पर) हमारे बुलावे पर आए, हमे भी सबकी बातें-स्वभाव-वृत्ति को जान हाँ-जी द्वारा संगठन शक्तिशाली करना है… तो यह शान्ति की ज्वाला सबको मदद करेंगी

4. (यादप्यार) हम बाबा के दिल-तख्तनशीन सो विश्व राज्य तख्त-नशीन, शान्ति की शक्ति को बढ़ाते, लक्की-लवली बच्चें है… सदा खुश रह, खुशी की गिफ्ट सबको देने वाले

सार (चिन्तन)

(कोरोना-वायरस कारण) इस हलचल के समय पर शान्ति की शक्ति से सम्पन्न बनने… सेवाओं में बीच-बीच में भी शान्ति की शक्ति को चेक कर, वतन में बाबा के दिल-तख्तनशीन लक्की-लवली बन शान्ति की शक्ति से सम्पन्न हो (संगठन में भी समझ-हाँ जी द्वारा शान्ति की शक्ति को बढ़ाते)… सबको शान्ति देते, विश्व-परिवर्तन का कार्य वा बाबा की आशाओं को सम्पन्न कर, गोल्डन-मॉर्निंग सतयुग स्थापन कर ले… ओम् शान्ति!


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The happiness of the future! | Sakar Murli Churnings 18-03-2020

The happiness of the future! | Sakar Murli Churnings 18-03-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

जबकि हम सुप्रीम सत-चैतन्य-बीजरूप बाप के बने है, उनकी याद द्वारा पावन-पूज्य-देवता बनने (स्वर्ग में सम्पूर्ण-सुखी)… तो इस भविष्य की खुशी में सभी विघ्नों-त्राहि से साक्षी रहते… साथ में तन-मन-धन को सफल कर, ट्रस्टी रहना है, श्रीमत पर ऊँच पद जरूर पाना है


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The journey of love! | प्रीत की यात्रा | Sakar Murli Churnings 17-03-2020

The journey of love! | प्रीत की यात्रा | Sakar Murli Churnings 17-03-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

हम स्वयं को अशरीरी आत्मा-आशिक समझ, सिर्फ एक विदेही-रचता परमपिता-परमात्मा की याद-प्रीत द्वारा… पावन-विजयी बनते (स्वर्ग की बादशाही के वर्से के मालिक), और सेवा में मददगार रहते (अल्फ-बे की याद दिलाते)… नहीं तो विपरित बुद्धि ठहरे, औरों से प्रीत, विनश्यन्ती


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Belonging to God again after 5000 years! | Sakar Murli Churnings 16-03-2020

Belonging to God again after 5000 years! | Sakar Murli Churnings 16-03-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

जबकि 5000 वर्ष बाद हम बाबा के बने हैं, अब जागृति आई है, हम फिर से सूर्यवंशी-देवता बन रहे अमरलोक-सुखधाम के… तो सच्चाई से अपने को अमर-आत्मा समझ, निराकार पतित-पावन बाबा को याद कर, पावन-सदा हर्षित-कर्मातीत बन जाए (तीनों लोकों में सैर करते, माया के भिन्न-रूपों से परे रह)


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