Being Hanuman! | Sakar Murli Churnings 30-05-2019

Being Hanuman! | Sakar Murli Churnings 30-05-2019

सारी दुनिया के बच्चे बाबा के है, इसलिए सब की पुकार सुन वह ब्रह्मा तन में आए हैं सबको सुख-शान्ति देने (सतयुग में सब सद्गति में श्रेष्ठाचारी सर्वगुण सम्पन्न देवताएं होगे)… पवित्रता ही सुख-शान्ति की जननी है, इसलिए बाबा हम सबको पावन बनाते, सत्य ज्ञान देकर (रचता-रचना के आदि-मध्य-अन्त के wonderful खेल का)… ऎसे बाबा को तो बहुत प्यार से याद करना चाहिए (अपने को आत्मा समझ), जिसने हमको adopt कर अपना पौत्रा बनाया है…

सार

तो चलिए आज सारा दिन… जबकि बाबा ने हमें बन्दर से मन्दिर लायक हनुमान समान बनाया है, तो सदा एक राम की याद में मग्न रह, सर्व शक्तियों से सम्पन्न महावीर बन, रावण पर विजयी बन… सभी सिताओं को रावण से छुडा़ए, राम से मिलाते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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The magic of Check & Change | Sakar Murli Churnings 29-05-2019

The magic of Check & Change | Sakar Murli Churnings 29-05-2019

1. एक बाबा को ही याद करना है, उनसे ही वर्सा मिलाता, पद ऊंच बनता, स्वच्छ बनते… नाम-रूप में फंस बुद्धि-वृत्ति भटकाना नहीँ है, देह धन-दोलत में भी नहीं… अन्तर्मुखी बन अपनी जाँच करते रहना है, बाबा को बताने से हल्के-सावधान होंगे

2. यह दुनिया पुरानी हुई, अब घर जाना है, बाबा आया है दुनिया को नई करने… इसलिए श्रीमत पर एक की याद में रहना है बाकी सब भूल, यह बहुत सहज होता देही-अभिमानी बनने से (चेक-चेंज करते करते), विकर्म-डिससर्विस से परे रह… अन्त में आत्मा को ही देखेंगे, देह पर ज़रा भी दृष्टि नहीँ जाएंगी, इसका अभी से अभ्यास करना है, अन्त में बाबा ही याद आएं

3. देह से प्यार के बजाए एक बाबा से सच्चा प्यार रखना है, परमात्म प्यारे बनने लिए न्यारा, अर्थात अपनी प्रवृति को भी सेवा समझ करना है… तो खुशी से भरपूर, दुःखों से परे रहेंगे

सार

जबकि बाबा ने हमें इतनी wonderful कला सिखाई है, संकल्पों पर attention रख ज्ञान-योग से check-change करने की… तो चलिए आज सारा दिन, सदा (वा 1 घंटे में 1 मिनट) अपने संकल्पों को चेक कर उन्हें सदा खुश-श्रेष्ठ-शक्तिशाली-योगयुक्त रख… सदा सम्पन्न रहते, सबको सम्पन्न करते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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स्वदर्शन चक्रधारी बनने से 108 प्राप्तियां | 108 Benefits of Spinning the Discus of Self Realization

स्वदर्शन चक्रधारी बनने से 108 प्राप्तियां | 108 Benefits of Spinning the Discus of Self-Realization

आज की पूरी मुरली में बाबा ने स्वदर्शन चक्र फिराने को कहा… तो आज स्वदर्शन चक्रधारी बनने से 108 प्राप्तियां आपको भेज रहे हैं… इन्हे बहुत उमंग से, बाबा की याद में स्वीकार करना जी!

प्रैक्टिकल जीवन में

  • चिन्तन होता, खुशी-नशा-उमंग-उत्साह बढ़ता, स्थिति अच्छी-ऊँची बनती… श्रेष्ठ स्मृतियां-स्वमान जागृत होते, बढतेे… बुद्धि बेहद, विशाल, दूरांदेशी होती
  • स्वयं को भाग्यशाली महसूस करते, बाबा से प्यार बढ़ता
  • परिस्थिति, समस्याएं, विघ्न, पेपर छोटे लगते… औरों को समझना, स्वीकार करना सहज

श्रेष्ट स्मृतियों को जागृत

  • अनादि… परमधाम का अनुभव कर सकते, गहरी शान्ति
  • देव स्वरूप… दिव्य गुण, दैवी संस्कार (दिव्यता, पवित्रता, उदारता, मधुरता, रॉयल चलन) जागृत होते, सतयुग के नजारे दिखते
  • पूज्य स्वरूप… महानता जागृत होती, सब को देते रहते
  • ब्राह्मण स्वरूप… स्वयं को ज्ञानी, नॉलेजफुल, त्रिनेत्रि, त्रिकालदर्शी, त्रिलोकीनाथ अनुभव कर सकते
  • फ़रिश्ता स्वरूप… हल्का, न्यारा, उपराम, ऊंच, अलौकिक रहते

बुराइयों से परे

  • परदर्शन, परचिन्तन, पास्ट का चिन्तन, व्यर्थ से मुक्त रहते… रावण-माया से बचे रहते, उसका गला कटता
  • देह-दुनिया वस्तु-व्यक्ति से सहज परे रहते
  • बुराई-विकार-कमी-कमझोरी-खामी से वैराग्य-त्याग-समर्पण सहज

ब्राह्मण जीवन में

  • श्रीमत, फोलो फादर, योग सहज होता
  • मुरली सहज, अच्छे से गहराई से समझ आती… रस आता
  • आत्मिक स्थिति, पाँच स्वरूपों (अनादि, आदि, पूज्य, ब्राह्मण, फ़रिश्ता) का अभ्यास सहज… परमधाम, सूक्ष्मवतन, सतयुग का अनुभव सहज
  • सेवा सहज कर सकते (चलते-फिरते, कोर्स, मुरली सुनाना, प्रश्नों के उत्तर देना)
  • स्वयं-ड्रामा पर निश्चय, पुरुषार्थ बढ़ता… आत्म विश्वास बढ़ता, हम ही कल्प-कल्प के विजयी रत्न, मायाजीत है… धारणा-मूर्त बनते… संगम के समय-श्वास-संकल्प की वैल्यू होती
  • ऊंचा पद बनता… चक्रवर्ती राजा, विष्णु-वंशी, सूर्यवंशी बनते

सार

तो चलिए आज सारा दिन… स्वदर्शन चक्र फिराते, सदा खुश माया-व्यर्थ पर विजयी रहे… इसी श्रेष्ठ स्थिति में बाबा को बहुत प्यार से याद करते, उनकी सारी ज्ञान-गुण-शक्तियों से सम्पन्न बन… सबको बांटते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!

गीत: चलो करें हम सैर रुहानी…


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Spinning the Cycle! | Sakar Murli Churnings 28-05-2019

Spinning the Cycle! | Sakar Murli Churnings 28-05-2019

1. हमारे अति-मीठे रत्नागर सौदागर जादूगर ज्ञान के सागर (बीज) बाबा ने हमें स्वदर्शन चक्रधारी बनाया है, कैसे हमने ऊपर से आकर 84 जन्मों का पार्ट बजाया है, हम ही देवता थे और फिर से बनेंगे… तो एकदम गदगद् हो, खुशी में नाचते रहना चाहिए… सबको को भी यह wonderful ज्ञान सुनाकर, आंखें खोल सदा सुखी बनाना है, जो आने वाले होंगे वह आ जाएँगे

2. विकारों को छोड़, बाबा को याद करते रहना है… ज्ञान चिन्तन से सब सहज हो जाता… नि:स्वार्थ भाव से सेवा में मग्न रह, जहां हो सके सेवा का प्रबंध करते रहना है, माँगना नहीँ है

सार

तो चलिए आज सारा दिन… जबकि बाबा ने हमें सृष्टि के आदि-मध्य-अन्त का सम्पूर्ण ज्ञान दे दिया है, तो सदा स्वदर्शन चक्रधारी बन पाँचों स्वरूपों का अभ्यास करते रहे (अनादि, आदि, पुज्य, ब्राह्मण, फरिश्ता)… तो सदा स्वमान-धारी शान्ति प्रेम आनंद से भरपूर रह, सबको देते, सतयुग बनाते चलेंगे… ओम् शान्ति!


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We’re most lucky stars! | ज्ञान सितारे | Sakar Murli Churnings 27-5-2019

We’re most lucky stars! | ज्ञान सितारे | Sakar Murli Churnings 27-5-2019

1. शिवबाबा सूर्य, ब्रह्मा बाबा चन्द्रमा, और हम है most wonderful लक्की ज्ञान सितारे, सो भी नम्बरवार (कोई ज्यादा चमकते, बाबा के समीप रहते)… सर्विसएबुल बच्चे बाबा को बहुत प्यारे हैं, दिल पर चढ़ते, उन्हें ज्यादा करंट सर्चलाइट कैच होती

2. सत्य ज्ञान समझने, वर्सा पाने में टाईम नहीँ लगता, याद से पवित्र बनने में ही टाईम लगता… भल माया कितना भी तूफान लाएं भुलाने की कोशिश करे, हमें याद में मस्त रहना है, माया पर विजयी…

3. हम आवाज से परे बाबा की याद में मस्त रहते हैं, सेन्टर-मधुबन पर यह सहज होता… बाबा संगम पर ब्रह्मा-तन में आकर राजयोग सिखाकर मनुष्य से देवता बनाए स्वर्ग का वर्सा देते

4. उसे बच्चा भी बनाना है, वह बहुत अच्छी सम्भाल करता, 21 जन्मों के लिए मालामाल बनाता… अभी हम माला को भी समझ गए हैं, हमारा पुरुषार्थ ही है विजयी रत्न, वैजयंती माला का मणका बनने लिए, मेरू बाबा हमें आप समान बनाते!

सार

तो चलिए आज सारा दिन… जबकि स्वयं भगवान् ने हमें चुना है, तो सदा इसी रुहानी नशे में रहे, हम पद्मापद्म भाग्यशाली भगवान् की choice है… इसी उमंग से ज्ञान-योग के पुरुषार्थ की तीव्र दौड़ी लगाते, बहुत जल्द सर्व प्राप्ति सम्पन्न आनंद-मय बन… सबको खुशी बांटते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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The enchanting Murli! | Sakar Murli Churnings 25-05-2019

The enchanting Murli! | Sakar Murli Churnings 25-05-2019

1. बाबा मधुबन में ब्रह्मा-तन में आकर मुरली सुनाते, जिससे हमें सत्य ज्ञान मिलता, पुज्य बनते

2. मुख्य है योग अग्नि वा याद की यात्रा, जिससे पिछले विकर्म विनाश होते, इस जन्म का भी बाबा को सबकुछ बताने से हल्का करना है… बाबा बेहद में सबको देखते, करंट देते, जितना हम भी याद करेंगे, उतना सहयोग मिलता-पावन बनते… सारे विश्व को भी हमारे योग का सहयोग मिलता, फिर हम ही विश्व का मालिक बनते, इसी नशे में रहना है

3. बैज़ सदा लगा रहे (जिसमें बहुत सहज समझनी है… बेहद का बाबा, कल्याणकारी हमें स्वर्ग का वर्सा देते, यह संगमयुग चल रहा)… सुनकर फिर सुनाना-पढ़ाना भी है, ऎसा लायक बनना है कि मुरली भी सुना सके, सेन्टर भी चला सकें

सार

तो चलिए आज सारा दिन… जबकि हम रोज शिवबाबा की ज्ञान मुरली की मधुर तान सुनते, तो सदा उसीके चिन्तन में अतिन्द्रीय सुख-खुशी में नाचते रहे… सबको भी ज्ञान-गुण-शक्तियों का महादान-वरदान देते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!

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A refreshing fan! | Sakar Murli Churnings 24-05-2019

A refreshing fan! | Sakar Murli Churnings 24-05-2019

1. जितना स्वदर्शन चक्र का पंखा चलाते (जो एक सेकण्ड में चलता), तो रिफ्रेश होते और भविष्य चक्रवर्ती राजा, विष्णुवंशी-सूर्यवंशी बनते… सबको समझाना है, यही इस Spiritual यूनिवर्सिटी का एम-ऑब्जेक्ट है, पहले भी हम देवता थे

2. वृक्षपति बीजरूप बाबा (जो हमारा बाप, टीचर, सतगुरु है) नें हमें सारे चक्र का ज्ञान दिया है कि कैसे हम ही पूज्य-श्रेष्ठ-पारस थे और वर्सा भी देते, तो उनको तो बहुत याद करना है, विकारों-दुःख को छोड़… तो बाबा भी हमको याद करते, यही संगम का श्रेष्ठ भाग्य है… सतयुग में हमारी आयु भी लंबी होंगी

3. एक बाबा ही सत है जो सम्पूर्ण निर्विकारी, सतोप्रधान, ऑलमाइटी, विश्व का मालिक बनाते और कल्प बाद मिले हैं, तो उसके प्यार में डूबे रहना है, कलियुग को भूल… सूर्यवंशी-चन्द्रवंशी राज्य मस्ट रिपीट, यही हमारा एम ऑब्जेक्ट है, जो पाते श्रीमत-याद द्वारा… तो भारत भी फिर धनवान-गुणवान महिमा-योग्य बन जाएंगा.. हम भक्ति को भी समझ गए है, भगवान् आए ही है भक्ति का फल देने

सार

तो चलिए आज सारा दिन… जबकि हमें सर्वश्रेष्ठ स्वदर्शन चक्र का पंखा मिल गया है, तो उसे सदा स्विच ऑन रख बिल्कुल शीतल-शान्ति का अनुभव करते रहे… औरों को भी श्रेष्ठ वाइब्रेशन से सहयोग मिलते, सतयुग बन जाएंगा… ओम् शान्ति!


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Sitting in God’s eyes | Sakar Murli Churnings 23-05-2019

Sitting in God’s eyes | Sakar Murli Churnings 23-05-2019

1. इस पुरुषोतम संगमयुग पर बाबा साधारण तन में आकर, हमें पढ़ाकर पारस-बुद्धि बनाते, फिर स्वर्ग में सम्पूर्ण सुख-धन-साधन एकता होंगी… ऎसे सुखधाम में जाना है, बाकी सब तो शान्तिधाम जाएँगे, इस दुखधाम-अपवित्रता को छोड़ना है (हम आत्मा भाई-भाई है, भ्रकुटी के बीच, बाप से वर्सा मिलता)… जो आने वाले होंगे वह आ जाएँगे, हमें भी समझाते रहना है (दो बाप, आदि)

2. हमें सम्पूर्ण ज्ञान मिल गया है, तो कैसे भी करके (हर जगह, भोजन करते, आदि) बाबा को याद करना है, तो विकर्म-विनाश हो माया-जीत बन पवित्र-सतोप्रधान विश्व का मालिक बन जाएँगे… बाकी थोड़ा समय है, गुल-गुल बनने से बाबा नयनों में बिठाकर ले जाएँगे, कमाई बड़ी भारी ही (घाटा भी!) देही-अभिमानी बनने से सब सहज होता… चिन्तन भी करना है कैसे हम आत्मा है, फिर घर जाएँगे, फ़िर सतयुग में आएँगे

सार

तो चलिए आज आरा दिन… जबकि बाबा ने हमें अपने नयनों में बिठा दिया है, तो हम भी उन्हें अपने नैनों में समाकर, अपनी दिनचर्या के हर पहलू को योगयुक्त बना दे… तो सदा श्रेष्ठ स्थिति में स्थित दिव्यगुण-सम्पन्न बन, औरों को भी श्रेष्ठ बनाते, सतयुग बनाते रहेंगे… ओम् शान्ति!


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हमारे wonderful चित्र | Sakar Murli Churnings 22-05-2019

हमारे wonderful चित्र | Sakar Murli Churnings 22-05-2019

1. जबकि बाबा हमें फूल-हीरा कहते, और हम ही देवता बनते… तो सदा अपने एम ऑब्जेक्ट को सामने रख, चेक करते रहें, क्या हममें ऎसे गुण है? (खुशी, अतिन्द्रीय सूख, आदि), औरों को भी आप समान बनाते हैं?… यह सब सहज हो जाता याद की यात्रा से (जो बाबा हमें शान्तिधाम-सुखधाम ले जाते, एसी याद जो अंत में और कुछ याद न आए)

2. जबकि बाबा हमें इतनी ऊँची जबर्दस्त प्राप्ति कराते (और समय भी कम है), तो देह-सहित सबकुछ भूल उसकी याद में मग्न हो जाएँ… वह भी बहुत प्रेम से, तो ऊंच पद बन जाएँगा

3. अभी हम नम्बरवार पुरूषार्थी है, फिर वैकुण्ठ नई दुनिया के मालिक बनते… इसमें कोई संशय की बात नहीं, यह खेल तो बना हुआ है… हमारे ज्ञान-योग के हर कदम में पद्मों की कमाई है, धन भी सफल जरूर करना है 

सार

तो चलिए आज सारा दिन… जबकि बाबा ने हमारे लिए इतने wonderful चित्र बनवाए हैं, तो सदा गोला-झाड-सीडी को सामने रख, इसी नशे में रहे कि बाबा संगम पर हमें कितना ऊंच ते ऊंच दिव्यगुण सम्पन्न विश्व का मालिक बनाते… इसी नशे से ज्ञान-योग का तीव्र पुरूषार्थ कर सदा शान्ति प्रेम आनंद से भरपूर रह, सबको भी सम्पन्न करते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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Our All-in-One Baba! | Sakar Murli Churnings 21-05-2019

Our All-in-One Baba! | Sakar Murli Churnings 21-05-2019

1. हम आत्मा पार्टधारी ही, इस स्मृति से बाबा को याद करना है, तो कल्याण होता… सबको समझाना है, कैसे वह है:

  • परमपिता (बेहद सुख का वर्सा दे, विश्व का मालिक बनाते)
  • परम शिक्षक (ज्ञान का सागर, राजयोग सिखाते… मनुष्य सृष्टि का बीजरूप, सारे सृष्टि के आदि-मध्य-अन्त का ज्ञान सुनाते),
  • सतगुरू (दुःखों से liberate कर, गाइड बन साथ ले जाते, सद्गति भी करते)
  • सत्-चित्त-आनंद स्वरूप, सुख-शान्ति का सागर… जो हमें सर्वगुण सम्पन्न देवता बनाते

इससे स्वतः सिद्ध होता कि भगवान् सर्वव्यापी नहीं (टीचर-स्टूडेंट जरूर अलग होंगे)

2. श्रीमत से ऎसा श्रेष्ठाचारी बनते, कि अब तक देवताओं की पूजा होती है, और रावण एकदम अनराइटियस बना देता … मुख्य बात, कलियुगी अपवित्र मर्यादा जोड़ सम्पूर्ण पावन जरूर बनना है… रावण राज्य में सब दुःखी है, इसलिए औरों को भी भूँ-भूँ करते, सत्य ज्ञान दान देते रहना है

सार

तो चलिए आज सारा दिन… जबकि हमें बाबा सर्व सम्बन्धों (मात-पिता, शिक्षक-सतगुरू, सखा-साजन, सर्जन-बच्चा) के रूप में मिल गए हैं, तो सदा उनके प्यार में डूबे हुए, सुखों के झूले में झूलते रहे, माया से अनजान… सबको भी यह सुख-खुशियां बांटते, सतयुग बनाते चले.. ओम् शान्ति!


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