Names of Soul World | Paramdham, Muktidham, Shantidham, Parlok

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Sakar Murli Churnings 04-12-2018

आज बाबा परमधाम को भिन्न भिन्न नामों से याद कर रहे थे… तो चलिए आज परमधाम के सभी नामों को revise करे, जो बाबा ने मुरलीयों में बताए हैं… यह चिंतन योग में बहुत काम आता है! 

परमधाम के नाम 

  1. मूलवतन
  2. परमधाम… परे ते परे धाम
  3. परलोक… 5 तत्वों से पार, सूर्य चाँद तारागण से भी पार
  4. ब्रह्मलोक… जहां चारो ओर सुनेहरा लाल प्रकाश ही प्रकाश है (ब्रह्म महतत्व)
  5. शान्तिधाम… जहां चारो ओर शान्ति ही शान्ति है
  6. निर्वाणधाम… वाणी (आवाज) से परे धाम
  7. मुक्तिधाम… जहां हम सर्व प्रकार के बंधन से मुक्त है
  8. घर… हमारा प्यारा मीठा घर है (Home Sweet Home)
  9. निराकारी दुनिया… आत्माओं की दुनिया
  10. शिवपुरी… शिव बाबा के रहने का स्थान

तो इन सभी नामों (और उनके अर्थ) को याद करने से … हम परमधाम की असीम शान्ति का लंबा समय अनुभव कर सकते हैं !

तो चलिए आज सारा दिन… शान्ति धाम की शान्ति को अपने अंदर समाते हुए, शान्ति का अति मीठा अनुभव करते रहें!

ओम् शान्ति!

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How to overcome Weaknesses? | भूतों (अर्थात कमज़ोरियां) को भगाने की सहज विधि | Sakar Murli Churnings 03-12-2018

How to overcome Weaknesses imageHow to overcome Weaknesses? | भूतों (अर्थात कमज़ोरियां) को भगाने की सहज विधि

Sakar Murli Churnings 03-12-2018

आज बाबा हमे भूतों (अर्थात कमज़ोरियां) को भगाने के लिए कह रहे थे

भूतों की लिस्ट

बाबा ने मुख्य भूतों (विकारों) की बात की… लेकिन उनके और भी कई बाल बच्चे है:

  • देह अभिमान… नकारात्मक, व्यर्थ चिंतन (भूतकाल,  परचिंतन आदि), ज्यादा सोचना
  • काम… अपवित्रता, कामनाएं, इच्छाएं, आकर्षण
  • क्रोध… चिड़चिड़ापन, disturbance, प्रभाव, blame, control, conflict, लड़ना जगड़ना, नफरत, वैर, हिंसा
  • लोभ… जल्दीबाज़ी , exploitation,  भ्रष्टाचार
  • मोह… चिंता, भय, insecurity, anxiety, possessiveness, अपेक्षाएं, फीलिंग (Hurt), sensitive nature
  • अहंकार… Superiority complex, रोब, competition… Inferiority complex, ईर्षा, Comparison
  • आलस्य, अलबेलापन, अधिक सोना, आदि

भूतों को भगाने की सहज विधि

और भूतों को भगाने का उस्ताद परमात्मा है… जिसने हमें भूतों को भगाने की बहुत सुन्दर और सहज विधि बताई है:

  • देह अभिमान को मिटाने के लिए … ज्ञान की शक्ति
  • काम को मिटाने के लिए … पवित्रता की शक्ति
  • क्रोध को मिटाने के लिए … शान्ति की शक्ति
  • मोह को मिटाने के लिए … रूहानी प्रेम (आत्मिक स्नेह) की शक्ति
  • लोभ को मिटाने… अतिन्द्रीय सुख और आनंद की शक्ति
  • अहंकार को मिटाने … स्वमान की शक्ति
  • आलस्य को मिटाने… उल्लास (उमंग उत्साह) की शक्ति

तो जितना हम आत्मा के 7 अनादि गुणों का अनुभव करते जाएंगे… तो सभी भूत भागते जाएँगे!

इसको ही बाबा कहते हैं कि… भूतों को भगाने के लिए ज्ञान योग की वास-धुप लगाओ!

सार

तो चलिए आज से… अपने ज्ञान के चिंतन और योग के चार्ट को बढ़ाते जाए, और सदा के लिए इन दुखों से मुक्त हो जाएँ… अर्थात सदा शान्ति, प्रेम और खुशियों के ज़ुले में जुलते रहे… ओम् शान्ति!

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Experiencing the Power of Peace – Avyakt Murli Churnings 02-12-2018

Experiencing Power of Peace imageExperiencing the Power of Peace – (Avyakt Murli Churnings 02-12-2018)

शान्ति के संकल्प

आज बाबा हमे 5 शान्ति के स्वमान दे रहे हैं:

  1. में शान्ति का अवतार हूं
  2. में शान्ति के सागर की संतान हूं
  3. में शान्ति दाता हूँ… शान्ति देवा हूँ … शान्ति का महादानी वरदानी हूं
  4. में शान्ति का भण्डार हूं
  5. में सदा शान्त स्वरूप हूं

शान्ति के और भी कई संकल्प है:

  1. शान्ति मेरा स्वधर्म है
  2. शान्ति मेरे गले का हार हे
  3. में शान्ति दूत हूं
  4. में शान्ति का फरिश्ता हूँ
  5. मेरा स्थान शान्ति कुण्ड हैं
  6. Peace is my original nature
  7. I’m Peace
  8. I’m a Peaceful Soul
  9. में शान्त स्वरूप हूं, बाबा शान्ति का सागर है … बाबा से मुझ पर शान्ति की किरणें बरस रही है … में शान्ति से भरपूर हो रही हूँ

इन संकल्पों को योग में दोहराने से, बहुत अच्छे अनुभव होते हैं… अर्थात हम शान्ति से भरपूर हो जाते हैं !

शान्ति बांटना

और जब हम खुद शान्ति से भरपूर होते हैं, तो औरों को शान्ति का अनुभव सहज करा सकते

औरो को शान्ति देने की विधि है… वृत्ति और दृष्टि में, ‘ये मेरे भाई है‘... और शुभ भावना ‘इन्हे भी बाप से वर्सा मिल जाए‘ … ऎसी श्रेष्ठ, रहमदिल, निःस्वार्थ, शुभ, कल्याणकारी, समर्थ भावना सदा फल देती है

ये बहुत जरूरी है, क्योंकि:

  1. शान्ति सबसे आवश्यक चीज है
  2. सभी शान्ति की प्यासी आत्माएं है… शान्ति के इच्छुक है
  3. विनाशी धन साधन से सच्ची शान्ति नहीं मिल सकती… इसलिए सभी शान्ति मांगने वाले बन गए हैं
  4. शान्ति के लिए बहुत भटकते हैं, पुकारते हैं, चिल्लाते हैं, परेशान होते हैं

और जिस चीज़ की आवश्यकता है, वही देना सबसे अच्छा है… इससे बहुत दुआएं मिलती हैं !

सार

तो चलिए आज सारा दिन… शान्ति के सागर में लहराते हुए, शान्त स्वरूप स्थिति में स्थित रहे… और सबको शान्ति बाँटते चले, ओम् शान्ति !

आज के मुरली की अन्य पॉइंट्स

बाबा कह रहे है… स्वयं को हीरो पार्टधारी समज हर कर्म करो… इससे स्वतः अपने पर attention रहेगा, alert रहेंगे, और अलबेलेपन से मुक्त रहेंगे… तो थोड़े समय मे बहुतकाल का अभ्यास कर, बहुतकाल की प्राप्तियां कर सकते हैं !

हम सिकीलधे बच्चों को सदा बाप के साथ रहना है… दूर जाएंगे तो माया आ जाएगी… और यहां स्वयं बाप हमे साथ रहने का निमंत्रण दे रहे हैं, ऐसा भाग्य सतयुग में भी नहीं मिलेगा,और साथ रहने का समय भी कम हैं… इसलिए हम सदा साथ रहते हैं !

तीव्र पुरुषार्थी का स्लोगन है… ‘अभी नहीं तो कभी नहीं!’ 

ओम् शान्ति !

Holiest, Highest, Richest – Avyakt Murli Churnings 30-11-2018

Holiest, Highest, Richest imageHoliest, Highest, Richest (Avyakt Murli Churnings 30-11-2018) 

आज बाबा हमारे मस्तक पर 3 परमातप्रा प्तियां देख रहे हैं:

  1. Holiest
  2. Highest
  3. Richest

Holiest

बाबा हमे स्वमान दे रहे हैं ‘में Holiest हूं‘… और इस स्वमान को शक्तिशाली बनाने के लिए 2 स्मृति देते हैं:

  1. हम अनादि स्वरूप मे, परमधाम मे भी Holiest है
  2. हमारा आदि स्वरूप, देव स्वरूप भी Holiest है

इस स्वमान के फलस्वरूप, हमारे जीवन के सभी पहलु पवित्र बन जाते हैं:

  1. स्वप्न
  2. मन… (अपवित्र, नकारात्मक, व्यर्थ संकल्पों से मुक्त)
  3. वाणी… (मधुर, ज्ञानयुक्त, युक्तियुक्त बोल)
  4. कर्म… (सुखदाई, प्रेरणादायी कर्म)
  5. संबंध… (आत्मिक स्नेह से भरपूर)
  6. सम्पर्क…  (संतुष्ट रहना और संतुष्ट करना)
  7. प्रवृति
  8. स्थूल पवित्रता ब्रह्मचर्य

और सतयुग में… हम आत्मा और हमारा शरीर दोनों पवित्र बन जाते हैं !

Highest

  1. ऊंचे ते ऊंचे बाप के बच्चे
  2. ऊंचे ब्राह्मण
  3. परमधाम में भी Highest… अर्थात बाप के समीप
  4. देवताओं की सबसे विधि पूर्वक पूजा होती है

Richest in the kalpa! 

  1. अविनाशी (अर्थात साथ चलने वाले) अनगिनत खज़ानो के मालिक… ज्ञान, गुण, शक्तियां, समय, संकल्प
  2. खुशी जैसा खज़ाना नहीं… खुशी जैसी खुराक नहीं… खुशी बांटने से बढ़ती है
  3. एक एक सेकंड बहुत मूल्यवान… श्रेष्ठ कर्मों के बीज बोने का समय

बाबा ने कमाई जमा करने के बहुत तरीके बताए:

  1. याद से कमाई जमा होती है… संबंध के स्नेह और प्राप्तियों के आधार पर सहज याद हो जाती है… याद भूलना मुश्किल हो जाता है
  2. मैं कहो, तो याद रहे ‘मैं श्रेष्ठ आत्मा हूं
  3. मेरा कहो, तो ‘मेरा बाबा‘ याद आए
  4. बिंदी लगाते जाए… में आत्मा बिंदी, मेरा बाप परमात्मा बिंदी, और ड्रामा में जो हुआ वह full stop!
  5. स्वमान में स्थिति रहना

Om Shanti!

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सतयुग के विभिन्न नाम | Names of Paradise, Heaven | Golden Age names

सतयुग के विभिन्न नाम | Names of Paradise, Heaven | Golden Age names imageसतयुग के विभिन्न नाम | Names of Paradise, Heaven | Golden Age names

बाबा ने मुरली में सतयुग के 28+ नाम सुनाए हैं:

  • नई दुनिया
  • सतयुग
  • बेहद का दिन

धर्मो में दिए गए नाम

  • स्वर्ग
  • वैकुण्ठ
  • परिस्तान
  • जन्नत
  • बहिश्त
  • अल्लाह का बगीचा
  • Heaven
  • Paradise
  • Golden Age

परमात्मा वा देवताओं से संबंधित नाम

  • शिवालय
  • ब्रह्मा का दिन
  • कृष्णपुरी
  • विष्णुपुरी
  • रामराज्य

सतयुग के गुणों के आधार पर नाम

  • अमरलोक
  • सचखण्ड
  • डीटी वर्ल्ड
  • पावन दुनिया
  • निर्विकारी दुनिया
  • श्रेष्ठाचारी दुनिया
  • पुण्यआत्माओं की दुनिया
  • सुखधाम
  • अशोक वाटिका
  • जीवनमुक्ति धाम
  • क्षीरसागर

सार (सतयुग के विभिन्न नाम | Names of Paradise, Heaven | Golden Age names)

तो बाबा हमें कितना उंचा वर्सा दे रहे हैं … तो चलिए आज सारा दिन, ऎसे प्यारे पिता के प्रीत में पिरोए रहे… ओम् शांति!


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The importance of One | एक का महत्व | 25-11-2018 Avyakt Murli Churnings

The Importance of One | एक का महत्व | 25-11-2018 Avyakt Murli Churnings imageThe Importance of One | एक का महत्व

आज बाबा ने … ‘एक’ का महत्व बताते हुए, 20 wonderful बातें सुनाई!

एक बाबा

  • एक बल
  • एक भरोसा
  • एक के गुण गाना
  • एक के साथ रहना
  • एक के साथ सर्व संबंध… (माता पिता शिक्षक सतगुरु बंधु सखा साजन सर्जन बालक, आदि) 
  • एक संसार
  • एक से सर्व प्राप्ति
  • एकरस
  • एकमत

एक दिनचर्या… (बाबा की श्रीमत अनुसार)

  • उठकर एक बाबा
  • सभी कार्य एक के साथ करना
  • रात को एक बाबा की गोदी में सोना

एक प्रभु परिवार

  • एक लक्ष्य… (मनुष्य से देवता बनना) 
  • एक लक्षण… (दिव्यगुण, हर्षितमुखता, मधुरता, आदि)
  • एक सर्व के लिए शुभ भावना
  • एक सर्व के लिए श्रेष्ठ कामना

एक की सेवा

  • एक बाबा ने सेवा के निमित्त बनाया
  • एक बाप का परिवार है
  • एक मे सारा ज्ञान समा जाता है

एक के महत्व को जानने से महान बनेंगे!

एक से संबंधित, बाबा के और भी कई शब्द है:

  • एकनामी
  • एकव्रता
  • एकाग्रता
  • एकता
  • एकांतप्रिय

तो चलिए, आज सारा दिन बाबा की याद में रहे! ओम् शांति!