बाबा के इस रूद्र गीता ज्ञान यज्ञ की 108 बातें

बाबा के इस रूद्र गीता ज्ञान यज्ञ की 108 बातें

कल बाबा ने मुरली में इस रूद्र ज्ञान यज्ञ की बात कही थी… तो आज बाबा के इस रूद्र गीता ज्ञान यज्ञ की 108 बातें देखते हैं, इन्हे बहुत रुचि से बाबा की याद में स्वीकार करना जी!

राजस्व अश्वमेध अविनाशी रूद्र गीता ज्ञान यज्ञ

  • राजस्व… स्वराज्य, वा स्वर्ग का राज्य दिलाने लिए
  • अश्वमेध… शरीर रूपी अश्व को स्वाहा करते, अर्थात बाबा को शरीर दे, देह-भान का त्याग करते
  • अविनाशी… सदाकाल की प्राप्ति, 21 जन्मों के लिए, जो कल्प-कल्प रिपीट होती
  • रूद्र… निराकार ज्योति-बिन्दु शिव बाबा का रचा हुआ यज्ञ
  • गीता… भगवान् रथ पर आकर ज्ञान सुनाते, हम अर्जित कर माया के युद्ध में विजयी बन, स्व पर राज्य फिर से प्राप्त करते
  • ज्ञान… बाबा ज्ञान देते
  • नाम… प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय… यह स्कूल, पाठशाला, विद्यालय, कालेज, यूनिवर्सिटी भी है

यज्ञ में क्या-क्या होता

  • लक्ष्य होता… हमारा लक्ष्य है सारे विश्व को सुख-शान्ति सम्पन्न स्वर्ग बनाना
  • नये कार्य पहले करते… नव-विश्व निर्माण का कार्य
  • नये स्थान पर… नया सतयुग स्थापन करने
  • वायुमण्डल परिवर्तन… योग से हमारे स्थान, वा सारे विश्व का वायुमण्डल सतोगुणी बनता
  • सेठ… सबसे बड़ा धनी शिवबाबा
  • अग्नि… योग-अग्नि, जिससे विकर्म-विनाश पाप-कट हो, हम पावन-सतोप्रधान बनते
  • यज्ञ-कुण्ड… शान्ति-कुण्ड
  • आहुति… बुराई, विकार (काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार) कमी, कमझोरी, खामीयों का… अन्त में सारी पुरानी दुनिया का
  • जऊ-तिल-घी… तन-मन-धन स्वाहा
  • समय… पूरा संगमयुग चलता
  • प्रभाव… फिर आधाकल्प कोई यज्ञ की आवश्यकता नहीं
  • ब्राह्मण सम्भालते… हम ब्रह्मा मुखवंशावली ब्रह्मा कुमार-कुमारी, सच्चे ब्राह्मण कुल भूषण सम्भालते

यज्ञ में और भक्ति की रस्में

  • कथा… बाबा हमें सत्य नारायण, तिज़री की कथा, अमरकथा सुना रहे
  • मंत्र… मनमनाभव-मध्याजीभव का
  • श्लोक-स्तुति… बाबा की महिमा गाते
  • पूजा… हमें पूज्य बनना है
  • गणेश पूजा… हमें विघ्न विनाशक बनना है
  • रक्षा-पोटली बाँधना… पवित्रता की प्रतीज्ञा
  • भक्ति की और क्रियाओं में… बाबा को याद करना
  • सबको बुलाना… सबकी सेवा करना, बाबा का परिचय-पैगाम देना

और पॉइंट्स

  • हम है यज्ञ-स्नेही, यज्ञ-सहयोगी, यज्ञ-रक्षक… हड्डियां देते (दधीची ऋषि मिसल) यज्ञ-सेवा में, मधुबन में सेवा करते

सार

तो चलिए आज सारा दिन… जबकि बाबा ने आकर हमारे लिए इतना सुन्दर ईश्वरीय विश्व विद्यालय स्थापन किया है… तो नम्बर वन स्टूडेंट बन पक्के ज्ञानी, योगी, धारणा-मूर्त, सेवाधारी बन… सतयुग स्थापन कर ले… ओम् शान्ति!


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Thanks for reading this article on ‘बाबा के इस रुद्र गीता ज्ञान यज्ञ की 108 बातें’

6 Replies to “बाबा के इस रूद्र गीता ज्ञान यज्ञ की 108 बातें”

  1. Om Shanti Super Soul
    Something from me…
    इस रूद्र गीता ज्ञान यज्ञ का यजमान कोई भी धर्म के व्यक्ति बन सकता है…

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