आत्मा क्या-क्या करती है (100 बातें) | 100 activities of the Soul
आज सारी मुरली में बाबा ने कहा, कैसे आत्मा ही सबकुछ करती… तो आज 100 बातें देखते हैं, कि आत्मा क्या-क्या करती है… इन्हे बहुत आत्मिक स्थिति में, बाबा की याद में स्वीकार करना जी!
शरीर की मालिक!
- आँखों द्वारा देखती, कानों द्वारा सुनती, मुख द्वारा बोलती… स्पर्श-स्वाद-सुगंध अनुभव करती… शरीर को भोजन-व्यायाम कराती
- शरीर द्वारा हिलती, कर्मेंद्रीयां-organs द्बारा कार्य-कर्म करती, भिन्न स्थानों पर जाती
- शरीर को चलाती… सबकुछ आत्मा ही करती, एक शरीर छोड़ दूसरा लेती
- सभी Organs वा सिस्टम चलाती (मस्तिष्क, हार्ट, लंग, पेट, लिवर, kidney, आदि)
मन-बुद्धि-संस्कारों की मालिक!
- सोचती, महसूस करती… दृष्टिकोण, मंतव्य रखती
- चित्र visualise करती… याद रखती-करती… परख-निर्णय करती… समझती-समझाती… पढ़ती-पढ़ाती
- अनुभव करती… धारणा करती, संस्कार बनाती… पार्ट बजाती… रोल निभाती
- 84 जन्मों का पार्ट नुन्धा रहता… ज्ञान, अनुभव, स्मृतियां रिकार्ड होती
सम्बन्ध-सम्पर्क में आती
- बातें करती-सुनती… सम्बन्ध जोड़ती-निभाती
- लेन-देन, हिसाब-किताब करती
अनुभव करती!
- नाचती-गति… खुश होती
- रोती-चिल्लाती… दुःखी होती
- इच्छा करती… तृप्त-सन्तुष्ट होती
- शान्त रहती, सुखी वा दुःखी होती… पतित वा पावन बनाती, पाप वा पुण्य करती, तमोप्रधान-सतोप्रधान, भोगी-योगी बनती, बैटरी चार्ज-डिस्चार्ज होती, दैवी-आसुरी बनती
ब्राह्मण जीवन में
- देह-अभिमानी, वा देही-अभिमानी, आत्म-अभिमानी, अशरीरी, विदेही बनती… बाबा को याद करती
- ज्ञान सुनती, योग करती, धारणा-मूर्त बनती, सेवा करती, भाग्य-प्रालब्ध बनाती, भोगना भोगती
सार
तो चलिए आज सारा दिन… इन सभी बातों को स्मृति में रख, सारा दिन सबकुछ करते, आत्म-अभिमानी स्थिति को मजबूत करते रहे… तो सदा शान्ति-प्रेम-आनंद से भरपूर, बाबा से सहज जुड़े सर्व प्राप्ति सम्पन्न बन, सतयुग बनाते रहेंगे… ओम् शान्ति!
Also read:
- List of 50 Rajyoga Meditation Practices, 156 descriptions of Satyuga & 108+ Titles of God
- List of 191 Swamans, 56 Divine Virtues, 50 relations of Soul & Body
- List of names of Satyuga, Sangamyug, Paramdham & Kaliyuga
- List of 108-150 Thoughts for experiencing Peace, Divinity, Soul Consciousness, Soul Conscious drishti, Soul Word, Subtle World
- List of 108-150 Benefits of Murli, Soul Consciousness, Remembering Baba, Soul Conscious drishti, Spinning Cycle
- List of 100 KarmaYog Practices, 108 ways of Godly Service, 111 ways of thanking Baba, 108 attainments from Baba
Thanks for reading this article on ‘आत्मा क्या-क्या करती है (100 बातें) | 100 activities of the Soul’
अच्छी सूझबूझ से और परिपक्वतावस्था से लिखा गया है। साधुवाद