जन्म-जन्म की प्राप्तियों को जमा करने स्वराज्य-अधिकारी बन समय-संकल्प को मन्सा सेवा द्वारा सफल करे | Baba Milan Murli Churnings 24-11-2020
1. आज ग्रेट ग्रेट ग्रैण्ड फादर अपने कोटों में कोई में भी कोई बच्चों की भाग्य की रेखाएं देख रहे:
- मस्तक पर चमकता दिव्य सितारा
- नैनों में स्नेह
- मुख में ज्ञान
- दिल में, दिलाराम के लवलीन
- हाथों में ज्ञान का ख़ज़ाना
- पांव में, कदम में पदम
हमारे जैसा भाग्य और किसी का नहीं, जो चमकता रहता, अविनाशी है (स्वयं अविनाशी बाप द्वारा संगम पर मिलता, फिर जन्म-जन्म चलता)… संगम है ही कल्प के सर्वश्रेष्ठ प्राप्तियों का युग (जितना अनेक जन्मों लिए भाग्य बनाना चाहो, बना सकते), इसलिए चेक करना हम कहां तक प्राप्तियों से सम्पन्न बने हैं और उन अनुभवों में रहते
2. बाबा हमें स्वराज्य अधिकारी अर्थात् कर्मेन्द्रियों-मन-बुद्धि-संस्कारों का राजा-अधिकारों-कंट्रोल में देखना चाहते, जबकि सर्वशक्तिमान द्वारा सर्व शक्तियों का ख़ज़ाना प्राप्त है (तो अपनी रूलिंग-कंट्रोलिंग पावर चेक करना)… बाबा साथ है तो कोई कर्मेन्द्रिय की ताकत नहीं जो कंट्रोल में न रहे, इसलिए शिवशक्ति (कम्बाइन्ड) स्वरुप की स्मृति द्वारा मायाजीत-प्रकृतिजीत बनना है
3. प्रकृति के पेपर तो आयेंगे (मनुष्य ने प्रकृति को तंग किया है), हमे तो प्रकृति को सतोप्रधान बनाना है… सृष्टि भय में है, और हमें स्वर्णिम संसार के आने की खुशी है, संगम-अमृतवेला बाद सतयुगी-सवेरा आया की आया!)… तो जो खुशी की किरणें बाबा से मिली, वह सब को दिलाने लिए विशेष टाइम सेट करना है (वरदान देने, दु़ःखी-अशान्त को, सब अपने ही है, तरस पड़ना चाहिए)
4. संगम के अमूल्य ख़ज़ाने है संकल्प-समय (जिनसे जन्म-जन्म की प्रालब्ध बनानी है), तो इनके मूल्य को जान व्यर्थ को फिनिश कर सफल कर सफलता-मूर्त बनना है (जैसे स्थूल धन जमा करते)… अब बाबा वरदान दे रहे टेंशन-फ्री, नो-टेंशन बनना (मनजीते-जगतजीत, हम मन के मालिक है, बाबा के वरदान का अनुभव करके देखना है, थोड़ा सा अटेंशन रख)… चेहरा गुलाब-पुष्प समान खिला हुआ दिखेगा
5. बाबा सबकी रिजल्ट की मुबारक देते.. अब वाणी के साथ मन्सा-चेहरे-चलन से सेवा करनी है (अभी का अभ्यास आगे काम आयेगा)… टेंशन की दुनिया में टेंशन-फ्री बनने के अनुभव-चेहरे-चलन द्वारा एक्जैम्पुल बन, सहारा बनना है… अब दृढ़ता द्वारा टेंशन-फ्री होकर ही दिखाना है, भल समस्याएं आये
6.
- (ब्रह्मा बाबा को पसंद राजस्थान)… मधुबन भी यहां बनाया, वृद्धि अच्छी हैै (नयों को परिचय देने के प्रोग्राम्स अच्छे), अब सेवा-स्व के बैलेन्स द्वारा निर्विघ्न बन सभी को उड़ाना है
- (डबल नशा-उमंग वाले डबल फॉरेनर्स)… सच्ची दिल से बोलते-समाधान करते (साफ दिल तो हजूर हाजिर!), सदा उड़ते-उड़ाते रहना
- (याद-प्यार)… पुरुषार्थ में आगे बढते-बढ़ाने की मुबारक, अब तीव्र पुरुषार्थ द्वारा सेकण्ड में बिन्दु लगाने का अभ्यास आवश्यक (अचानक कुछ न कुछ होना ही है), बाबा की शुभ आश है साथ है-रहेंगे-चलेंगे
सार (चिन्तन)
सदा अपने पद्मापद्म-भाग्यशाली स्वरूप को स्मृति में रख, शिवशक्ति-कम्बाइन्ड स्वरूप द्वारा स्वराज्य अधिकारी बन… अपने संकल्प-समय को सफल करने टेंशन-फ्री बनने के एक्जैम्पुल द्वारा चेहरे-चलन-मन्सा से सबकी सेवा करते… संगम की अविनाशी प्राप्तियों द्वारा जन्म-जन्म का भाग्य जमा करते-कराते, सतयुगी सवेरा लाते चले… ओम् शान्ति!
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