Finishing all past sins, through the love of One! (God) | Sakar Murli Churnings 03-04-2020

Finishing all past sins, through the love of One! (God) | Sakar Murli Churnings 03-04-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

जबकि 63 जन्मों के पाप हम आत्माओं के सिर पर है, तो एक बाबा से ही दिल लगाकर उस पतित-पावन की अव्यभिचारी याद-योग द्वारा सभी विकर्म विनाश कर पावन बने (झूठ-धोखा-दुःख-सुनी सुनाई बातों से परे, एक बाबा से ही सुनते, ज्ञान-योग की बाते करते)… जिसको सहज करने अच्छे से मुरली पढ़ते-मंथन करते (बाबा ने हमे स्वदर्शन चक्रधारी बना दिया है), सबकी सेवा करते रहें (योग-धारणा-सेवा का चार्ट रखते)… ऊँच पद जरूर पाए


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Experiencing the drums of happiness, by insuring ourself through God’s remembrance! | Sakar Murli Churnings 02-04-2020

Experiencing the drums of happiness, by insuring ourself through God’s remembrance! | Sakar Murli Churnings 02-04-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

जबकि बाबा हम सौभाग्यशाली-ईश्वरीय संतानो को अनेकानेक जन्मों लिए अमर बनाने आए हैं (मुफ्त insurance), अमरलोक-वर्से के मलिक… तो अन्तर्मुखी हो आत्मिक स्थिति-दृष्टि का अभ्यास करते, अपने अति मीठे-प्यारे सुप्रीम पतित-पावन बिन्दी-बाबा को लम्बा-समय याद कर, पावन-खुशी से भरपूर बन… योग में रहकर रूहानी-सेवा कर (खुदा की दी हुई सेवा करने वाले हम खुदाई खिदमतगार है) बल प्राप्त करते, ऊँच पद पाए


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Avoiding making ourself an April Fool! | मिया मिट्ठू | Sakar Murli Churnings 01-04-2020

Avoiding making ourself an April Fool! | मिया मिट्ठू | Sakar Murli Churnings 01-04-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

जबकि सुखदाई-बाबा हमे सम्पूर्ण सुखी-जीवनमुक्त पावन-देवता बनाने आए है (हम सिताओं को रावन-विकारों से छुड़ाने)… तो खुशी से पढ़, सदा अपने को बिन्दी-स्टाॅर आत्मा समझ सत्-चैतन्य पतित-पावन बिन्दी-परमात्मा को याद कर पावन-सतोप्रधान बन जाए (हमें 16 कला तक जाना हैं, इसलिए मिया-मिट्ठू नहीं बनना)… और सेवा कर ऊँच पद पाना है (हम इस पूरे हार-जीत के खेल को जानते)

चिन्तन

जबकि 16 कला सम्पूर्ण देवता बनना कितनी ऊँची-wonderful मंजिल है, तो अपने को ही मिया-मिट्ठू अप्रैल-फूल बनाने के बदले… सदा ‘तीव्र-पुरूषार्थी भव’ के वरदानी-स्वरुप बन, मन के संकल्पों को धैर्यवत-आत्म अभिमानी रख… “मैं पवित्रता के सागर की सन्तान हूँ” स्मृति द्वारा बाबा से पवित्रता की शक्ति लेते रह, स्वतः सभी कमजोरीयों से परे शान्ति-प्रेम-आनंद से भरपूर सर्व-प्राप्ति-सम्पन्न बनते-बनाते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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Entering the divine gates through God’s light! | Sakar Murli Churnings 31-03-2020

Entering the divine gates through God’s light! | Sakar Murli Churnings 31-03-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

जबकि भगवान् अल्लादिन की बत्ती (ज्ञान-प्रकाश) द्वारा हमें दोनों गेट्स पर ले जा रहे, गेट ऑफ शान्तिधाम एंड सुखधाम (प्योरिटी-पीस-प्रासपर्टी सब)… तो सदा श्रीमत पर अपने को आत्मा समझ पतित-पावन बाबा को याद कर (सवेरे उठकर, नाम-रूपों को भूल) पावन-शान्त-खुश-श्रेष्ठ चलन वाले बन, अंधों की लाठी बने


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The greatest happiness! | Sakar Murli Churnings 30-03-2020

The greatest happiness! | Sakar Murli Churnings 30-03-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

जबकि स्वयं पतित-पावन भगवान् हमे स्वर्ग का मालिक देवता बनाने पढ़ाते… तो इसी स्मृति-याद द्वारा स्वच्छ-खुशी से भरपूर होने की कमाई को अनुभव करते… दिव्यगुण-संपन्न रत्न निकालते सदा सेवा में भागते आप समान बनाते, बाबा की दिल पर चढ़ ऊँच पद पाएं


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Being God’s right hand! | Avyakt Murli Churnings 29-03-2020

Being God’s right hand! | Avyakt Murli Churnings 29-03-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

हम बाबा की भुजाएं है… भुजाओं का कार्य है:

  • कर्म करना… जो जीवन-चेहरे-दृष्टि में प्रत्यक्ष अनुभव होता (और बाबा को प्रत्यक्ष करता)… राइट हैन्ड अर्थात्‌ शुभ-श्रेष्ठ कर्म करने वाले
  • सहयोग देना… तो हर समय तन-मन धन से बाबा के सहयोगी (देह-सम्बंधी की प्रवृत्ति के विस्तार से परे)
  • शक्ति का प्रतीक… तो सदा शक्तिशाली दृष्टि-वृत्ति संकल्प:
    • संकल्प… श्रेष्ठ सृष्टि रचे
    • वृत्तिवायुमण्डल बनाएं
    • दृष्टि… अशरीरी-आत्मा का अनुभव कराएं
  • स्नेह की निशानी… बाबा-समान:
    • संकल्प… व्यर्थ से परे समर्थ
    • बोल… सुखदाई-मधुर-महावाक्य, अव्यक्त-आत्मिक भाव
    • संस्कार… उदार-चित्त, कल्याणकारी, नि:स्वार्थ

पार्टियों से

  • बाबा रोज़ हमें स्वदर्शन चक्रधारी-शक्तिशाली कहते, जिससे माया पर विजयी रहते
  • सदा पावन बनना-बनाना, यही असम्भव को सम्भव करना है
  • बहादुर ही मायाजीत है, कमजोरी माया का आह्वान करती… हम तो विश्व कल्याणकारी-बेहद-सच्चे सेवााधारी है… बाप समन समर्थ-सम्पंन (फूल होने से हलचल नहीं होती)
  • सम्पूर्णता अर्थात निंदा-स्तुति में भी समानताbalance, जिससे bliss होती (दुःख में भी सुख, निंदा में भी दृष्टि-वृत्ति न हिले)
  • देही-अभिमानी अर्थात्‌ इशारे को समाकर उन्नति करना

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Making silent efforts! | Sakar Murli Churnings 28-03-2020

Making silent efforts! | Sakar Murli Churnings 28-03-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

1. झरमुई से परे एकान्त में निराकार पतित-पावन बाबा को याद कर (विकर्म विनाश-पावन हो), आत्म अभिमानी-हर्षित रहना है, नहीं तो देह-विकारों को याद करेंगे… यही शिवबाबा का ज्ञान शीतल करेंगा

2. साथ में वर्सा तो है ही (हम पूज्य-देवता बनने वाले है, पवित्रता-सुख-शान्ति सम्पन्न, एक धर्म-राज्य-भाषा)… बूंद-बूंद सफल कर, सबको आप-समान जरूर बनाना है (सर्विस के ख़्यालात चलते रहे)


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The spiritual nature-cure to become ever healthy, wealthy & happy! | Sakar Murli Churnings 27-03-2020

The spiritual nature-cure to become ever healthy, wealthy & happy! | Sakar Murli Churnings 27-03-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

जबकि सबसे बड़ी अथॉरिटी बापदादा हमे सम्मुख आकर श्रीमत दे रहे (श्रेष्ठ देवता लक्ष्मी-नारायण बनाने, स्वर्ग के)… तो त्रिकालदर्शी बन ड्रामा पर अटल रह, अपने को अविनाशी-बिन्दी आत्मा समझ बहुत लव से निराकार पतित-पावन बाबा को याद कर पवित्र-सतोप्रधान-खुशी-चढ़ती कला में आ जाए… इस नाजुक समय में अपना सबकुछ सफल कर रूहानी हॉस्पिटल-कम-यूनिवर्सिटी द्वारा सबको एवर हेल्थी-वेल्थी-हैप्पी बनाते रहे


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Becoming a perfect & complete angel! | Sakar Murli Churnings 26-03-2020

Becoming a perfect & complete angel! | Sakar Murli Churnings 26-03-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

जबकि बाबा ब्रह्म-सिंहासन को छोड़ ब्रह्मा-तन के सिंहासन में आए हैं, हमें परिस्तान-शिवालय का मालिक बनाने ज्ञान-वर्षा कर रहे… तो उन्हें बहुत लव से याद कर (स्वयं को बिन्दी-स्टॉर-छोटी आत्मा समझ) पावन बन, धारणा मूर्त बन-सबको बनाते (रहमदिल बन), ऊँच पद पाए… सम्पूर्ण पवित्र दृष्टि अवश्य रखे (लड़ाई-संगदोष से भी परे), ऐसी एकरस अवस्था हो (देखते हुए नहीं देखना), हमें तो परफेक्ट-सम्पूर्ण फ़रिश्ता सो देवता बनना है


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Making spiritual efforts with happiness! | Sakar Murli Churnings 25-03-2020

Making spiritual efforts with happiness! | Sakar Murli Churnings 25-03-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

जबकि स्वयं सद्गति-दाता भगवान् सम्मुख आकर हमें सुखधाम के परम-सुखी देवता बनाते… तो बहुत खुशी से ज्ञान-योग (स्वदर्शन-चक्रधारी बन लिफ्ट में बैठ, जागती ज्योत-माशुक बाबा को याद) से चढ़ती-कला द्वारा सबको आप-समान बनाते रहे (भ्रमरी-समान)


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