Murli Yog 25.9.24

Murli Yog 25.9.24

मीठी प्रीत, प्यार ❤ द्वारा अविनाशी खुशी, उत्साह, नशे की परम अनुभूति के दैवी, डबल सिरताज मालिक बनने की ईश्वरीय लॉटरी; शुद्ध, शक्तिशाली संकल्पों 💭 द्वारा सबको सेफ्टी की छत्रछाया ☂️ में रखना; डायरेक्ट परमात्म पालना, पढ़ाई, श्रीमत का सर्वश्रेष्ठ भाग्य अनुभव करना… Murli Yog 25.9.24!

पूरा ज्ञान, वा ओम् शान्ति अर्थात्… इस शरीर लेकर चलाने वाली मैं छोटी, मीठी, अविनाशी आत्मा सुन रही… और निराकार, आत्माओं 🪔 के बाप, परमात्मा हमें पढ़ाते!

ऐसे; उस एक प्यार के सागर 🌊, ब्राइडग्रुम से ही प्रीत द्वारा… प्योर, पवित्र ✨, सतोप्रधान, सुन्दर, गोरा बनते… क्योंकि वह पतित-पावन, सर्वशक्तिमान ✊🏻 अथॉरिटी है (तो हमारा योग, अग्नि का रूप लेता!)

वह प्योरिटी में भी फुल; सुख, शान्ति का सागर है… तो उनकी यथार्थ याद द्वारा सदा खुशी, उल्लास, नशे में रहते!

तो वह ज्ञान-सूर्य 🌞, सद्गति दाता… इस संगम पर निरहंकारी सरवेन्ट बन… हमें राजयोग की नित्य-नई बातें सुनाकर पारस-बुद्धि बनाए…

… उस नये, पावन, सुखधाम, पैराड़ाइज के राज्य के वर्से का मालिक; पूज्य देवता अथवा डबल सिरताज, गॉड-गॉडेज़, लक्ष्मी-नारायण 🫅🏻👸🏻 बनाते (जहां धन 💰, दौलत सब नया है!)…

… तो ऐसी ईश्वरीय लॉटरी, बेहद स्कॉलरशिप में रेस कर ऊंच पद 🏆 पाना चाहिए… दिव्यगुण धारण कर राजा बन… साथ में सर्विस द्वारा पावन बनाए नये ब्राह्मणों को भी तैयार करना है!

डायरेक्ट भगवान द्वारा… पालना, पढ़ाई और श्रेष्ठ जीवन की श्रीमत प्राप्त करने वाले… हम सबसे श्रेष्ठ भाग्यवान है!

शक्तिशाली आत्मा अर्थात् दृढ़ता के शुद्ध, शक्तिशाली संकल्प द्वारा… कमाल की सफलता प्राप्त करने वाले… तो शुद्ध संकल्पों के घेराव द्वारा सबको सेफ्टी का साधन; छत्रछाया, किले की अनुभूति कराते!

सर्व आत्माओं को प्राप्ति कराने का सोचने से स्वयं स्वतः सम्पन्न 🪙 बन जाते!


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Murli Yog 24.9.24

Murli Yog 24.9.24

सबसे प्यारे ❤️ के समीप रहने का विशेष, हीरे 💎 समान, हीरो पार्ट बजाते जीवनमुक्त सुखों के दैवी स्वराज्य 👑 की कमाई जमा करना; ईश्वरीय बुद्धि, अच्छे पुरूषार्थी अर्थात् सिर्फ हिम्मत 💪🏻 का पहला कदम उठाने से बाबा की सम्पूर्ण मदद प्राप्त करना… Murli 💌 Yog 24.9.24!

जबकि बाबा सबसे प्यारी चीज़ है… हमारी उनसे अलौकिक सगाई है… उनका परिचय मिला है… वह कहते भी हैं मामेकम् याद करो…

… तो बाबा पढ़ाने आये, उससे 15 मिनट पहले ही आकर… उस रूहानी, आत्माओं 🪔 के, कल्याणकारी 💫 बाबा की याद में बैठना है… जिससे बाबा के समीप, नजदीक, पास मुक्ति में जाते…

… फिर नये सुखधाम, स्वर्ग की राजधानी, बादशाही के वर्से में फुल पूज्य देवता; नारायण, श्रीकृष्ण-समान बनते… तो ऐसी वन्डरफुल कमाई लिए अपना याद का समय नोट करना; अर्थात् सच्चा-सच्चा चार्ट 📝 लिखने में ही फायदा, कल्याण है!

हम ब्राह्मण ही निमित्त है ज्ञान का रास्ता देने (इसलिए देवियों की पूजा 🙏🏻 होती!)… ईश्वरीय सेवा से हमारी कमाई जमा हो; साल्वेन्ट, पद्मापद्म-पति बनते… परन्तु जब उस समर्थ, वर्ल्ड ऑलमाइटी अथॉरिटी की याद में करते (जो अभी सम्मुख, डायरेक्ट है; भल फिर ब्राह्मण ही शिवबाबा के खज़ाने, भण्डारे से पलते!)

इस पुरूषोत्तम संगमयुग पर हमें डायरेक्ट श्रीमत द्वारा ईश्वरीय बुद्धि मिली है; जो आत्मा समझ, पवित्र बन, दिव्यगुण धारण करते… बाबा भक्ति की हर बात पीछे की प्रैक्टिकल एक्टिविटी; अर्थात् वन्डरफुल बातें सुनाते (रूद्र, सालिग्राम; महालक्ष्मी, दुर्गा, आदि) … अभी वह अव्यक्त हमारे साथ है!

इस संगमयुग, स्मृति 💭 के युग में हम स्मृति-स्वरूप रह हीरो पार्ट बजाने वाले विशेष, हीरे-समान आत्माएं है… तो सदा यह दिल का गीत बजता रहे ‘वाह मेरा श्रेष्ठ भाग्य’… तो सदा अपना अविनाशी ऑक्युपेशन ‘मैं श्रेष्ठ आत्मा हूँ’ याद रहे, तब कहेंगे विशेष आत्मा!

हर बात में सिर्फ हिम्मत 💪🏻 का पहला कदम उठाने से, हम बाबा की सम्पूर्ण 💯 मदद के पात्र हैं… सिर्फ अच्छा पुरूषार्थ ✊🏻 करना है (इच्छा नहीं रखनी है), तब प्रालब्ध जमा होती! ✅


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Murli Yog 23.9.24

Murli Yog 23.9.24

सुप्रीम साथ 😇 की अलौकिक, अविनाशी खुशियां, नशे में निश्चिंत बन अच्छे, नम्बरवन, दैवी, सम्पूर्ण फूल 🌺 बनना; उदारता, विशालदिल से एकता की नींव बनने की ताकत 💪🏻… Murli Yog 23.9.24!

हम कोटों में कोई, विरले बच्चे… उस सुप्रीम, निराकार, रूहानी अर्थात् आत्माओं 🪔 के, परमपिता शिवबाबा के पास आये हैं… जो दिव्य, अलौकिक रीति 👌🏻 रथ में प्रवेश कर; टीचर बन हमें युक्ति, ज्ञान की चाबी दे…

… उस नये, गोल्डन एजेड़, स्वर्गिक… विश्व की बादशाही, राज्य के वर्से के मालिक… लॉर्ड कृष्णा, नारायण बनाते (कुबेर के खज़ानों 🪙 से सम्पन्न!)…

… तो कितनी खुशी होनी चाहिए… उस साथ खाने, पीने, खेलने वाले खुदा दोस्त, ज्ञान सूर्य ☀ को मामेकम् याद करना चाहिए… दिन-रात अन्दर बाबा-बाबा चलता रहे!

हम आत्म-सितारे… ऊपर परमधाम 🌅, ब्रह्म, निराकारी झाड़ से… यहां आयी है पार्ट बजाने इस अनादि ड्रामा 🎭 में; अब फिर शरीर छोड़ जाना है!

एडाप्टेड़ ब्राह्मण बनने से ही फिर पूज्य, पवित्र देवता बनते… बाबा हमें बड़े अच्छे सर्विसएबुल, नम्बरवन ऑनेस्ट, अपने को ही देख फास्ट आगे बढ़ता फूल 🌸 देखना चाहते; सम्पूर्ण 💯, ताकतवर, नशे में… तो बाबा रोज़ हमें नई-नई, वन्डरफुल बातें सुनाते!

बच्चा बनना अर्थात् सहज, अविनाशी अधिकार प्राप्त करना (निश्चित!)… तो “वाह मैं श्रेष्ठ अधिकारी ✊🏻 आत्मा”; इस बेहद खुशी, नशे से निश्चिंत रहते… (बाबा को सर्व जिम्मेवारियों का बोझ दे, चिंता-मुक्त!)

हम उदार, विशालदिल वाले एकता की नींव है… मान की इच्छा सेवा में विघ्न-रूप बनाती; तो क्यों नहीं स्वमान 👑 में ही टीके, जिससे मान परछाई समान पीछे-पीछे आये


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योग कमेंटरी | मैं हीरो एक्टर, समझदार, रूहानी योद्धा हूँ | Sakar Murli Churnings 26-02-2021

मैं अपने तन-मन-धन को सफल कर… सर्व खजानों को बढ़ाने वाली… समझदार आत्मा हूँ

मैं देह-भान की बदबू से परे… ज्ञान-योग के पंख से मजबूत उड़ता पंछी… ऊपर वतनवासी हूँ

मैं रूहानी योद्धा… सदा बाबा की श्रीमत पर, आत्म-अभिमानी, बाबा की यादों में… व्यर्थ से परे, खुशी से भरपूर हूँ

मैं हीरो एक्टर… सबके पार्ट को स्वीकार करता… ऊँच ते ऊँच क्रियेटर-डायरेक्टर मुझे विजयी बनना रहे



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योग कमेंटरी | माननीय पारसबुद्धि सुखदेव | Sakar Murli Churnings 13-02-2021

मैं स्वमान में स्थित निर्मान रह… सबको मान-सम्मान देने वाली माननीय-पूजनीय आत्मा हूँ… सबको अनुभूतियों का प्रसाद बांटती

स्वयं बुद्धिवानो की बुद्धि पारसनाथ बाबा… मुझे आप-समान पारस-बुद्धि बनाते… सर्वगुण सम्पन्न, पावन सतोप्रधान दिव्य

सत्-चित्-आनंद सागर बाबा… मुझ आत्मा का बाप है… मैं उनकी छत्रछाया में हूँ

मैं सबको सुख देने वाला… सुख-देव हूँ… रोना-प्रूफ


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योग कमेंटरी | स्वमान-धारी सूर्यवंशी हीरा | Sakar Murli Churnings 12-02-2021

मैं स्वयं के परिवर्तन से… सबको परिवर्तन का सहयोग दे… जियदान देती

सदा स्वमान में रह… सदा बाबा और उनके फरमान पर कुर्बान हो… मायाजीत हूँ

मैं आत्मा-बिन्दु, सूक्ष्म सितारा हूँ… शिव-बिन्दु को याद कर… उनसे पावन शान्ति का वर्सा ले रहा

मैं सूर्यवंशी देवी-देवता… स्कॉलरशिप पद प्राप्त करने वाला… माला का मणका हूँ

मैं अच्छे से पढ़कर… श्रेष्ठ ज्ञान-योग-धारणा-सेवा की कमाई जमा कर… हीरे जैसा जीवन बनाती


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योग कमेंटरी | तकदीरवान परवाना | Sakar Murli Churnings 10-02-2021

मैं स्व-स्थिति में स्थित… सफलता का सितारा हूँ… परिस्थिति पर सदा विजयी

दिव्यगुणों की सम्पत्ति, ईश्वरीय सुख-शक्ति मेरा बर्थ राइट है… इसी नशे से मेरे लक्ष्य-लक्षण समान हो गये हैं… मैं श्रेष्ठ बाप की श्रेष्ठ तकदीर-वन आत्मा हूँ

मैं सदा खुशी-नशे में हर्षित… नेचुरल ब्युटी सम्पन्न सतोप्रधान… लक्ष्मी-नारायण देवता बन रहा

मैं आत्मा-परवाना… शिव-शमा पर फिदा हूँ… मैं गॉडली स्टूडेंट, मुरली की मस्तानी हूँ


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योग कमेंटरी | सर्वगुणों के सागर का सच्चा सेवाधारी | Sakar Murli Churnings 09-02-2021

तपसया के बल से… सारे विश्व में शान्ति फैलाती… मैं विश्व सेवाधारी हूँ

मैं सच्ची सेवाधारी… ज्ञान स्वरूप, मन्सा से भी बुराईयों का त्याग कर… शान्ति, प्रेम, सुख, आनंद के सागर में लवलीन-समाई रहती

मैं अमरलोक का सम्पूर्ण देवता… शुद्घ भोजन-धारी वैष्णव… बाबा को अति-प्रिय हूँ

मेरे सुप्रीम बाप-टीचर-सतगुरू, पतित-पावन… शिवबाबा का सालिग्राम… मैं अविनाशी पवित्र आत्मा हूँ


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योग कमेंटरी | उड़ता पंछी, खुशबूदार फूल, विरला व्यापारी | Sakar Murli Churnings 08-02-2021

मैं उड़ता पंछी… परिस्थितियों की दीवार-पहाड़ से परे… अपनी मंजिल पर पहुंचने वाली, बाप समान आत्मा हूँ

मैं महावीर, अनुभवी आत्मा… श्रेष्ठ स्थिति के मेडल से सुशोभित… साक्षी, सेकण्ड में फुलस्टॉप लगाती हूँ

एवर-हसीन बाबा… मुझ अपनी सजनी को हसीन बना रहे… मोस्ट ब्यूटीफुल फ़ूलों के बगीचे, स्वर्ग ले जा रहे

मोस्ट बिलवेड बाबा मुझे पढ़ाते… इसी नशे से… मैं कांटे से फूल बन रहा, खुशबूदार

मैं रत्नागर बाबा से अविनाशी-सच्चा व्यापार कर… बेहद कमाई जमा करने वाला… विरला व्यापारी हूँ


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योग कमेंटरी | मैं पावन महावीर विश्व-परिवर्तक आत्मा हूँ | Sakar Murli Churnings 06-02-2021

मैं परोपकारी आत्मा… अपना समय बेहद सेवा में सफल करती… मान-शान से परे

मैं विश्व-परिवर्तक आत्मा… अपनी रहम-कल्याण की दृष्टि-संकल्प-चलन से… सारे विश्व को ईश्वरीय सुख-शान्ति-शक्ति से सम्पन्न करती

मैं बाबा पर सम्पूर्ण निश्चय-बुद्धि… हिम्मतवान, बहादुर, निर्भय, महावीर हूँ… पवित्रता के आधार पर अतीन्द्रिय सुख-नशे से भरपूर हूँ

मेरा रहमदिल, सत्य, पतित-पावन बाबा… मुझे पावन देवता बन रहा… सारे विश्व का मालिक, सबके दिलों पर राजा


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