योग कमेंटरी | बाबा को प्रत्यक्ष करना | Sakar Murli Churnings 23-01-2021

योग कमेंटरी | बाबा को प्रत्यक्ष करना | Sakar Murli Churnings 23-01-2021

मैं पुण्य आत्मा… अपनी रहम की दृष्टि से… सबको परिवर्तन में सहयोग देती

अपने आदि-अनादि स्वरुप… के स्मृति स्वरूप हो… अपने सतोप्रधान हीरे-समान भाग्य से… बाबा को प्रत्यक्ष करती

एक पतित-पावन शिवबाबा को… हर कर्म में (स्नान-सेवा, आदि) याद कर… सबसे आगे जाती

मैं सम्पूर्ण पावन देवता… सम्पूर्ण धन-दौलत से सम्पन्न… विश्व का मालिक था

मैं बापदादा की श्रीमत को धारण कर… सदा ज्ञान-चिन्तन वा सेवा में लगी रहती… रूहानी कमाई करने-कराने वाली श्रेष्ठ आत्मा हूँ


More Meditation Commentaries:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *