योग कमेंटरी | सम्पूर्ण पावन फरिश्ता | Sakar Murli Churnings 03-02-2021

देह भान भी बाबा को अर्पण करने वाली… मैं हल्की, डबल लाइट आत्मा… फ़रिश्ता हूँ

सदा गुणग्राही बन… गुण देखने में दृढ़ रहने वाली… मैं अचल अड़ोल आत्मा हूँ

मैं सम्पूर्ण पावन देव आत्मा… संकल्प-बोल-कर्म में सर्वगुण सम्पन्न… पुरूषोत्तम, सुखदाई हूँ


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