योग कमेंटरी | पद्मापद्म भाग्यशाली दैवी लाइट हाउस | Sakar Murli Churnings 28-01-2021

मैं पद्मापद्म भाग्यशाली आत्मा… स्वयं भगवान् मुझे मात-पिता, वा सर्व-सम्बन्धों की अलौकिक पालना देते… स्वयं सर्वशक्तिमान मेरा सेवक बना है

सदा अपने भाग्य के खुशी-नशे में रहता… शान्त रह, मुख से सदा फूल निकलते… सब पर आत्मिक सुख-प्यार बरसाता

चलते-फिरते बुद्धि में ज्ञान रखने वाला चैतन्य लाइट हाउस… मैं बाबा का अति लाडला-लवली बच्चा हूँ… बाबा मुझपर कुर्बान है, सिर पर रखते

मैं सदा समर्थ संकल्प-वान… तन-मन से सदा खुश रहता




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