योग कमेंटरी | मैं एक महान आत्मा हूँ | I’m a great soul

योग कमेंटरी | मैं एक महान आत्मा हूँ | I’m a great soul

मैं एक महान आत्मा हूँ… स्वयं भगवान ने कहा है… तुम महान हो

मैंने 2500 साल देव-रूप में बिताए हैं… मैं परम पवित्र… परम पूज्य आत्मा हूँ

सर्वो-महान परमात्मा की सन्तान… सर्वश्रेष्ठ ब्राह्मण परिवार की शान… सबकी आशाओं का दीपक हूँ

मेरा जन्म ही महान कार्यों के लिए हुआ है… मैं पूर्वज… विश्व कल्याणकारी हूँ

मेरे अन्दर छिपी हुई महानता… वा योग्यताएं जागृत हो रही है… मैं बहुत शक्तिशाली हो रहा हूँ

औरों को भी महान… भाग्यवान… सर्व प्राप्ति सम्पन्न बनाना है… ओम् शान्ति!


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योग कमेंटरी | ज्ञान-वान होने का अनुभव | Experiencing knowledgeful-ness

योग कमेंटरी | ज्ञान-वान होने का अनुभव | Experiencing knowledgeful-ness

ज्ञान सागर ने… मुझे सर्वश्रेष्ठ ज्ञान सुनाकर… मास्टर ज्ञान सागर बना दिया है

मुरलीधर की मुरली ने… मुझे मास्टर मुरलीधर बनाकर… सदा अतिन्द्रीय सुख में रहना सिखा दिया है

तीनों कालों का ज्ञान देकर… त्रिकालदर्शी… त्रिनेत्री बना दिया है

अब मैं तीनों लोकों का मालिक… त्रिलोकिनाथ बन गया हूँ

मैं ज्ञान-वान… ज्ञान स्वरूप… ज्ञानी तू आत्मा हूँ

सदा मुख से ज्ञान रत्न ही सुनाने है… मैं ज्ञान गंगा हूँ… सबको पावन बनाती हूँ… ओम् शान्ति!


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योग कमेंटरी | सच्ची-सच्ची होली मनाने | Celebrating Holi

योग कमेंटरी | सच्ची-सच्ची होली मनाने | Celebrating Holi

आज होली का दिन है… बाबा को आज की बढ़ाइया देते… अपनी पवित्रता की प्रतीज्ञा फिर से दोहराता हूं

सभी बुराइयां को… होली की आग में भस्म कर… मैं पावन बन गया हूं

बाबा के संग रह… उनके ज्ञान के रंग… अविनाशी सुख-शान्ति खुशियों के रंग में रंग गया हूँ

अपनी दिव्य बुद्धि रूपी पिचकारी द्वारा… सबको अविनाशी खुशियों का रंग लगाना है… स्नेह मिलन मनाना है

जो पास्ट में हुआ, वह हो-ली… अब मैं बाप की होली… Holy हूँ

गीत: प्रभु तेरे रंग में…


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योग कमेंटरी | मैं अनुभवी-मूर्त सन्तुष्ट-मणि हूँ | I’m an experienced Jewel of Contentment | Baba Milan Murli Churnings 18-03-2019

योग कमेंटरी | मैं अनुभवी-मूर्त सन्तुष्ट-मणि हूँ | I'm an experienced Jewel of Contentment | Baba Milan Murli Churnings 18-03-2019 image

योग कमेंटरी | मैं अनुभवी-मूर्त सन्तुष्ट-मणि हूँ | I’m an experienced Jewel of Contentment | Baba Milan Murli Churnings 18-03-2019

मैं सन्तुष्ट-मणि हूँ… परिस्थितियों को मनोरंजन अनुभव करने वाली… अनुभव की सीट पर सेट… मायाजीत हूँ

मैं सर्व प्राप्तियों से सम्पन्न… सदा सन्तुष्ट… हर्षित… प्रसन्न- चित्त हूँ

बाबा ने मुझे वरदान दिया है, ‘खुश रहो, आबाद रहो’… मैं समाधान स्वरूप… सदा बाबा के लव में लीन हूँ, सदा उनके साथ हूँ 

मेरे श्रेष्ठ वाइब्रेशन से… श्रेष्ठ वायुमण्डल बनता… जो सबको सहयोग देता

मैं सदा दृढ़ता सम्पन्न… सफलता-मूर्त हूँ… स्वयं प्रिय… बाप को… और सर्व को प्रिय हूँ… ओम् शान्ति!


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योग कमेंटरी | मैं अवतार हूँ | I’m an incarnation

योग कमेंटरी | मैं अवतार हूँ | I’m an incarnation

मैं अवतार हूँ… ऊपर से अवतरीत हुआ हूँ… परमधाम वा सूक्ष्मवतन से

मैं सदा परमात्म स्मृति में… सर्व प्राप्ति सम्पन्न हूँ… सब को देते रहता हूँ

मैं महान कार्य करने आया हूँ… सबको दुःखों से मुक्त कर… सतयुग स्थापन करने… मैं विश्व कल्याणकारी हूँ

मैं शान्ति दूत… प्रेम का अवतार… सुखदेव… आनंद-मय हूँ

मैं इस देह-सृष्टि में मेहमान… सो महान हूँ… कुछ ही समय के लिए… ओम् शान्ति!


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योग कमेंटरी | मैं होली हंस हूँ | I’m a Holy Swan

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योग कमेंटरी | मैं होली हंस हूँ | I’m a Holy Swan

मैं होली हंस हूँ… सदा ज्ञान के मोती का चिन्तन करता… सबकी विशेषताएं देखता हूँ

मैं बिल्कुल स्वच्छ… पवित्र आत्मा हूँ… सर्वश्रेष्ठ ज्ञान की श्रेष्ठ पात्र हूँ

मैं सदा ज्ञान-सागर-तट पर रहता… सर्व गुणों का अनुभव करते… शक्तिशाली बन गया हूँ

मैं व्यर्थ से मुक्त… सदा समर्थ… Holy हूँ

मैं सदा श्रेष्ठ चीज़े देखती… बाबा का ज्ञान सुनती… सर्वश्रेष्ठ बनती-बनाती हूँ… ओम् शान्ति!


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योग कमेंटरी | मैं स्वमान-धारी आत्मा हूँ | I’m seated on the seat of self-respect

योग कमेंटरी | मैं स्वमान-धारी आत्मा हूँ | I’m seated on the seat of self-respect

मैं स्वमान-धारी आत्मा हूँ… सदा श्रेष्ठ स्थिति में स्थित… अचल-अडो़ल… स्वराज्य अधिकारी हूँ

बाबा नें मुझे ऊँची दृष्टि से देख… मेरा स्वमान बढ़ा दिया है… अपने से प्यार करना सीखा दिया है

मैं औरों को भी सम्मान देता… उनका भी स्वमान बढ़ाकर… आगे बढ़ाता हूँ

बाबा ने मुझे अपने से भी ऊंचा उठा दिया है… डबल पूज्य… डबल अधिकारी बना दिया है

मुझे देह-भान रूपी मिट्टी से ऊपर उठकर… रॉयल आत्मा… फरिश्ता बना दिया है… ओम् शान्ति!

गीत: मधुबन के इस चमन के…


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योग कमेंटरी | मैं गोपी-वल्लभ की गोपी हूँ | I’m a Gopi

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योग कमेंटरी | मैं गोपी-वल्लभ की गोपी हूँ | I’m a Gopi

गोपी-वल्लभ बाबा… कि मैं गोपी हूँ… सदा उनके प्यार में लवलीन

मैं परमात्म प्रेम से भरपूर हूँ… उसकी याद में सबकुछ भूली हुई हूँ… वो मेरी पूरी जीवन संभाल रहा है

मैं मुरली की दीवानी… मुरली सुनते, सदा अतिन्द्रीय सुख का अनुभव करती हूँ… मेरा मन खुशी में नाच उठता है

मैं सदा खुश… सन्तुष्ट… प्रसन्न-चित्त हूँ

मेरा चेहरा-चलन सबको खुशी बांटता… सबकी सेवा हो रही है… सभी ईश्वर से जुड़ रहे हैं… सर्व प्राप्ति सम्पन्न बनने… ओम् शान्ति!


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योग कमेंटरी | मैं दिव्य आत्मा हूँ | I’m a divine soul

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योग कमेंटरी | मैं दिव्य आत्मा हूँ | I’m a divine soul

मैं दिव्य आत्मा हूँ… सम्पूर्ण सतोप्रधान… Fully charged

मैं सदा श्रेष्ठ स्थिति में स्थित… सदा शान्ति… प्रेम… और आनंद का अनुभव करती हूँ

मेरी आँखें शीतल… बोल मधुर… कर्म श्रेष्ठ वा अलौकिक हैं

मैं देवता हूँ… सबको देने वाला… प्यार, सम्मान, विश्वास आदि

सभी को दिव्यता का अनुभव हो रहा है… दिव्य बनने की प्रेरणा मिल रही है… दैवी दुनिया सतयुग स्थापन हो रही है… ओम् शान्ति!

गीत: दिव्यगुणों के गुलदस्ते से…


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योग कमेंटरी | मैं राजऋशी हूँ

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योग कमेंटरी | मैं राजऋशी हूँ

मैं राजऋशी हूँ… राजा भी… ऋशी भी

मैं बालक सो मालिक… सर्व खजा़नों का मालिक… स्वराज्य अधिकारी हूँ

मैं पवित्र, त्यागी तपस्वी हूँ… बुराइयों को त्याग कर… श्रेष्ठ स्थिति का भाग्य प्राप्त कर लिया है

मैं श्रेष्ठ स्थिति का आसन-धारी हूँ… कल्प वृक्ष की जड़ों में विराजमान… तपस्वी हूँ … मेरे श्रेष्ठ वाइब्रेशन सारे वृक्ष को पहुंचते… उनकी पालना करते हैं

मेरा तो एक शिवबाबा है… उनकी याद से मैं सर्व प्राप्ति सम्पन्न बना हूँ… सबको यह ख़ज़ाने बांटता हूँ… ओम् शान्ति!

गीत: महाज्योति को याद करो, हे योगी बड़े प्यार से…


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