योग कमेंटरी | मेरा स्थान शान्ति कुण्ड है | Creating a reservoir of peace

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योग कमेंटरी | मेरा स्थान शान्ति कुण्ड है | Creating a reservoir of peace

मैं शान्त स्वरूप आत्मा… शान्ति के सागर की सन्तान हूँ… शान्ति की किरणें मुझ पर पड़ रही हैं… मैं परमात्म शान्ति से भरपूर हो गया हूँ

मुझसे चारों ओर शान्ति की किरणें फैल रही है… मेरा स्थान शान्ति कुण्ड बन चुका है… जिससे चारों ओर शान्ति के प्रकम्पन फैल रहे हैं

यह श्रेष्ठ वातावरण सबको आराम दे रहा है… सबको आकर्षित करता… सबका कनेक्शन बाबा से जुटा़ रहा है

यह घर एक मन्दिर है… बाबा का घर है… मधुबन का मॉडल… सतयुग का मॉडल है

मैं शान्ति देवा… शान्ति दूत… शान्ति का फरिश्ता हूँ… ओम् शान्ति!

गीत: शान्ति की शक्ति से…


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योग कमेंटरी | निर्भय बनने के लिए | How to become fearless

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योग कमेंटरी | निर्भय बनने के लिए | How to become fearless

यह संगम का समय कल्याणकारी है… ड्रामा भी कल्याणकारी है… मेरे साथ सब अच्छा ही अच्छा होगा

बाबा सदा मेरे साथ है… उनकी छत्रछाया में मैं सदा सुरक्षित हूँ… मुझ आत्मा को कोई छू भी नहीं सकता

मैं अमर आत्मा हूँ… मेरे चारों ओर पवित्रता का शक्तिशाली आभामण्डल है… औरों के भाव भी इससे शुध्द होते हैं

मैं मास्टर सर्वशक्तिमान… मायाजीत हूँ… माया खुद मुझसे घबराती है

कल्प-कल्प का मैं विजयी रत्न हूँ… सफलता निश्चिंत है… डरने की कोई बात नहीं है

परिस्थितयां मुझे मजबूत बनाने आती है… अनुभवी बनाती… सेवा-योग्य बनाती है… ड्रामा के हर सीन में कल्याण छिपा हुआ है… ओम् शान्ति!

गीत: ईश्वर अपने साथ है, डरने की क्या बात है….


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योग कमेंटरी | Remaining set on the seat of self-respect | स्वमान-धारी रहना | Baba Milan Murli Churnings 17-02-2019

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योग कमेंटरी | मैं शिव शक्ति हूँ | I’m a Shiv Shakti

योग कमेंटरी | मैं शिव शक्ति हूँ | I’m a Shiv Shakti

मैं शिव शक्ति हूँ… सदा शिव से combined… शक्ति स्वरूपा हूँ

मैं अष्ट शक्ति सम्पन्न माँ दुर्गा हूँ… पुराने संस्कार को भस्म करने वाली माँ काली हूँ… सदा सन्तुष्ट रहने वाली माँ संतोषी हूँ

मैं ज्ञान-वीणा वादीनी माँ सरस्वती हूँ… पवित्र श्वेत-वस्त्र धारिणी… गुण-ग्राही हंस-वाहिनी हूँ

मैं सबकी मनोकामनाएं पूर्ण करने वाली माँ अम्बा हूँ… सब को ज्ञान गुण शक्तियों का सहयोग देने वाली महा-लक्ष्मी हूँ… सबकी पालना करने वाली जगत माता हूँ

सबको आप समान बनाना है… परमात्मा से जुड़ाकर… उन्हें भी सर्व-प्राप्ति सम्पन्न करना है… ओम् शान्ति!

गीत: शिव शक्तियां आ गई…


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योग कमेंटरी | मैं दिव्य दर्शनीय मूर्त आत्मा हूँ | I’m a divine idol of beauty

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योग कमेंटरी | मैं दिव्य दर्शनीय मूर्त आत्मा हूँ | I’m a divine idol of beauty

मैं दिव्य दर्शनीय मूर्त आत्मा हूँ… दिव्य श्रृंगारों से सम्पन्न… सुशोभित

स्वयं भगवान ने मुझे दिव्यगुणों से सजाया है… रूहानी साजन बनकर

मेरे मस्तक पर आत्मिक स्मृति का तिलक है… गले में गुणों की माला है… चारों ओर गुणों की खुशबू फैल रही है

मेरे चेहरे पर हर्षितमुखता की लाली है… रूहानी मुस्कान है… अलौकिक सूरत है

मैं बहुत सुन्दर आत्मा हूँ… सम्पूर्ण पवित्र… सर्वगुण सम्पन्न हूँ

मेरे हाथों में परमात्म प्रेम की अंगूठी है… ईश्वरीय मर्यादाओं का कंगन है… हर कदम में पद्मों की कमाई है

मेरे चारों ओर पवित्रता का आभामण्डल है… मैं साक्षात्कार मूर्त आत्मा हूँ

सिर पर विश्व कल्याण का ताज है… मैं डबल ताजधारी हूँ… अभी सो भविष्य में… ओम् शान्ति!

गीत: जगमग हो जगमग हो सतयुग का तेज…


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योग कमेंटरी | Experiencing God’s love | परमात्म प्यार का अनुभव

योग कमेंटरी | Experiencing God’s love | परमात्म प्यार का अनुभव

मैं प्रेम स्वरूप आत्मा हूँ, बाबा प्यार का सागर है… बाबा दिलाराम, दिलवर है, मैं उनकी दिलरूबा हूँ… वह रूहानी माशूक, मैं आशिक हूँ

बाबा कहते, तुम मेरे सिरमोर… सिरताज… गले का हार हो… मेरे दिल-तख्त-नशीन… राजा बच्चा… नैनों के नूर हो

बाबा सदा मेरी विशेषताएं देखते… आगे बढ़ाते… मुझे बहुत प्यार करते हैं

इसी प्रेम में सच्ची सुखशान्ति है… परमात्म प्यार सबसे बड़ा भाग्य है… मैं पद्मपद्म भाग्यशाली आत्मा हूँ

मैं रूहानी शमा बाप पर फिदा हूँ… बलिहार हो चुकी हूँ… समर्पित हूँ

मैं मास्टर प्रेम का सागर हूँ… सबको यह परमात्म प्रेम बांटना है… अपनी गुण-ग्राही दृष्टि… मधुर बोल… श्रेष्ठ व्यवहार द्वारा

सबको प्यार के सागर से जुड़ाकर, उन्हें भी सर्व-प्राप्ति-सम्पन्न बनाना है… ओम् शान्ति!

गीत: तेरे प्यार में डूबा रहता है… 

जो प्यार मिला मुझे तुमसे…

कितना प्यार दिया बाबा…

प्रभु प्यार की किरणों से…


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योग कमेंटरी | मैं पूज्य आत्मा हूँ | I’m a worship-worthy soul

योग कमेंटरी | मैं पूज्य आत्मा हूँ | I’m a worship-worthy soul

मैं दिव्यता से सम्पन्न… सदा श्रेष्ठ स्थिति में स्थित… सर्व प्राप्ति स्वरूप हूँ

मेरे रूहानी नैन सबकी विशेषताएं देखते… चेहरा सदा हर्षित है… रूहानी मुस्कान है

मेरे वरद हस्त सबको दुआएं, आशीर्वाद, वरदान दे रहे हैं… मैं सबको देने वाला देवता हूँ… गुणवान… चरित्रवान… महान हूँ

मैं सम्पूर्ण पवित्र… गायन योग्य… पूजन योग्य आत्मा हूँ

सदा एकरस अचल-अडो़ल हूँ… कोई कुछ भी करे, मैं शान्त हूँ… कुछ भी हो जाए, मैं सन्तुष्ट हूँ

सभी भक्त सदा सुखी रहे… उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो… वह खुश रहे… उनका भी मिलन परमात्मा से हो जाए… वह सर्व-प्राप्ति सम्पन्न बन जाएं

सभी मेरा श्रेष्ठ दिव्य स्वरूप देखना चाहते… मेरे गुणगान करते हैं… मुझे सबकी आशाओं को पूर्ण करना है… ओम् शान्ति!

गीत: हे नाम रे, सबसे बड़ा तेरा नाम…


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योग कमेंटरी | I’m a truly knowledgeful soul | Avyakt Murli Churnings 10-02-2019

योग कमेंटरी | I’m a truly knowledgeful soul | Avyakt Murli Churnings 10-02-2019

मैं ज्ञानी तू आत्मा… सदा बाबा के साथ रहने वाली… मास्टर सर्वशक्तिवान हूँ

मैं स्वराज्य अधिकारी हूँ… सभी गुण शक्तियां मेरे सेवाधारी है… मैं जब चाहे, जैसे चाहे उन्हें use कर सकती हूँ

मैं बन्धन-मुक्त फरिश्ता हूँ… पुराने-पन का कोई भी बोझ मुझे खींच नहीं सकता… मैं सदा उड़ती कला के अनुभव में उड़ता रहता हूँ

मैं बाबा का वारिस बच्चा हूँ… सम्पूर्ण वर्से का अधिकारी… राज्य पद अधिकारी हूँ

मैं भय से मुक्त निड़र हूँ… औरों को भी सुख-शान्ति देने के निमित्त आत्मा हूँ… शान्ति का वरदान देने वाली वरदानी महादानी आत्मा हूँ

गीत: दानी बनो, वरदानी बनो…


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योग कमेंटरी | सूक्ष्मवतन में बापदादा से मिलन | Experiencing God in the subtle world

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योग कमेंटरी | सूक्ष्मवतन में बापदादा से मिलन | Experiencing God in the subtle world

बाबा बाहें पसारे… बुला रहे हैं “आओ बच्चे”… मेरे मीठे बच्चे… प्यारे बच्चे… लाडले बच्चे

मैं फरिश्ता… बाबा के पास पहुँच गया हूँ… बाबा मुझे बहुत मीठी दृष्टि दे रहे हैं… मैं बाबा की दृष्टि ले रहा हूँ

उनका वरदानी हाथ मेरे सिर पर है… बाबा वरदान दे रहे हैं… निरन्तर योगी भव… मायाजीत भव… सदा सुखी भव

विजय का तिलक लगा रहे हैं… सफलता तुम्हारा जन्म सिद्ध अधिकार है… मैं सदा तुम्हारे साथ हूँ

उनकी छत्रछाया में, मैं सदा सुरक्षित हूँ… परिस्थितयां व माया मुझे हिला नहीं सकती… बाबा मेरा रक्षक है

सदा बाबा को साथ रख… इसी हल्की अव्यक्त स्थिति में रहना है… सबको भगवान से जुड़ाना है… ओम् शान्ति!

गीत: बाबा से मिलन मनाने, आ जाओ मेरे लाल…


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योग कमेंटरी | मैं खुशबूदार फूल हूँ | I’m a fragrant flower

योग कमेंटरी | मैं खुशबूदार फूल हूँ | I’m a fragrant flower

मैं खुशबूदार फूल हूँ… शीतल चन्दन हूँ… मुझसे चारों ओर गुणों की खुशबू फैल रही है… वातावरण श्रेष्ठ सुगंधित हो रहा है… सभी प्रसन्नीत हो रहे हैं

मैं रूहानी सूरजमुखी हूँ… मेरी मन-बुद्धि सदा ज्ञान सूर्य बाबा की तरफ है… उनसे ही शक्तियां ले रही हूँ

योग की धूप… ज्ञान के जल… धारणा की धरती से… मैं फूल खिल उठा हूँ… सभी परिस्थिति में खिला हुआ हूँ

मैं सदा हर्षित… मीठा… शान्त-चित हूँ

सदा श्रेष्ठ स्थिति में स्थित… मैं रूहे गुलाब हूँ… राजा हूँ… सबसे सुन्दर

स्वयं भगवान मेरा बागवान है… उनके बगीचे का, मैं किंग फ्लावर हूँ… सबको भी बनाना है… ओम् शान्ति!

गीत: भगवान की बगिया के…


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