योग कमेंटरी | मैं रूहानी आत्मा (कुमारी) हूँ | Avyakt Murli Churnings 24-03-2019

योग कमेंटरी | मैं रूहानी आत्मा (कुमारी) हूँ | Avyakt Murli Churnings 24-03-2019

मैं श्रेष्ठ आत्मा हूँ… सदा श्रेष्ठ कार्य करने वाली… विश्व कल्याणकारी हूँ

मैं रूहानी आत्मा हूँ… सदा आत्मिक स्थिति में स्थित… सबको आत्मिक दृष्टि से देखती… बाबा की रूहानी याद में रहती

मैं सम्पूर्ण पवित्रमहान आत्मा हूँ… सदा बाबा को साथ रखने वाली… मायाजीत हूँ

मैं सौ ब्राह्मणों से उत्तम… ईश्वरीय विश्व विद्यालय की… बेहद सेवाधारी हूँ

मैं देवी हूँ… सदा मुस्कुराती… दृष्टि-हाथों से सदा देने वाली… सबको सुख शान्ति प्रेम आनंद, सर्व खजा़नों से भरपूर करने वाली… ओम् शान्ति!

गीत: दानी बनो, वरदानी बनो…


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