योग कमेंटरी | मुरली क्या है

योग कमेंटरी | मुरली क्या है

मुरली है बाबा से बातेंबाबा से मिलन मनाना… परमात्म-प्रेम अनुभव करना

यही मात-पिता की पालना… प्यार-पुचकार… श्रेष्ठ मार्ग-दर्शन है

सुप्रीम टीचर की शिक्षा… सर्वश्रेष्ठ गाइड-लाइंस, डाइरेक्शन्स … सोर्स ऑफ इन्कम है

सतगुरू की श्रीमत… वरदान है… जिसके द्वारा मनमनाभव का महा-मन्त्र मुझे दिया है

साजन का प्रेम-पत्र… मीठी-मीठी बातें है… जो दिव्यगुणों से मुझे श्रृंगारती

खुदा दोस्त से संवाद… चिट-चैट है… जो कल्प-कल्‍पान्तर का सर्वश्रेष्ठ भाग्य बनाता

मुझे मुरली में सदा रेगुलर… पंचुअल… एकाग्र-चित्त रहना है… ओम् शान्ति!


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Thanks for reading this meditation commentary on ‘मुरली क्या है’

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