योग कमेंटरी | बाबा है ज्ञान सूर्य | Remembering the Supreme Sun

योग कमेंटरी | बाबा है ज्ञान सूर्य | Remembering the Supreme Sun

बाबा ज्ञान-सूर्य… पवित्रता के सूर्य है… उनकी पवित्रता की किरणें चारों ओर फैल… सारे परमधाम को जगमगा रही है

बाबा सर्वशक्तिमान… ऑलमाइटी अथॉरिटी है… उनके संग रहकार… मैं भी सशक्त हो गया हूँ

मैं मास्टर ज्ञान-सूर्य हूँ… मुझसे चारों और शक्तिशाली पवित्र किरणें फैल… वातावरण को शुध्द-सतोगुणी बना रही हैं

मेरे जीवन का अन्धकार… दुःख-दर्द सब समाप्त हो गया है… प्रभु प्रेम से मेरा जहां रोशन है

औरों के भी जीवन को प्रकाशित कर… सुखीश्रेष्ठ बनाते… सतयुग स्थापन करना है… ओम् शान्ति!


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