योग कमेंटरी | बाबा मेरा संसार
बाबा मेरा मात-पिता-शिक्षक-सतगुरू… सखा-साजन-सर्जन- भाई है… मेरे सर्व सम्बन्ध उनसे है
मुझे सर्व प्राप्तियां… सर्व प्रकार के सुख… उससे मिलते हैं
माँ की ममता-पालना… पिता की रक्षा-वर्सा… टीचर की सर्वश्रेष्ठ पढ़ाई मिलती
साजन का प्यार… भाई का सुन्दर साथ… दोस्त की मीठी कंपनी… उससे ही मिलती है
बाबा ही मेरा संसार है… एक उसी के प्यार में डूबे रहना है… सबको बांटना है… ओम् शान्ति!
गीत: दिल के सितार का…
और योग कमेंटरी:
- शान्ति,खुशी,सुुख,अलौकिक,हल्का,पवित्र,ज्ञान,शक्ति,शीतल,नम्र,वाह,नैन,सम्पर्क,भाव,कुण्ड,घर,निर्भय
- स्वमान,श्रेष्ठ,रॉयल,दिव्य,महान,स्वराज्य,भाग्य,गोपी,हंस,सार,दूत,ऋशी,ताज,माला,बालक,स्टुडेंट,हनुमान
- आत्मा(सितारा,बेदाग,हीरा,दीप,फूल,पंछी),रूह,दृष्टि,देहीअभिमानी,अशरीरी,प्रभाव,देहभान,नहीं,भयमुक्त
- प्यार,याद,दृष्टि,बातें,पार्ट,सूर्य,चुम्बक,नूर,मिलन,माँ,पिता,टीचर,गुरू,दोस्त,मुरली,संसार,जीवन,मैं-मेरा,ट्रस्टी
- स्वदर्शन(प्रिंस,देवता,दर्शनीय,पूज्य,शक्ति,ब्राह्मण,निमित्त,सेवा,समर्पित,लाइट,फरिश्ता,अवतार,घर,आस्मान)
- भोजन,सोना,न्यारा,थकावट,हॉस्पिटल,चाँद,बादल,होली,सुबह,बरसात,अंतरिक्ष,पानी,प्रकृति
Thanks for reading this meditation commentary on ‘बाबा मेरा संसार’