योग कमेंटरी | हमारा अविनाशी प्यार | Our love with Baba! | Avyakt Murli Churnings 18-01-2019
बाबा स्नेह के सागर है… मैं उनका स्नेही, लवली, लवलीन बच्चा हूँ
बाबा कहते मेरे बच्चे, लाडले बच्चे, मेरे सिरताज बच्चे… हम भी कहते मेरा बाबा, मीठा बाबा, प्यारा बाबा
बाबा की याद से… मैं सर्व ईश्वरीय प्राप्तियों से सम्पन्न हूँ… सर्व खजानों का मालिक हूँ
मैं परमात्म पालना में पालने वाली… पद्मपद्म भाग्यशाली आत्मा हूँ
मैं मेहनत से मुक्त… समाधान स्वरूप हूँ
मैं मन्सा वाचा कर्मणा तीनों सेवाएं साथ-साथ करने वाली आत्मा हूँ… सर्व को अच्छा बनने की प्रेरणा देती… सतयुग बनाती जा रही हूँ… ओम् शान्ति!
गीत: ओ स्नेह सागर…
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