योग कमेंटरी | Remaining set on the seat of self-respect | स्वमान-धारी रहना | Baba Milan Murli Churnings 17-02-2019

योग कमेंटरी | Remaining set on the seat of self-respect | स्वमान-धारी रहना | Baba Milan Murli Churnings 17-02-2019

मैं सदा स्वमान की सीट पर सेट… परमात्म प्यार की पात्र आत्मा हूँ… एकाग्र-चित्त… सर्व खजा़नों का मालिक हूँ

मैं बाबा का दिल-तख्त-नशीन बच्चा… लाइट का ताजधारी… श्रेष्ठ स्मृतियों का तीलक-धारी हूँ

मेरे हाथ में बाबा की श्रीमत का हाथ है… बाबा सदा मेरे साथ है… साथ रहेंगे, साथ चलेंगे, साथ राज्य करेंगे

मैं पूर्वज आत्मा… सब का आधार मूर्त … उद्धार मूर्त… उदाहरण मूर्त हूँ

मैं डबल सेवाधारी… स्वयं और विश्व की साथ-साथ सेवा करती… सारे विश्व को सुख-शान्ति की किरणें फैलाती हूँ… ओम् शान्ति!


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