योग कमेंटरी | Remaining set on the seat of self-respect | स्वमान-धारी रहना | Baba Milan Murli Churnings 17-02-2019
मैं सदा स्वमान की सीट पर सेट… परमात्म प्यार की पात्र आत्मा हूँ… एकाग्र-चित्त… सर्व खजा़नों का मालिक हूँ
मैं बाबा का दिल-तख्त-नशीन बच्चा… लाइट का ताजधारी… श्रेष्ठ स्मृतियों का तीलक-धारी हूँ
मेरे हाथ में बाबा की श्रीमत का हाथ है… बाबा सदा मेरे साथ है… साथ रहेंगे, साथ चलेंगे, साथ राज्य करेंगे
मैं पूर्वज आत्मा… सब का आधार मूर्त … उद्धार मूर्त… उदाहरण मूर्त हूँ
मैं डबल सेवाधारी… स्वयं और विश्व की साथ-साथ सेवा करती… सारे विश्व को सुख-शान्ति की किरणें फैलाती हूँ… ओम् शान्ति!
और योग कमेंटरी:
- शान्ति,खुशी,सुुख,अलौकिक,हल्का,पवित्र,ज्ञान,शक्ति,शीतल,नम्र,वाह,नैन,सम्पर्क,भाव,कुण्ड,घर,निर्भय
- स्वमान,श्रेष्ठ,रॉयल,दिव्य,महान,स्वराज्य,भाग्य,गोपी,हंस,सार,दूत,ऋशी,ताज,माला,बालक,स्टुडेंट,हनुमान
- आत्मा(सितारा,बेदाग,हीरा,दीप,फूल,पंछी),रूह,दृष्टि,देहीअभिमानी,अशरीरी,प्रभाव,देहभान,नहीं,भयमुक्त
- प्यार,याद,दृष्टि,बातें,पार्ट,सूर्य,चुम्बक,नूर,मिलन,माँ,पिता,टीचर,गुरू,दोस्त,मुरली,संसार,जीवन,मैं-मेरा,ट्रस्टी
- स्वदर्शन(प्रिंस,देवता,दर्शनीय,पूज्य,शक्ति,ब्राह्मण,निमित्त,सेवा,समर्पित,लाइट,फरिश्ता,अवतार,घर,आस्मान)
- भोजन,सोना,न्यारा,थकावट,हॉस्पिटल,चाँद,बादल,होली,सुबह,बरसात,अंतरिक्ष,पानी,प्रकृति