Sakar Murli Churnings 21-03-2019

Sakar Murli Churnings 21-03-2019

यह संगमयुग हीरे-तुल्य है, इसलिए इस (मालामाल बनाने वाले सोर्स ऑफ income) ज्ञान को बहुत अच्छे refined रूप में धारण कर, बाबा को बहुत प्यार से याद करना है, तो सुधरे हुए देवता बन जाएँगे… औरों को भी धारणा कराकर श्रेष्ठ सुखी बनाना है

सार

तो चलिए आज सारा दिन… जबकि हमें सर्वश्रेष्ठ बाबा के विद्यालय में एडमिशन मिला है, तो बहुत श्रेष्ठ ज्ञान-योग की दौडी़ लगाकर धारणा-मूर्त दिव्यगुणों के श्रूंगारों से सम्पन्न बन जाएं… तो स्वतः हमारे हर कदम से सबकी सेवा होती रहेंगी, हम सतयुग स्थापन करने के निमित्त बन जाएंगे… ओम् शान्ति!

Sakar Murli Churnings 20-03-2019

Sakar Murli Churnings 20-03-2019

यह ईश्वरीय पढ़ाई (राजयोग और त्रिकाल-त्रिलोक का ज्ञान) हैं देवता बनाने वाली सतयुग के (जहां जेल, जज, आदि कुछ नहीं होगा)… तो सवेरे एकान्त में विचार सागर मंथन कर, नई-नई पॉइन्ट्‍स निकालनी है, औरों को भी पढ़ाना है… जो देखते-सुनते-पढ़ते वा हमारे संग की पूरी संभाल रखनी है

सार

तो चलिए आज होली के पावन पर्व पर… होली अर्थात हो-ली, जो हो गया उसे चित्त-चिन्तन से भूल, जैसेकि पिछले जन्म की बात है, ड्रामा की भावी… इससे हमारे पुरूषार्थ की गति बहुत तेज़ हो जाएंगी, और हम बाबा से सम्पूर्ण ज्ञान गुण शक्तियों ले भरपूर हो जाएंगे… इससे स्वतः हमारी स्व-उन्नति, औरों का कल्याण होते, हम सतयुग स्थापन करने के निमित्त बन जाएंगे… ओम् शान्ति!

Sakar Murli Churnings 19-03-2019

Sakar Murli Churnings 19-03-2019

हमारा योग सत्य के साथ है, जिससे हमारे अन्दर सारा कीचड़ा समाप्त हो, हम पवित्र दिव्यगुण-सम्पन्न पुरुषोत्तम बन जाते… तो इस पढ़ाई और याद में लग जाना है, इस संगमयुग को कभी नहीं भूलना है, क्योंकि यही समय है सर्व प्राप्तियां करने की

सार

तो चलिए आज सारा दिन… हम संगमयुगी श्रेष्ठ ब्राह्मण आत्मा है, इसी स्मृति-स्वरूप रह सदा प्रभु मिलन मनाते, विशेष हीरो पार्ट बजाते रहे… अर्थात सदा शान्ति, प्रेम, खुशीयों से भरपूर रह हर कर्म करते रहे… तो औरों को भी श्रेष्ठ अनुभुतीयां होते विशेष प्रेरणाएँ मिलती रहेंगी, और हम सभी साथ में सतयुग स्थापन करने के निमित्त बन जाएंगे… ओम् शान्ति!

योग कमेंटरी | मैं अनुभवी-मूर्त सन्तुष्ट-मणि हूँ | I’m an experienced Jewel of Contentment | Baba Milan Murli Churnings 18-03-2019

योग कमेंटरी | मैं अनुभवी-मूर्त सन्तुष्ट-मणि हूँ | I'm an experienced Jewel of Contentment | Baba Milan Murli Churnings 18-03-2019 image

योग कमेंटरी | मैं अनुभवी-मूर्त सन्तुष्ट-मणि हूँ | I’m an experienced Jewel of Contentment | Baba Milan Murli Churnings 18-03-2019

मैं सन्तुष्ट-मणि हूँ… परिस्थितियों को मनोरंजन अनुभव करने वाली… अनुभव की सीट पर सेट… मायाजीत हूँ

मैं सर्व प्राप्तियों से सम्पन्न… सदा सन्तुष्ट… हर्षित… प्रसन्न- चित्त हूँ

बाबा ने मुझे वरदान दिया है, ‘खुश रहो, आबाद रहो’… मैं समाधान स्वरूप… सदा बाबा के लव में लीन हूँ, सदा उनके साथ हूँ 

मेरे श्रेष्ठ वाइब्रेशन से… श्रेष्ठ वायुमण्डल बनता… जो सबको सहयोग देता

मैं सदा दृढ़ता सम्पन्न… सफलता-मूर्त हूँ… स्वयं प्रिय… बाप को… और सर्व को प्रिय हूँ… ओम् शान्ति!


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Becoming a Jewel of Contentment through the Authority of Experience | अनुभव की अथॉरिटी द्वारा सन्तुष्ट-मणि बनें | Baba Milan Murli Churnings 18-03-2019

Becoming a Jewel of Contentment through the Authority of Experience अनुभव की अथॉरिटी द्वारा सन्तुष्ट-मणि बनें | Baba Milan Murli Churnings 18-03-2019

Becoming a Jewel of Contentment through the Authority of Experience | अनुभव की अथॉरिटी द्वारा सन्तुष्ट-मणि बनें | Baba Milan Murli Churnings 18-03-2019 image

1. सर्व प्राप्ति सम्पन्न होने के कारण हम सन्तुष्ट-मणियां हैं,.. और इस महान शक्ति सन्तुष्टता से अनेकानेक प्राप्तियां हैं:

  • और सभी शक्तियों का आह्वान होता
  • चेहरा चमक उठता, हम हर्षितमुख, प्रसन्न-चित्त बनते
  • श्रेष्ठ वाइब्रेशन का वायुमण्डल बनाता… स्वयं, बाप, परिवार सभी के प्रिय बनते
  • परिस्थिति वार कर परेशान नहीं कर सकती, वह मनोरंजन अनुभव होती, सहज पार करते

इसलिए बाबा दाता बन रोज अमृतवेले हमें वरदान देते ‘खुश रहो, आबाद रहो’… तो जैसे हम, बाबा, खजाने, वरदान सब अविनाशी सदा के लिए है, हमें भी कभी-कभी शब्द छोड़ चेक करना है हम कहाँ तक सर्वशक्तियो-गुणों से सम्पन्न, सम्पूर्ण, समान बनें है

2. वरदानों को नोट-वर्णन करने के साथ, उन्हें कार्य में लाकर फलीभूत करना है, तो उसकी और वृद्धि होगी… बाबा इसी लिए हमें वरदान देते

3. गे-गे (करेंगे, देखेंगे, आदि) कि भाषा छोड़ दृढ़ता (जो हमारा जन्म सिद्ध अधिकार है) की चाबी से सफलता को प्राप्त करना है… कारण शब्द को निवारण में परिवर्तन कर समाधान-स्वरूप बनना है… इस बाबा की आश को पूर्ण कर प्यार का सच्चा-सच्चा सबूत देना है… यही है सच्चा परवाना बन, रूहानी शमा बाप पर कुर्बान-फिदा होना

4. सेवा के उमंग-उत्साह की रिज़ल्ट में हम सभी पास है, इसके साथ अचानक में पास होने के लिए… ज्ञानी योगी धारणा-मूर्त सेवाधारी बनने के साथ चारों सब्जेक्ट में अनुभवी-मूर्त बनना है… तो ज्ञान समझ बनकर हर कर्म में लाइट और माइट, हर कर्म नैचुरल श्रेष्ठ और सफल बन जाएंगा …यह अनुभव की अथॉरिटी सबसे श्रेष्ठ अथॉरिटी वा शक्ति है, जो मायाजीत बनाती

5. तीव्र गति की उड़ती कला के पुरूषार्थ के वाइब्रेशन द्वारा, सहयोग का वायुमण्डल बनाना है… जब हम प्रकृति को भी परिवर्तन करने की चैलेंज देते हैं, तो मनुष्य आत्माओं को तो दुःख-अशान्ति से मुक्त कर ही सकते… हमारा तो बाबा से वायदा है, साथ चलेंगे साथ रहेंगे साथ हैं… बाबा भी इन्तज़ार कर रहा है, तो हमें इन्तज़ाम जरूर करना है

6. लक्ष्य-लक्षण एक करने के लिए हम जो कहते, उसका अनुभव भी करना है… सबसे सहज सिर्फ एक ‘मैं आत्मा हूँ‘ इसके अनुभवी बन जाओ… तीन बिन्दु के स्मृति-स्वरूप बनो

7. कभी अकेला नहीं होना, सदा बाप से combined रह उनकी कम्पनी में रहना है… अमर भव के वरदान द्वारा माया से सदा सेफ रहना है… हम शेर है, उमंग उत्साह से यज्ञ सेवा कर बहुत पुण्य का खाता जमा किया है, जो लम्बा समय काम आएँगा… अपने तीव्र पुरूषार्थ द्वारा बाबा को प्रत्यक्ष जरुर करना है

सार

तो चलिए आज सारा दिन… बाबा के लव में लवलीन रह सर्व प्राप्तियों से सम्पन्न सन्तुष्ट-मणि बने… स्वराज्य अधिकारी स्थिति द्वारा सदा शान्ति, प्रेम, आनंद से भरपूर हो औरों को भी उत्साह मैं लाते रहे… तो हम बहुत ही जल्द सतयुग स्थापन करने के निमित्त बन जाएंगे… ओम् शान्ति!

योग कमेंटरी | मैं अवतार हूँ | I’m an incarnation

योग कमेंटरी | मैं अवतार हूँ | I’m an incarnation

मैं अवतार हूँ… ऊपर से अवतरीत हुआ हूँ… परमधाम वा सूक्ष्मवतन से

मैं सदा परमात्म स्मृति में… सर्व प्राप्ति सम्पन्न हूँ… सब को देते रहता हूँ

मैं महान कार्य करने आया हूँ… सबको दुःखों से मुक्त कर… सतयुग स्थापन करने… मैं विश्व कल्याणकारी हूँ

मैं शान्ति दूत… प्रेम का अवतार… सुखदेव… आनंद-मय हूँ

मैं इस देह-सृष्टि में मेहमान… सो महान हूँ… कुछ ही समय के लिए… ओम् शान्ति!


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The power of Truth | सत्यता की शक्ति | Sakar Murli Churnings 18-03-2019

The power of Truth | सत्यता की शक्ति | Sakar Murli Churnings 18-03-2019

बाबा सत्य है, हमें सत्य ज्ञान सुनाकर, सत्य बनाकर, सच-खण्ड स्थापन करते हैं… तो बाकी सब बातें भूल ऎसे बाप की ईश्वरीय मत श्रीमत पर चलना है, अपने को देही-अभिमानी समझ वाणी से परे बाबा को याद करने का अभ्यास करना है… तो 21 जन्मों के लिए हमारी सभी मनोकामनाएं पूरी हो, हम हेल्थ वेल्थ से सम्पन्न बन जाएंगे!… जो देवी देवता बनने होंगे वह इसमें लग जाएंगेे, बाकी ड्रामा!

सार

तो चलिए आज सारा दिन… जबकि हमें परम सत्य मिल गया, तो सदा अपनी सत्य स्वरूप मे स्थित हो सत्य बाप को याद करते रहे… तो सदा के लिए शान्ति, प्रेम आनंद से भरपूर रहेंगे, औरों को भी बनाते, सत की दुनिया सतयुग स्थापन कर लेंगे… ओम् शान्ति!

योग कमेंटरी | मैं होली हंस हूँ | I’m a Holy Swan

योग कमेंटरी | मैं होली हंस हूँ | I'm a Holy Swan image

योग कमेंटरी | मैं होली हंस हूँ | I’m a Holy Swan

मैं होली हंस हूँ… सदा ज्ञान के मोती का चिन्तन करता… सबकी विशेषताएं देखता हूँ

मैं बिल्कुल स्वच्छ… पवित्र आत्मा हूँ… सर्वश्रेष्ठ ज्ञान की श्रेष्ठ पात्र हूँ

मैं सदा ज्ञान-सागर-तट पर रहता… सर्व गुणों का अनुभव करते… शक्तिशाली बन गया हूँ

मैं व्यर्थ से मुक्त… सदा समर्थ… Holy हूँ

मैं सदा श्रेष्ठ चीज़े देखती… बाबा का ज्ञान सुनती… सर्वश्रेष्ठ बनती-बनाती हूँ… ओम् शान्ति!


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Becoming Holy & Happy always! | होली पर्व का अध्यात्मिक रहस्य | Avyakt Murli Churnings 17-03-2019

Becoming Holy & Happy always! | होली पर्व का अध्यात्मिक रहस्य | Avyakt Murli Churnings 17-03-2019 image

Becoming Holy & Happy always! | होली पर्व का अध्यात्मिक रहस्य | Avyakt Murli Churnings 17-03-2019

होली का अध्यात्मिक रहस्य

वह एक दिन होली मनाते, हमारा तो पूरा संगमयुग होली है!… होली अर्थात holy पवित्र बनने-बनाने का यादगार, बाबा के संग में रंग जाना… यही सार सभी होली की विधियों में समाया हुआ है:

  • पहले है… सभी बुराई रूपी अपवित्रता को जलाकर भस्म कर देना… बाबा के संग द्वारा अविनाशी पवित्रता के रंग में रंग जाना!
  • उसके बाद ही… हम एक बाप की संतान आत्मा भाई-भाई इस स्मृति में रह अविनाशी खुशियां मना सकते… दिव्य बुद्धि रूपी पिचकारी में ज्ञान रंग के संग द्वारा औरों को भी उत्साह में ला सकते हैं
  • फिर है… स्नेह-सम्पन्न हो मिलना सभी से

इस अविनाशी पवित्रता के फल-स्वरूप हमारा मूड सिर्फ एक दिन खुश नहीं रहता, लेकिन सदाकाल का holy और हैप्पी मूड बन जाता!

भक्ति है हमारा यादगार!

सदा खुशी में रहना है, कि हम समझ से देख रहे हैं… कि एक तरफ हम सच्चा त्योहार मना रहे हैं, और दूसरी ओर उसका यादगार मनाना भी देख रहे हैं:

  • हम सदा याद-स्वरूप में रहते हैं, तो हमारे हर कर्म का यादगार पूजा जाता है
  • हम सदा प्रेम स्वरूप रहते, वह प्रेम से कीर्तन गाते
  • हमारी बहुत श्रेष्ठ जीवन कहानी है, तो उसपर भक्ति में कथाएं बनती
  • बाबा नें हमें महिमा-योग्य बनाया, वह महिमा करते

अन्य पॉइन्ट्‍स

3. बाप के वर्से के अधिकारी अर्थात शक्तिशाली (मास्टर सर्वशक्तिमान), कमझोरी से सदा के लिए मुक्त… हमें तो सर्वज्ञ बाबा मिला है, इसलिए अविनाशी खुशी में नाचते रहना है, खुशी प्रेम ज्ञान आनंद के झूले में झूलते रहना है बाबा के साथ… नीचे आना ही नहीं है (मैले होने), कुछ भी हो जाई!

4. एक बल एक भरोसा अर्थात मधुबन से जो मुरली चलती है उस पर पूरा-पूरा निश्चय-बुद्धि… बाकी सब रास्ते माया के है, उनमें भटकना नहीं है

सार

तो चलिए आज सारा दिन… मैं शुध्द-पवित्र आत्मा, पवित्रता के सागर की सन्तान हूँ… इसी स्मृति-संग में रह अविनाशी खुशी में नाचते-झूलते रहे… औरों को भी अविनाशी उत्साह का रंग लगाते, खुशियों की दुनिया सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!

गीत: आओ सच्ची होली हम मनाएं…

योग कमेंटरी | मैं स्वमान-धारी आत्मा हूँ | I’m seated on the seat of self-respect

योग कमेंटरी | मैं स्वमान-धारी आत्मा हूँ | I’m seated on the seat of self-respect

मैं स्वमान-धारी आत्मा हूँ… सदा श्रेष्ठ स्थिति में स्थित… अचल-अडो़ल… स्वराज्य अधिकारी हूँ

बाबा नें मुझे ऊँची दृष्टि से देख… मेरा स्वमान बढ़ा दिया है… अपने से प्यार करना सीखा दिया है

मैं औरों को भी सम्मान देता… उनका भी स्वमान बढ़ाकर… आगे बढ़ाता हूँ

बाबा ने मुझे अपने से भी ऊंचा उठा दिया है… डबल पूज्य… डबल अधिकारी बना दिया है

मुझे देह-भान रूपी मिट्टी से ऊपर उठकर… रॉयल आत्मा… फरिश्ता बना दिया है… ओम् शान्ति!

गीत: मधुबन के इस चमन के…


और योग कमेंटरी:

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