Sakar Murli Churnings 04-03-2019

Sakar Murli Churnings 04-03-2019

यह संगमयुग है, जब हमें सम्पूर्ण सत्य ज्ञान मिला है, मुख्य बात कि हम ही देवता थे और अब पवित्र योगी बनने के पुरूषार्थ द्वारा फिर से सतोप्रधान सर्वगुण सम्पन्न देवता बनेंगे… तो मोह की रगें तोड़, सेवा का सबूत जरूर देना है, बाबा से आफरीन लेनी है… हमें अपनी सेवा करनी है, बीज जरूर डालना है, फिर वह अपने पार्ट अनुसार धारण करेंगे

सार

तो चलिए आज सारा दिन… जबकि हमें स्वयं ज्ञान सागर सुप्रीम टीचर बाप पढ़ाते हैं, तो ऎसा सर्वश्रेष्ठ Godly student बने की हम नम्बर वन सूर्यवंशी बनने की प्राइज़ प्राप्त कर ले … औरों को भी आप समान योग्य बनाते रहें, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!

Happy Birthday, Baba! | हम सभी को जन्म-दिन की बहुत बहुत बधाई हो, बधाई हो, बधाई हो… | Baba Milan Murli Churnings 03-03-2019

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Happy Birthday, Baba! | हम सभी को जन्म-दिन की बहुत बहुत बधाई हो, बधाई हो, बधाई हो… | Baba Milan Murli Churnings 03-03-2019

1. हम स्नेह के विमान में बैठ बाबा के पास सहज पहुँच गए हैं, लवलीन स्थिति में परमात्म प्यार के झूले में झूल रहे हैं… बाबा भी हमारे स्नेह में समा गए हैं… यह स्नेह हमें सहज बाप समान ashariri, व्यक्त भान से परे अव्यक्त स्थिति अव्यक्त स्वरूप में स्थित कर देता है

2. हम शिव जयन्ती वा शिव रात्रि मनाने, अर्थात बाप वा अपना जन्मदिन मनाने आए हैं… बाबा भी वतन से नीचे आ गए हैं… यह बर्थ-डे सारे कल्प में न्यारा प्यारा है, क्योंकि:

  • परमात्मा स्वयं हमारा बर्थडे मनाते, हम भी उनका मनाते
  • बाप और बच्चे दोनों का जन्मदिन एक साथ एक ही दिन आता
  • यह शिव जयन्ती (birthday) भी है, तो शिवरात्रि (कलियुग रात परिवर्तन हो सतयुग स्थापन होने की घड़ियां) भी है

तो बाबा इस विशेष दिन की बहुत बढ़ाइया, मुबारक, दुआ, और दिल का याद-प्यार देते हैं

3. हमारे दिव्य जन्म के श्रेष्ठ अलौकिक कर्म ही भक्त copy करते… हम सम्पूर्ण जीवन मन-वाणी-कर्म-भोजन-सम्बन्ध-सम्पर्क में पवित्र रहते, इसलिए भी एक दिन पवित्र रहते… यह पवित्रता ही foundation है ब्राह्मण जीवन का, पूज्य बनने का, प्राप्तियां अनुभव करने का…

4. तो जैसे प्यार में हम पक्के है, वैसे इस पवित्रता के व्रत को पक्का करना है… इसके लिए माया को विदाई देना है (वह भले आए, हमें उसके प्रभाव से न्यारे रह, उसे दूर से ही भगा देना है, बिठाने की आदत नहीं डालनी है अलबेलेपन-वश) … तो फिर:

  • हमारे सूरत में बाप की मूरत दिखाई देंगी, सदा सम्पन्न नैन-मुखड़ा बाप समान… चेहरा व्यर्थ के प्रभाव, उदासी वा मेहनत से परे सदा मुस्कुराता गुलाब समान बन जाएंगा
  • बोल बाप समान वरदानी हो जाएँगे

5. बाबा ने समय की समीपता वा अचानक होने का इशारा बहुत बार दिया है, इसलिए अलर्ट-एवररेडी बनना है… मन-बुद्धि को क्लीन-क्लियर रखना है ताकि बाबा की श्रीमत-directions की touching कैच कर सके… इसके लिए साइलेंस पावर जमा करना है, जिसकी बैंक अभी ही खुलती हैं, एक-एक second वा minute भी स्वीट साइलेंस की अनुभुती में खो जाने की ड्रिल करनी है… तो औरों को सहयोग-sakash दे पाएंगे… पश्चाताप से बच जाएंगे, बाबा की मुबारक लेंगे

6. हमने सबसे बड़े विदेशी बाबा को नीचे खींच लिया है, हम बाबा के घर का श्रूंगार है… तो सदा indoor (अर्थात अन्तर्मुखी) हो बाबा की परिवर्तन की आशाओं को पूर्ण कर number वन बनना है… नम्बरवन विजयी भव का वरदान सदा याद रखना है

सार

तो चलिए इस रूहानी अलौकिक जन्म-दिन पर… सदा परमात्म प्यार के झूले में झूलते रह, सदा श्रेष्ठ स्थित और प्राप्तियों का अनुभव करतेे रहे… इस पवित्रता के बल द्वारा एसा silence power से सम्पन्न रहे, कि औरों को भी स्वतः सर्वश्रेष्ठ सहयोग मिलता रहे… ऎसे स्व-उन्नति और विश्व-सेवा के बैलेंस द्वारा हम बहुत ही जल्द परमात्मा छत्रछाया में रहते सतयुग स्थापन करने के निमित्त बन जाएंगे… ओम् शान्ति!

योग कमेंटरी | श्रेष्ठ संकल्पों की बूँद-बूँद | Avyakt Murli Churnings 03-03-2019

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योग कमेंटरी | श्रेष्ठ संकल्पों की बूँद-बूँद | Avyakt Murli Churnings 03-03-2019

मैं बिन्दु-रूप आत्मा… बिन्दु बाप की सन्तान… ड्रामा का बिन्दु लगाने वाली आत्मा हूँ

मैं सरल-चित्त… स्वच्छ बुद्धि… धारणा मूर्त आत्मा हूँ… भोली आत्मा… भगवान की प्रिय हूँ

मैं बाबा से बातें करती हूँ… बाबा, आप कितने मीठे हो, हमें क्या से क्या बनाते हो… सर्व प्राप्ति सम्पन्न बनाते… एक आप ही महिमा-योग्य हो

मैं पूज्य आत्मा… दिव्य दर्शनीय मूर्त हूँ… वरदानी मूर्त… सबको शान्ति, प्यार और खुशियां बांटती हूँ

मैं व्यर्थ से मुक्त… सदा जागती ज्योत हूँ… मेरे तन-मन-धन के सहयोग से… सतयुग स्थापन हो रहा है… ओम् शान्ति!


और योग कमेंटरी:

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शिव जयन्ती का आध्यात्मिक रहस्य | Spiritual Significance of Mahashivratri | Avyakt Murli Churnings 03-03-2019

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शिव जयन्ती का आध्यात्मिक रहस्य | Spiritual Significance of Mahashivratri | Avyakt Murli Churnings 03-03-2019

1. भोला अर्थात सरल स्वभाव, शुभ भाव और मन-कर्म दोनों में स्वच्छता, अर्थात सच्चाई और सफाई… भोलेनाथ बाबा को हमारा यह भोलापन इतना प्यारा है, कि हम बाप-बच्चों दोनों का बर्थ-डे साथ-साथ मनाते हैं

2. एक ओर है वियोगी पुकारने आह्वान करने वाले भक्त बच्चें, और हम है बाबा के सम्मुख सहजयोगी बच्चें, जिन्होनें ‘पा लिया!’… तो भक्तों की आवाज़ सुन, जल्दी ही तैयार अर्थात दिव्यगुणों के श्रूंगारों से सम्पन्न बन जााना है, तो स्वतः सर्व की मनोकामनाएं पूर्ण करते रहेंगे

3. शिव जयन्ती का आध्यात्मिक रहस्य

  • शिवलिंग के बीच बिन्दु लगाते, क्यूंकि सारे ईश्वरीय ज्ञान का सार ही है बिन्दु… बिन्दु बन, बिन्दु बाप को याद कर, ड्रामा का बिन्दु लगाना
  • बूँद-बूँद है:
    • एक-एक श्रेष्ठ स्मृतियाँ (मैं आत्मा हूँ, बाबा का बच्चा हूँ, आदि) से मिलन मनाना, मिलन की सिद्धि पाना
    • बाबा से रुह-रिहान की एक-एक सुन्दर बातें (बाबा आप कितने मीठे हो, आप हमें क्या से क्या बनाते हो, बाबा की एक-एक महिमा, बाबा से प्राप्तियां, आदि)
    • हमारा तन-मन-धन से सहयोग, जिससे सागर भर जाता अर्थात सतयुग स्थापन हो जाता है
  • व्रत अर्थात व्यर्थ संकल्पों के भोजन को स्वीकार नहीं करने का दृढ़ संकल्प
  • जागरण अर्थात सदा जागती ज्योत हो रहना
  • शिवबाबा का झण्डा लहराना अर्थात अपने मस्तक और नयनों में सदाकाल के विजय का अविनाशी झण्डा लहराना

4. हम है बाबा के स्नेही, साथी, कदम पर कदम रखने वाले बच्चे, तो बाबा भी हमें गुणों की माला पहनाते हैं… बाबा कहते हम सभी को बहुत बहुत शान्ति, प्यार और खुशियां बांटते हैं, इसलिए फिर हम भी पूज्य बन जाते

5. लोग कहते गुड मॉर्निंग, और हमारा तो है ही गाॅड के साथ मॉर्निंग, अर्थात गॉडली मॉर्निंग (और नाइट)… बल्कि हर पल है गाॅड के साथ, अर्थात पूरा जीवन ही गॉडली है… और जहां गाॅड है, वहां सब गुड ही गुड है… तो बाबा को हर कर्म (भोजन आदि में) साथ रखना है

सार

तो चलिए आज सारा दिन… श्रेष्ठ स्मृतियों और बाबा से रूह-रिहान द्वारा सदा गाॅड को साथ रख, मास्टर भोलानाथ सदा जागती ज्योत बन… सर्व के मन की आवाज सुन उन्हें शान्ति, प्रेम और खुशीयां बांटते रहे, इसी श्रेष्ठ सहयोग के बूँद-बूँद द्वारा हम सतयुग स्थापन करने के निमित्त बन जाएंगे… ओम् शान्ति!

योग कमेंटरी | मैं श्रेष्ठ आत्मा हूँ | I’m an elevated soul

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योग कमेंटरी | मैं श्रेष्ठ आत्मा हूँ | I’m an elevated soul

मैं श्रेष्ठ आत्मा हूँ… श्रेष्ठ बाप की सन्तान… श्रेष्ठ गुण-वाली हूँ

मैं विशेष आत्मा हूँ… सर्व विशेषताओं से सम्पन्न… बाबा की प्रिय आत्मा हूँ

मैं श्रेष्ठ ज्ञान सुनती… श्रेष्ठ चिन्तन करती… श्रेष्ठ कर्मों करने वाली आत्मा हूँ

मेरा संग पवित्र योगी आत्माओं से है… मैं रोझ बाबा के घर सेंटर जाती हूँ… सबको श्रेष्ठ बनाने की सेवा करती, शुभ भावना रखती हूँ

मुझे सर्वश्रेष्ठ सुप्रीम टीचर पढ़ाते हैं… मेरा भोजन भी सर्वश्रेष्ठ है… मैं सर्वश्रेष्ठ देवता बनने वाली हूँ… ओम् शान्ति!


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Sakar Murli Churnings 02-03-2019

Sakar Murli Churnings 02-03-2019

बाबा न सिर्फ हमें पढ़ाते, लेकिन sakash वा दृष्टि भी देते हमें सहज ashariri बनाने… तो हमें भी dead silence का अभ्यास, और बाबा की तरफ बुद्धि रखनी है… तो पावन बन जाएँगे, और ड्रामा प्लेन अनुसार घर चले जाएंगे… फिर सतयुग में आएंगे, इसलिए अपना पद श्रेष्ठ बनाने ज्ञान चिन्तन और दिव्यगुणों की धारणा अवश्य करनी है… फिर तो यह पढ़ाई होगी नहीं, और उतरना शुरू हो जाएगा, इसलिए अभी हो श्रेष्ठ पुरूषार्थ करना है

सार

तो चलिए आज सारा दिन… जबकि हमें बाबा का सत्य परिचय मिल गया है, तो उसी की याद में रह ऎसा number one student बनें कि हम स्वयं और सारे विश्व को भाग्य सतयुगी बना दे… ओम् शान्ति!

Sakar Murli Churnings 01-03-2019

Sakar Murli Churnings 01-03-2019

1. संगमयुग पर बाबा आकर दो क्लास कराते हैं, ज्ञान की और योग की… तो अपने को आत्मा (कैसे हम शरीर लेकर पार्ट बजाती है, आदि में सतोप्रधान देवी देवता ही) बाबा को याद करना है (कैसे वह हमारा बाप पतित पावन है, उनको याद), उसी के संग में ज्ञान गुण शक्तियों के रंगे रहना है

2. ऎसे ही देवताएं बनते हैं, इसलिए औरों को भी समझाकर आप समान पावन बनाना है {बैज पर समझाना, हॉस्पिटल में मरीज़ों को बताना सुप्रीम सर्जन आया है हमें 21 जन्म निरोगी बनाने, फूड मिनिस्टर को कैसे सतयुग में अथाह अनाज था, आदि)

सार

तो चलिए आज सारा दिन… अपने को आत्मा समझ बाबा के संग रह, अतिन्द्रीय सुख का अनुभव करते रहे… इसी श्रेष्ठ स्थिति में रह औरों की भी सेवा कर आप समान बनाते रहे, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


Almost exactly 5 years ago, Baba had given me this most wonderful divine opportunity of conducting Murli class for the very 1st time, a great fortune indeed… That same Murli has got repeated today

Hence, please find the entire Murli Class 01-03-2019 by BK Viral below… It’s a really really wonderful class, with numerous very beautiful insights shared in between!… Indeed a must-watch! ?

Please find the video below:

Note : The first 5 minutes video is of low resolution, after which the video is perfect… Hence, kindly bear with it..

योग कमेंटरी | Experiencing Lightness | हल्केपन की अनुभुती

योग कमेंटरी | Experiencing Lightness | हल्केपन की अनुभुती

मैं फरिश्ता… बिल्कुल हल्का हूँ… कुछ भी वज़न नहीं है

मेरी प्रकाशमय काया है… पवित्रता कि… आध्यात्मिक ऊर्जा से सम्पन्न

मेरे सभी बोझ बाबा ने ले लिए हैं… मैं निश्चिंत हूँ… सुरक्षित हूँ

अब बाबा जिम्मेवार है… मुझे उनपर पूरा भरोसा है… ड्रामा कल्याणकारी है

हर पल मेरी उन्नति हो रही है… उड़ती कला का अनुभव है… मेरी कार्य क्षमता बहुत बढ़ गयी है

मेरे चारों ओर का वातावरण भी श्रेष्ठ अलौकिक बन गया है… मेरे आसपास सभी हल्के हो रहे हैं… तनाव-मुक्त… Tension-free बन गए हैं… ओम् शान्ति!


और योग कमेंटरी:

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योग कमेंटरी | बाबा से बातें करना | Talking with God

योग कमेंटरी | बाबा से बातें करना | Talking with God

बाबा आप कितने मीठे हो… हमें क्या से क्या बनाते हो… स्वर्ग की बादशाही देते हो

आप मेरे हो… मैं आपकी हूँ… सिर्फ़ एक आप ही मेरे हो

बाबा आप मिले, सबकुछ मिल गया… अब कोई इच्छा बाकी नहीं… पाना था सो पा लिया

आपका बहुत शुक्रिया है बाबा… आपने हमारा जीवन श्रेष्ठ ते श्रेष्ठ… पवित्र योगी बना दिया है

अब सबको आपसे जुड़ाकर… सर्व प्राप्ति सम्पन्न बनाना है… मेरा जीवन अब आपकी ही सेवा के लिए है… ओम् शान्ति!

गीत: ओ बाबा, क्या आपसे मैं दो बातें कर लु…


और योग कमेंटरी:

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Sakar Murli Churnings 28-02-2019

Sakar Murli Churnings 28-02-2019

ड्रामा अनुसार बाबा आए हमें हंस अर्थात लक्ष्मी-नारायण दैवी संप्रदाय फूल बनाने, ऎसा हंस कोंटों में कोई विरला ही बनते हैं… तो श्रीमत अनुसार और सब विचारों को छोड़ बाबा की याद में लग जाना है, तो अंदर का कीचड़ा समाप्त हो, हम हीरे-समान ऊंच पद पा लेंगे… औरों को भी श्रेष्ठ बनाते रहेंगे

सार

तो चलिए आज सारा दिन… ड्रामा की समझ को स्मृति में रख, व्यर्थ को छोड़ बाबा की याद में लगे रहें… तो इस श्रेष्ठ स्थिति के vibrations से स्वतः विघ्न समाप्त होते रहेंगे, हम दिन प्रतिदिन उन्नति को पाते रहेंगे, अपना औरों और सारे विश्व का भाग्य सतयुगी बना देंगे… ओम् शान्ति!