योग कमेंटरी | मैं नये विश्व की तकदीर हूँ | Avyakt Murli Churnings 31-03-2019

योग कमेंटरी | मैं नये विश्व की तकदीर हूँ | Avyakt Murli Churnings 31-03-2019

मैं नये विश्व की तकदीर… विश्व का आधार-मूर्त… विश्व राज्य अधिकारी आत्मा हूँ

मेरे श्रेष्ठ राजयोगी जीवन से… सारा विश्व सुख-शान्ति सम्पन बनता… मेरे योग से सारा विश्व पावन बनता… मेरी श्रीमत-पालना से नये विश्व का विधान बन रहा है

मैं पवित्रता की लाइट का ताजधारी… बाबा के दिल-तख्त-नशीन… स्वराज्य का तीलकधारी हूँ… मेरे हाथो में स्वराज्य का गोला है

मैं सदा सन्तुष्ट… प्रसन्न-चित्त… प्रसन्नता-स्वरूप हूँ

मेरी सन्तुष्टता, सारे विश्व को सन्तुष्ट करती… यही जिम्मेवारी, उन्नति का साधन है… बाबा मेरे साथ है… ओम् शान्ति!


और योग कमेंटरी:

Thanks for reading this meditation commentary on ‘मैं नये विश्व की तकदीर हूँ | Avyakt Murli Churnings 31-03-2019’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *