योग कमेंटरी | मैं पूज्य आत्मा हूँ | I’m a worship-worthy soul
मैं दिव्यता से सम्पन्न… सदा श्रेष्ठ स्थिति में स्थित… सर्व प्राप्ति स्वरूप हूँ
मेरे रूहानी नैन सबकी विशेषताएं देखते… चेहरा सदा हर्षित है… रूहानी मुस्कान है
मेरे वरद हस्त सबको दुआएं, आशीर्वाद, वरदान दे रहे हैं… मैं सबको देने वाला देवता हूँ… गुणवान… चरित्रवान… महान हूँ
मैं सम्पूर्ण पवित्र… गायन योग्य… पूजन योग्य आत्मा हूँ
सदा एकरस अचल-अडो़ल हूँ… कोई कुछ भी करे, मैं शान्त हूँ… कुछ भी हो जाए, मैं सन्तुष्ट हूँ
सभी भक्त सदा सुखी रहे… उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो… वह खुश रहे… उनका भी मिलन परमात्मा से हो जाए… वह सर्व-प्राप्ति सम्पन्न बन जाएं
सभी मेरा श्रेष्ठ दिव्य स्वरूप देखना चाहते… मेरे गुणगान करते हैं… मुझे सबकी आशाओं को पूर्ण करना है… ओम् शान्ति!
गीत: हे नाम रे, सबसे बड़ा तेरा नाम…
और योग कमेंटरी:
- शान्ति,खुशी,सुुख,अलौकिक,हल्का,पवित्र,ज्ञान,शक्ति,शीतल,नम्र,वाह,नैन,सम्पर्क,भाव,कुण्ड,घर,निर्भय
- स्वमान,श्रेष्ठ,रॉयल,दिव्य,महान,स्वराज्य,भाग्य,गोपी,हंस,सार,दूत,ऋशी,ताज,माला,बालक,स्टुडेंट,हनुमान
- आत्मा(सितारा,बेदाग,हीरा,दीप,फूल,पंछी),रूह,दृष्टि,देहीअभिमानी,अशरीरी,प्रभाव,देहभान,नहीं,भयमुक्त
- प्यार,याद,दृष्टि,बातें,पार्ट,सूर्य,चुम्बक,नूर,मिलन,माँ,पिता,टीचर,गुरू,दोस्त,मुरली,संसार,जीवन,मैं-मेरा,ट्रस्टी
- स्वदर्शन(प्रिंस,देवता,दर्शनीय,पूज्य,शक्ति,ब्राह्मण,निमित्त,सेवा,समर्पित,लाइट,फरिश्ता,अवतार,घर,आस्मान)
- भोजन,सोना,न्यारा,थकावट,हॉस्पिटल,चाँद,बादल,होली,सुबह,बरसात,अंतरिक्ष,पानी,प्रकृति
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