योग कमेंटरी | I’m a truly knowledgeful soul | Avyakt Murli Churnings 10-02-2019

योग कमेंटरी | I’m a truly knowledgeful soul | Avyakt Murli Churnings 10-02-2019

मैं ज्ञानी तू आत्मा… सदा बाबा के साथ रहने वाली… मास्टर सर्वशक्तिवान हूँ

मैं स्वराज्य अधिकारी हूँ… सभी गुण शक्तियां मेरे सेवाधारी है… मैं जब चाहे, जैसे चाहे उन्हें use कर सकती हूँ

मैं बन्धन-मुक्त फरिश्ता हूँ… पुराने-पन का कोई भी बोझ मुझे खींच नहीं सकता… मैं सदा उड़ती कला के अनुभव में उड़ता रहता हूँ

मैं बाबा का वारिस बच्चा हूँ… सम्पूर्ण वर्से का अधिकारी… राज्य पद अधिकारी हूँ

मैं भय से मुक्त निड़र हूँ… औरों को भी सुख-शान्ति देने के निमित्त आत्मा हूँ… शान्ति का वरदान देने वाली वरदानी महादानी आत्मा हूँ

गीत: दानी बनो, वरदानी बनो…


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