योग कमेंटरी | वाह मेरा भाग्य वाह! | My illustrious fortune!
मैं भाग्यशाली, सौभाग्यशाली, पद्मापद्म भाग्यशाली आत्मा हूँ… स्वयं भाग्यविधाता ने भाग्य की कलम मेरे हाथों में दी है… वाह मेरा भाग्य वाह!
भगवान का वरदानी हाथ मेरे सिर पर है… सदा सुखी भव, सफलता मूर्त भव, बाबा मुझे वरदान दे रहे हैं… मेरे भाग्य का सितारा चमक उठा है
भ्रकुटी के बीच चमकता हुआ दिव्य सितारा… मैं आत्मा, शान्ति प्रेम आनंद स्वरूप हूँ… बहुत सुखद अनुभव हो रहा है
सर्वशक्तिमान शिवबाबा की सन्तान… मैं सर्व प्राप्ति सम्पन्न हूँ… सदा इसी श्रेष्ठ स्थिति में स्थित हूँ
मेरा शरीर स्वस्थ हो रहा है… मेरी कार्य क्षमता भी बढ़ रही है… मेरे सम्बन्ध भी मीठे बन जाएँगे
मेरा हर कर्म श्रेष्ठ व कल्याणकारी है…सबको खुशियां बांटती हूँ… मुझे सब का भाग्य श्रेष्ठ बनाना है
मेरा भाग्य मेरे हाथों में है… ज्ञान योग का अभ्यास कर मुझे सदा के लिए सुख-शान्ति सम्पन्न बनना… और बनाना हैं… ओम् शान्ति!
गीत: मन खुशी में गा रहा है, वाह बाबा वाह!
और योग कमेंटरी:
- शान्ति,खुशी,सुुख,अलौकिक,हल्का,पवित्र,ज्ञान,शक्ति,शीतल,नम्र,वाह,नैन,सम्पर्क,भाव,कुण्ड,घर,निर्भय
- स्वमान,श्रेष्ठ,रॉयल,दिव्य,महान,स्वराज्य,भाग्य,गोपी,हंस,सार,दूत,ऋशी,ताज,माला,बालक,स्टुडेंट,हनुमान
- आत्मा(सितारा,बेदाग,हीरा,दीप,फूल,पंछी),रूह,दृष्टि,देहीअभिमानी,अशरीरी,प्रभाव,देहभान,नहीं,भयमुक्त
- प्यार,याद,दृष्टि,बातें,पार्ट,सूर्य,चुम्बक,नूर,मिलन,माँ,पिता,टीचर,गुरू,दोस्त,मुरली,संसार,जीवन,मैं-मेरा,ट्रस्टी
- स्वदर्शन(प्रिंस,देवता,दर्शनीय,पूज्य,शक्ति,ब्राह्मण,निमित्त,सेवा,समर्पित,लाइट,फरिश्ता,अवतार,घर,आस्मान)
- भोजन,सोना,न्यारा,थकावट,हॉस्पिटल,चाँद,बादल,होली,सुबह,बरसात,अंतरिक्ष,पानी,प्रकृति
Thanks for reading this article on ‘योग कमेंटरी | वाह मेरा भाग्य वाह! | My illustrious fortune!’
Waah. Blessed
Om shanti..wah baba wah
It’s really wonderful .Very very useful.
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वाह मेरा भाग्य वाह…..??????