योग कमेंटरी | हॉस्पिटल (OPD) मैं बैठे
सभी बाबा के बच्चे… आत्माएँ है… सभी स्वस्थ हो जाए… बाबा की किरणें उन पर पड़ रही है
सभी धैर्यवत हो… हॉस्पिटल का वातावरण शान्त-श्रेष्ठ बन रहा… सभी जल्दी-जल्दी ठीक हो रहे हैं
सभी मुझे देख रहे… मैं बिल्कुल शान्त, हल्की, निश्चिंत हूँ… मेरे चेहरे पर ईश्वरीय खुशी चमक रही है
मैं सबको सम्पूर्ण स्वास्थ्य का वरदान दे रही हूँ… सभी सदा के लिए स्वस्थ… सुखी हो जाएं
बाबा मेरा सुप्रीम सर्जन है… मैं बेफिक्र हूँ, बाबा मेरे साथ है… उनकी याद में रह, रूहानी कमाई जमा कर रही हूँ
मैं अशरीरी हूँ… चारों ओर शान्ति की किरणें फैल रही है… मैं बाबा को याद कर रही… शक्तिशाली किरणें फैल… सारे विश्व को स्वस्थ बना रही है… विश्व स्वर्णिम बन रहा… ओम् शान्ति!
और योग कमेंटरी:
- शान्ति,खुशी,सुुख,अलौकिक,हल्का,पवित्र,ज्ञान,शक्ति,शीतल,नम्र,वाह,नैन,सम्पर्क,भाव,कुण्ड,घर,निर्भय
- स्वमान,श्रेष्ठ,रॉयल,दिव्य,महान,स्वराज्य,भाग्य,गोपी,हंस,सार,दूत,ऋशी,ताज,माला,बालक,स्टुडेंट,हनुमान
- आत्मा(सितारा,बेदाग,हीरा,दीप,फूल,पंछी),रूह,दृष्टि,देहीअभिमानी,अशरीरी,प्रभाव,देहभान,नहीं,भयमुक्त
- प्यार,याद,दृष्टि,बातें,पार्ट,सूर्य,चुम्बक,नूर,मिलन,माँ,पिता,टीचर,गुरू,दोस्त,मुरली,संसार,जीवन,मैं-मेरा,ट्रस्टी
- स्वदर्शन(प्रिंस,देवता,दर्शनीय,पूज्य,शक्ति,ब्राह्मण,निमित्त,सेवा,समर्पित,लाइट,फरिश्ता,अवतार,घर,आस्मान)
- भोजन,सोना,न्यारा,थकावट,हॉस्पिटल,चाँद,बादल,होली,सुबह,बरसात,अंतरिक्ष,पानी,प्रकृति
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