योग कमेंटरी | मैं सर्व अविनाशी खजा़नों का मालिक हूँ | Baba Milan Murli Churnings 02-04-2019
बाबा ने मुझे… सर्व ज्ञान-गुण-शक्ति-संकल्प के खजा़नों का अधिकारी… बालक सो मालिक बना दिया है
याद और सेवा के बल से… मेरे प्रालब्ध-प्राप्तियों का… पुण्य-दुआओं का सर्वश्रेष्ठ खाता जमा हो रहा है
मैं मास्टर ज्ञान सूर्य हूँ… मुझसे चारों ओर सुख-शान्ति की शक्तिशाली किरणें फैल रही है… सबके दुःख दूर हो… वातावरण शुध्द हो रहा है
मैं श्रेष्ठ… विश्व कल्याणकारी… विश्व परिवर्तक आत्मा हूँ
मैं पद्मापद्म भाग्यशाली हूँ… सदा वाह मेरा भाग्य वाह का गीत गाते… हर श्वास-संकल्प-कर्म को सफल करता हूँ… सफलता मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है… ओम् शान्ति!
और योग कमेंटरी:
- शान्ति,खुशी,सुुख,अलौकिक,हल्का,पवित्र,ज्ञान,शक्ति,शीतल,नम्र,वाह,नैन,सम्पर्क,भाव,कुण्ड,घर,निर्भय
- स्वमान,श्रेष्ठ,रॉयल,दिव्य,महान,स्वराज्य,भाग्य,गोपी,हंस,सार,दूत,ऋशी,ताज,माला,बालक,स्टुडेंट,हनुमान
- आत्मा(सितारा,बेदाग,हीरा,दीप,फूल,पंछी),रूह,दृष्टि,देहीअभिमानी,अशरीरी,प्रभाव,देहभान,नहीं,भयमुक्त
- प्यार,याद,दृष्टि,बातें,पार्ट,सूर्य,चुम्बक,नूर,मिलन,माँ,पिता,टीचर,गुरू,दोस्त,मुरली,संसार,जीवन,मैं-मेरा,ट्रस्टी
- स्वदर्शन(प्रिंस,देवता,दर्शनीय,पूज्य,शक्ति,ब्राह्मण,निमित्त,सेवा,समर्पित,लाइट,फरिश्ता,अवतार,घर,आस्मान)
- भोजन,सोना,न्यारा,थकावट,हॉस्पिटल,चाँद,बादल,होली,सुबह,बरसात,अंतरिक्ष,पानी,प्रकृति
Thanks for reading this meditation commentary on ‘मैं सर्व अविनाशी खजा़नों का मालिक हूँ | Baba Milan Murli Churnings 02-04-2019’