Remaining seated on God’s heart-throne! | बाबा के दिल-तख्त-नशीन | Sakar Murli Churnings 11-04-2019

Remaining seated on God’s heart-throne! | बाबा के दिल-तख्त-नशीन | Sakar Murli Churnings 11-04-2019

1. श्री श्री बाबा दाता बन आएं है, हमें विश्व का मालिक बनाते, श्रेष्ठ रास्ता-डायरेक्शन-श्रीमत देते (पास्ट का चिन्तन छोड़ो, मामेकम् याद करो, आदि)… इसलिए कुछ भी मांगने आदि की दरकार नहीं

2. (भल दिखने में साधारण है, लेकिन) यह ईश्वरीय विश्व विद्यालय है, जहां स्वयं भगवान Spiritual knowledge दे मनुष्य से देवता बनाते हैं… इसमें घर-गृहस्थ में रहते, सिर्फ बाबा और चक्र को याद करना है, तो स्वर्ग की बादशाही के मालिक बन जाएँगे…दिव्यगुणों की धारणा और सेवा भी अवश्य करनी है

सार

तो चलिए आज सारा दिन… मैं Godly स्टूडेंट हूँ, इसी स्मृति में रह हर सब्जेक्ट में बाबा की दिल-पसंद मार्क ले बाबा के दिल-तख्त-नशीन बन जाएँ… और सबका प्यार-सम्मान पाने योग्य बन दिल-तख्त-नशीन सो विश्व-राज्य-तख्तनशीन बने और बनाएं … ओम शान्ति!

बाबा को थैंक्स कहने की 111 विधियाँ | 111 ways of saying thanks to Baba | Sakar Murli Churnings 10-04-2019

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बाबा को थैंक्स कहने की 111 विधियाँ | 111 ways of saying thanks to Baba | Sakar Murli Churnings 10-04-2019

गीत: किन शब्दों में आपका धन्यवाद करे…

आज मुरली के अन्त में बाबा को थैंक्स देने की बात चली थी… तो आज आपको बाबा को सच्चा-सच्चा थैंक्स कहने की 111 विधियाँ भेज रहे हैं… इन्हें प्रेम से स्वीकार करना जी!

अपना लक्ष्य प्राप्त करना!

  • बाप समान, सम्पन्न, सम्पूर्ण, समीप, अव्यक्त, फरिश्ता बनना
  • विकर्माजित, मायाजीत, कर्मातीत, व्यर्थ-मुक्त (फीलिंग-प्रूफ, रोना-मुक्त), विकार-जीत (काम-जीत, क्रोध-मुक्त, लोभ-जीत, मोह-जीत, अहंकार-मुक्त)
  • ज्ञानवान, गुणवान, शक्तिवान, सदा श्रेष्ठ स्थिति (श्रेष्ठ चेहरा, चलन, सदा खुश, सदा सन्तुष्ट)
  • अपना श्रेष्ठ परिवर्तन, बुराई छोड़ने की प्रतीज्ञा, श्रेष्ठ गुण धारण करने का वायदा

श्रीमत की पालना!

  • दिनचर्या….
    • रोज़ अमृतवेला (उठना और शक्तिशाली याद)
    • रोज़ मुरली (सेन्टर पर, रेग्युलर, punctual, attentive, बाबा के कमरे में जाना, बातें करना वा चिट्ठी लिखना)
    • चिन्तन, attention, ट्रेफिक कंट्रोल, भोजन याद में, नुमाशाम योग
    • सोते वक्त… चार्ट, थोड़ी मुरली फिर याद कर बाबा की गोद में सोना
  • दृष्टि … आत्मिक, गुणग्राही, शीतल
  • वृत्ति … शुभ-भावना सम्पन्न, अनासक्त, उपराम
  • कृति / कर्म … दिव्य, अलौकिक, प्रेरणादायी
  • बोल … कम, धीरे, मीठे, आवश्यक, योगयुक्त, युक्तियुक्त
  • संकल्प … शान्त, शक्तिशाली, ज्ञान-युक्त, आनंद-मय

सच्चाई सफाई!

  • आज्ञाकारी, वफादार, फरमानवरदार, सपूत, ईमानदार… निश्चय-बुद्धि, समर्पण-भाव, बाबा से सच्चा रहना… नियम, मर्यादाओं पर चलना… तीव्र पुरूषार्थी बनना
  • स्नेही, सहयोगी, सहजयोगी, यज्ञ-रक्षक बनना
  • बाबा से सर्व सम्बन्ध निभाना (मात, पिता, शिक्षक, सतगुरु, बड़ा भाई, सखा, साजन, सर्जन, बच्चा)
  • योग करना, योगी बनना, बाबा को साथ रखना, देही-अभिमानी बनना… निरन्तर योगी, स्मृति-स्वरूप बनने का लक्ष्य
  • सेवा करना, बाबा का परिचय देना, निरन्तर सेवाधारी, सुखदाई, कल्याणकारी बनना… सबको आगे बढ़ाना, पालना करना… अथक, एवर-रेडी, ऑल-राउंडर, हाँ-जी का पाठ पक्का, निमित्त, निर्माण, नम्र-चित, regard देना

सार

वास्तव में बाबा को थैंक्स करने की सारी विधियों में हमारा ही कल्याण है (वा सर्वश्रेष्ठ भाग्य बनता), बाबा को तो कुछ नहीं चाहिए… तो चलिए आज सारा दिन, ऎसे सर्वोत्तम समय को इतना श्रेष्ठ सफल करे, जिससे न सिर्फ हम श्रेष्ठ बनते, सबको भी श्रेष्ठ बनाकर, सतयुग स्थापन कर लेते हैं… ओम् शान्ति!

गीत: हज़ारों धन्यवाद है…


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Getting absorbed in God’s love | Sakar Murli Churnings 10-04-2019

Getting absorbed in God’s love | Sakar Murli Churnings 10-04-2019

1. इस पुरुषोतम संगमयुग पर स्वयं पतित-पावन सुखकर्ता अमरनाथ बाप ब्रह्मा-तन में आकर हमें सृष्टि के आदि-मध्य-अंत का ज्ञान वा राजयोग सीखाकर पावन अमरपूरी का मालिक बनाते

2. तो पूरा निश्चय चाहिए मैं आत्मा हूँ, और स्वयं निराकार परमात्मा मुझे पढ़ाते हैं, इसी स्मृति से ज्ञान घृत से भरपूर हो सदा मायाजीत रहना है… माया-झमेले तो अन्त तक आएंगे, हमें अपनेे योग पर attention देना है

सार

तो चलिए आज सारा दिन… सच्चा रूहानी परवाना बन परमात्म प्यार में सम्पूर्ण समा जाएं… और इस प्रेम मनसरोवर से निकली हुई परी बन सबको शुभ-भावना वरदानों से भरपूर कर, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!

हर कर्म में ज्ञान-योग को लाने की 100 विधियाँ | List of 100 KarmaYog Practices! | Murli Vardan Churnings 09-04-2019

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हर कर्म में ज्ञान-योग को लाने की 100 विधियाँ | List of 100 KarmaYog Practices! | Murli Vardan Churnings 09-04-2019

आज बाबा ने वरदान की लास्ट लाइन मे कहा, कि हर कर्म में ज्ञान-योग को लाओ… तो आज आपको 100 कर्म और उनमें उचित योग-अभ्यास भेज रहे हैं… इन्हें खुशी से बाबा की याद में स्वीकार करना जी!

उठते ही!

  • बाबा को गुड़मॉर्निंग
  • सुबह का आदि काल अमृतवेला… बाबा की यादों में
  • ब्रश करते… मैं इस शरीर रूपी robot को साफ कर रही हूँ
  • स्नान करते… मैं इस मन्दिर को साफ कर रही हूँ, जिसमें बाबा की अति प्रिय मूर्ति (मैं आत्मा) विराजमान है!

अगर विशेष तैयार होना हो:

  • बिंदी लगाते… आत्मिक स्मृति का तिलक
  • रूहानी शीतल दृष्टि
  • यदि मेकअप करना पड़े… हर्षितमुखता की लाली
  • रूहानी मुस्कान की लिपस्टिक
  • कुंडल पहनते… Hear no evil, मैं कुछ गलत नहीं सुनूंगी
  • इत्र लगाते… दिव्यगुणों के वाइब्रेशन की स्मृति
  • सैट पहनते… गुणों की स्मृति
  • ईश्वरीय मर्यादाओं का कंगन
  • परमात्म प्रेम की अंगूठी
  • ड्रेस धारण करते… देवता रूप की ड्रेस
  • आईना देखते… मन का मुखड़ा देख ले प्राणी, जरा दर्पण में!

बाहर निकलते

  • बैग उठाते… सभी ज्ञान के पॉइंट कार्यक्षेत्र पर ले जाना
  • शूलेस टाइट करते… अपना आज का लक्ष्य पक्का करना
  • घर से बाहर निकलते… बाबा के साथ जाना
  • लिफ्ट में… मुझे सबकी दुआओं की भी लिफ्ट मिली है, सेवा भी भाग्य की लिफ्ट है
  • चाबी से वाहन शुरू करते… मेरा बाबा, सर्व खज़ानों की चाबी है!
  • कार चलाते… मैं डबल ड्राइवर हूँ, स्थूल कार और शरीर दोनों को चलाता हूँ… बाबा के गीत सुनते
  • सिग्नल पर… अपने मन की गति को भी धीरे करे, ट्रेफिक कंट्रोल!
  • किसी के घर जाने के पहले चप्पल उतारते… देह-भान उतारना

सेन्टर जाते

  • जाते… मैं बाबा के घर जा रही हूँ
  • आते… मैं सेवा-स्थान आ रही हूँ
  • बाबा की रूम में… दिल से बाबा से बातें करे
  • मुरली सुनते… देखे, बाबा मुरली सुनाते हुए (और भी कई अभ्यास है)
  • सबको देखते… यह बड़ा सुन्दर ईश्वरीय परिवार है

व्यायाम करते

  • Walking करते… बाबा के हाथों में हाथ
  • Exercise करते… मन को भी ऎसे flexible करना है
  • सांसो का व्यायाम… बाबा ने मुझे नया जीवन, जियदान दिया है
  • धड़कन का आवाज… मुझे अपने समय-श्वास को सफल करना है

ऑफिस

  • कार्य शुरू करने से पहले… बाबा का आह्वान
  • कार्य समाप्त करने के बाद… थैंक्स बाबा!
  • कार्य करते हुए… बाबा मेरे साथ है, मैं बाबा के साथ combined हूँ
  • कंप्यूटर पर कार्य करते… मैं आँखों द्वारा देख, हाथों द्वारा कर्म कर रही हूँ
  • बीच-बीच में… बाबा से बातें
  • मीटिंग से पहले… सब आत्माओं से मिलना है
  • सैलरी मिलते… बाबा ने मुझे कितना अविनाशी ज्ञान रत्नों से भरपूर किया है!
  • प्रोमोशन मिलते… बाबा ने भी मुझे, कहाँ से कहाँ पहुँचा दिया है

घर-काम करते

  • यह बाबा का घर है
  • बच्चें संभालते… यह बाबा के बच्चे है
  • जाडू़ लगाते… मन को भी पुरानी बातों से साफ करना
  • कपदे मशीन में डालते… बाबा भी मुत पलिटी कपड़ धोते, मुझ आत्मा को साफ करते
  • बर्तन करते… यह शिवबाबा के भण्डारे की सेवा है
  • पानी का ग्लास लेते… मधुबन में भी है, ग्लास और क्लास!
  • पानी भरते… बाबा मुझे शक्तियों से भर रहे है, पानी भी चार्ज हो रहा है
  • पानी / दूध पीते… बाबा मुझे रोज़ ज्ञान अमृत / दूध पिलाते
  • घड़ी देखते… समय बहुत कम है
  • सब्जी खरीदते… सतयुग में सबकुछ श्रेष्ठ होगा
  • पैसे देते… सतयुग में सबकुछ free होगा
  • दूध खरीदते… सतयुग में गाएं भी फ़र्स्ट-क्लास होगी
  • लाइन में खड़े… मुझे अन्त में पश्चाताप के बजाए, प्राप्ति-स्वरूप की लाइन में रहना है
  • गीत-संगीत का आवाज सुनते… बाबा की यादों में रहना है
  • TV पर peace of mind देखते… सूक्ष्मवतन के TV में बाबा मुझे देख रहे है
  • किसी के लड़ाई-झगड़े का आवाज… 1 मिनट बैठ शान्ति शुभ-भावनाओं का दान देेना
  • यदि विश्व में कोई जगह विशेष आवश्यकता हो… पावरफुल सकाश देना

सारा दिन

  • सेवा करते… बाबा करन-करावनहार है
  • गैस on करते… बाबा के योग को अग्नि भी चालू
  • भोजन बनाते… बाबा की पवित्र किरणें इसमें पड़ रही है
  • मीठी चीज़ बनाते… बाबा मुझे रोज़ गरम-हलवा मुरली खिलाते
  • भोजन करने से पहले… बाबा को भोग लगाना
  • भोजन देखते… मैं परम पवित्र आत्मा हूँ
  • भोजन मुख में डालने से पहले… बाबा ने आज क्या कहा
  • भोजन करते… मैं बाबा को खिला रही हूँ, बाबा मुझे खिला रहे हैं, गत्ती-गत्ती
  • वार्तालाभ करते… मैं आत्मा से बात कर रही हूँ, कानों द्वारा सुन रही हूँ
  • ट्रेफिक कंट्रोल… मन को बिल्कुल शान्त करना
  • संकल्पों पर Attention
  • ज्ञान का विचार सागर मंथन
  • रेस्ट करते… बाबा सिर में massage कर रहे है
  • आराम करते… बाबा पैर भी दबाते हैं

मोबाइल use करते

  • यह साधन मुझे सेवा-अर्थ मिला हैं… साधना को इस पर आधारित नहीं करना है
  • रिंग बजते… आत्मा का फोन है
  • फोन करते… आत्मा को फोन कर रही हूं
  • चार्ज करते… मुझे अपने को भी चार्ज करना है, बाबा की याद से
  • Email आया तो… बाबा भी मुझे रोज़ प्रेम-पत्र मुरली भेजते
  • Message आया तो… बाबा ने मुझे आज क्या मैसेज दिया है?
  • सेवा-अर्थ whatsapp... बाबा मेरे लिए सदा online रहते
  • सेवा-अर्थ facebook… बाबा ही मेरा सच्चा खुदा दोस्त है

प्रकृति देखते

  • पेड़… बाबा ने हमें कितना अच्छा कल्प-व्रुक्ष का ज्ञान दिया है
  • फूल… मैं खुशबूदार फूल हूँ
  • फल… मुझे सेवा का प्रत्यक्षफल खाना है, नाम-मान-शान का कच्चा फल नहीं
  • पक्षी… मैं भी आत्म-पंछी हूँ
  • पशु… सतयुग में जानवार भी सम्पूर्ण-स्वच्छ फ़र्स्ट-क्लास होंगे
  • धरती… मुझे धरती-समान दाता बनना है
  • आकाश… मुझे भी आकाश समान विशाल बनना है
  • सूर्य… बाबा भी ज्ञान सूर्य है
  • चंद्रमा… मुझे भी ज्ञान-चंद्रमा ब्रह्मा-बाबा समान सम्पूर्ण बनना है
  • सितारे… मैं लक्की ज्ञान-सितारा हूँ

शाम को

  • नुमाशम को… बाबा की powerful याद!
  • लाइट-fan की स्विच on करते… कोई भी एक श्रेष्ठ स्मृति की स्विच ऑन
  • लाइट on करते… बाबा ने मेरा जीवन ज्ञान-रौ से प्रकाशित कर दिया है
  • Fan on करते… मैं बाबा का fan हूँ!

सोते समय

  • चार्ट लिखते के बाद… देखे, बाबा को चार्ट देते हुए
  • नाइट-ड्रेस पहनते… फरिश्ता रूप की ड्रेस
  • AC करते… बाबा की याद भी शीतल ठण्डक है
  • बिस्तर तैयार करते… बाबा भी सूक्ष्मवतन में मेरा bed तैयार कर रहे हैं
  • लेटते हुए… यह शरीर को गैरेज में रख, मैं आत्मा उड़ चली अपने घर!
  • सोना… बाबा की गोद में, बाबा मेरे सिर पर हाथ फेर रहे हैं

सार

तो चलिए आज सारा दिन… हर कर्म में बाबा के ज्ञान-योग को जोड़कर, सदा योगयुक्त स्थिति में स्थित शान्ति, प्रेम, आनंद से भरपूर रहे… जिससे औरों को भी प्राप्ति-प्रोत्साहन मिलता, और हम साथ में सतयुग स्थापन करने के निमित्त बन जाएंगे… ओम् शान्ति!


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मधुरता-सम्पन्न बनने की सहज विधि | Becoming full of Sweetness | Sakar Murli Churnings 09-04-2019

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1. 84 जन्म पूरे हुए, अब अपने को आत्मा समझ (आत्मा में ही सारा पार्ट है)पारसनाथ बाबा (जो सुप्रीम सोल, ज्ञान-सागर, पतित-पावन सद्गति-दाता, सुख-सागर है) को याद करना है, तो पावन-गौरा सतोप्रधान जीवन-मुक्त विश्व का मालिक पारसनाथ बन जाएँगे…

2. बहुत निर्माण-चित्त निरहंकारी बन सबको समझाते रहना है… आगे चल बहुत महिमा , इसलिए अभी से योग्य, होशियार, चमत्कारी बनना है

सार

तो चलिए आज सारा दिन… अति मीठे बाबा को याद कर, अपने को इतनी मिठास से भर ले… कि सारा दिन मधुरता-सम्पन्न रह हम सबको भी मीठा बनाते, सम्पूर्ण सतोप्रधान दुनिया सतयुग स्थापन कर ले… ओम् शान्ति!

योग कमेंटरी | मैं डबल लाइट हूँ | I am Double Light

योग कमेंटरी | मैं डबल लाइट हूँ | I am Double Light image

योग कमेंटरी | मैं डबल लाइट हूँ | I am Double Light

मैं प्रकाश स्वरूप आत्मा … बिल्कुल हल्की… डबल लाइट हूँ

आत्मा भी लाइट… शरीर भी लाइट, प्रकाशमय काया है… मैं डबल लाइट फरिश्ता हूँ

मेरे संकल्प हल्के… सम्बन्ध-सम्पर्क भी हल्के… सन्तुष्टता से भरपूर है

मेरी सारी जिम्मेवारीयां-बोझ… बाबा के है… मैं ट्रस्टी हूँ

परिस्थितियां… पुराने संस्कार, सब हल्के हो गये हैं… मैं स्वराज्य अधिकारी बन गया हूँ

मैं अव्यक्त स्थिति में स्थित… फरिश्ता हूँ… सदा बाबा के साथ हूँ… सब को भी हल्का कर… बाबा के साथ जोड़ता हूँ… ओम् शान्ति!


और योग कमेंटरी:

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Remembering Baba with love | Sakar Murli Churnings 08-04-2019

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ज्ञान-सागर पतित-पावन बाबा आए है, हमारी सारी कहानी बताएं पतित से पावन बनाकर, रोना-प्रूफ विश्व का मालिक बनाने… तो पवित्र ब्राह्मण जरूर बनना है, अपने को देह-दुनिया से ऊपर आत्मा समझ (जैसे बाबा शरीर से अलग है) सर्वशक्तिमान बाप को याद करके… बाबा को याद करते प्रेम से आँसू आ जाएं, जो बाबा हमें इतना सुख देते, जिससे हमनें भक्ति मार्ग में इतने वायदे किए है

सार

तो चलिए आज सारा दिन… अपने प्यारे रूहानी साजन बाबा को, एकव्रता बन इतना प्यार से याद करे… कि उनका सारा प्यार हममें भरकर, हम भी मास्टर प्रेम के सागर बन, सबको रूहानी स्नेह बांटते, क्षीरखण्ड राजधानी सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!

हम हैं ज्ञान सूर्य के समीप लक्की सितारे | Lucky Stars sparkling in God’s remembrance | Avyakt Murli Churnings 07-04-2019

हम हैं ज्ञान सूर्य के समीप लक्की सितारे | Lucky Stars sparkling in God’s remembrance | Avyakt Murli Churnings 07-04-2019

1. ज्ञान चंद्रमा और ज्ञान सूर्य के रूहानी रोशनी मिलने से हम सितारे भी चमक उठे हैं, स्नेही सहयोगी सहजयोगी श्रेष्ठ ज्ञानी वा सेवाधारी बन गए हैं… लेकिन कोई मेहनत वाले, कोई सहज सफलता प्राप्त करने वाले सितारे है

2. जो बाबा के अविनाशी प्राप्ति के सम्बन्ध के समीप है, वह औरों को भी समीप सम्बन्ध में जोड़ते… पूरा कनेक्शन ने होने कारण यथाशक्ति रह जाते, फिर और भी विघ्नों में रुकते रहते… इसलिए यथा शक्ति से मास्टर सर्वशक्तिमान बनना है, तो ज्ञान सूर्य सदा साथ रहने से प्राप्तियां परछाइ समान पीछे- पीछे आएँगी

पार्टियों से मुलाकात!

1. एक मत पर दोनों पहिए चलने से रफ्तार तीव्र रहती, एक दो को आगे बढ़ाते, आगे बढ़ते रहना है… विशेष आत्माओं का संग-सहयोग-शिक्षाएं मिलना भी श्रेष्ठ भाग्य है, इसके रिटर्न में सदा उड़ती कला में जरूर रहना है

2. बाबा की याद ही छत्रछाया है, जिसमे माया से सेफ रहते, बाबा का सहयोग मिलती रहता, सर्व प्राप्तियों से सम्पन्न रहते… बाबा को भूल इससे बाहर नहीं आना है, नहीं तो ठोकर दुःख-दर्द मिलता

3. बाबा को भी अपने समान बच्चें, जो बाप से भी विशेष कार्य करते, उनपर नाज़ है… इसके लिए सिर्फ़ याद और सेवा की लगन में मगन रहना है, महावीर बन पहले याद फिर सेवा रखना है

4. संगमयुग है ही मिलन का युग, यह मिलन की आश बाबा की याद दिलाती, मायाजीत बनाती… अव्यक्त रूप में मिलन तो सदा चलता रहेगा (जिसमे कोई समय-शरीर का बन्धन नहीं!), सर्व शक्तियों से सम्पन्न होते रहेंगे… हमारा तो हर मार्निंग शुभ और श्रेष्ठ है

5. वृद्धि होना तो अच्छा है, हमारे भाई-बहनो का कल्याण हो रहा है… हमें सदा सन्तुष्ट रह समय को सफल करते रहना है, आगे यह भाग्यवान दिन भी याद आएँगे

सार

तो चलिए आज सारा दिन… “मैं लक्की सितारा, ज्ञान सूर्य के सदा समीप हूँ”, इसी स्मृति में रह सर्व प्राप्ति सम्पन्न बनें, और सब को बाबा के समीप सर्व प्राप्ति सम्पन्न बनाते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!

सेन्टर के श्रेष्ठ वातावरण का सर्वोत्तम लाभ कैसे ले | Using the very pure environment of the Centre | Sakar Murli Churnings 06-04-2019

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सेन्टर के श्रेष्ठ वातावरण का सर्वोत्तम लाभ कैसे ले | Using the very pure environment of the Centre | Sakar Murli Churnings 06-04-2019

1. बाबा ने हमें आत्मा, परमात्मा, समय का सारा ज्ञान इतना अच्छा समझाया है, कि हम सहज औरों को समझाकर श्रीमत पर श्रेष्ठ राजधानी स्थापन करते… जिसकी प्राइज़ हम 21 जन्म काल से मुक्त रहते, और दिल स्वतः बहला रेहता

2. घर-जिम्मेवारियों संभालते सिर्फ अपने को आत्मा समझ अपने माशूक बाबा को याद करना है (और शान्तिधाम-सुखधाम को), बाकी सब भूलना है.. हम ही सतोप्रधान देवता थे, अब फिर से बाबा हमें पवित्रता, शान्ति, प्रेम, सुख से भरपूर कर रहे हैं, इसलिए कैरक्टर सदा श्रेष्ठ रखना है

3. मधुबन वा सेन्टर पर वातावरण बहुत शान्त श्रेष्ठ रहता, और प्यारा ईश्वरीय परिवार है, जिससेे पढ़ाई सहज होती है इसलिए सेन्टर पर रोज़ जाना है

सार

तो चलिए आज सारा दिन… सेन्टर के श्रेष्ठ वातावरण को use कर, इतना श्रेष्ठ योग कर अपने को शान्ति, प्रेम, आनंद से ऎसा भरपूर कर दे… कि न सिर्फ हमारी स्थिति श्रेष्ठ रहती, साथ में हम अपने घर-office का वातावरण भी ऎसा श्रेष्ठ बनाकर सबको सूक्ष्म सहयोग देते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!

योग कमेंटरी | मैं शान्तिदूत हूँ | I am messenger of Peace

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योग कमेंटरी | मैं शान्तिदूत हूँ | I am messenger of Peace

मैं शान्ति के ख़ज़ाने से सम्पन्न… शान्ति के सागर की सन्तान… शान्त-चित्त हूँ

मैं शान्ति दूत हूँ… सबको शान्ति का पैगाम दे… शान्ति फैलाती हूँ

मैं शान्तिधाम की रहवासी… शान्ति के सागर बाबा ने मुझे भेजा है… विश्व में शान्ति स्थापन करने

मेरे संकल्प शान्त… बोल शीतल… कर्म अलौकिक है

सबकुछ करते भी… बिल्कुल हल्की… निश्चिंत हूँ… बाबा मेरे साथ है

मुझसे चारों ओर शान्ति को किरणें फैल रही है… सबको शान्ति अनुभव हो रही है… वातावरण परिवर्तन हो… शान्ति की दुनिया सतयुग स्थापन हो रही है… ओम् शान्ति!

गीत: शान्ति की शक्ति से…

1 minute visualisation:


और योग कमेंटरी:

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