Bathing in the lake of spiritual knowledge! | Sakar Murli Churnings 14-06-2019
इस संगम पर बाबा रथ पर आकर नई गोल्डन एजेद सतयुगी दुनिया, सुखधाम के राज्य लिए हमें पढ़ाते… तो अपने को भी change कर देवताओं (लक्ष्मी-नारायण) समान पवित्र-गुणवान character बनाना है, विकारों से मुक्त… इसके लिए श्रीमत पर अपने स्वधर्म में टिक बाबा को याद करने का श्रेष्ठ पुरुषार्थ करना है (राजयोग), तो पद ऊंचा बन जाएंगा (माला का मणका)
सार
तो चलिए आज सारा दिन… बाबा के ज्ञान-मानसरोवर में सारा दिन डूपकी लगाते रहे हैं, अर्थात बार-बार मुरली की कुछ लाइन पढ़कर उसपर चिन्तन किया करे… तो स्वतः हमारी स्थिति हल्की-उपराम-योगयुक्त रहेंगी… अर्थात हम परी-समान देवता बन, सबको बनाते, सतयुग बनाते रहेंगे… ओम् शान्ति!